धौलपुर में ट्रैक्टर की टक्कर से छात्र की मौत, घटना ने गांव में मचाई सनसनी
राजस्थान के धौलपुर जिले के भैंसेना का पुरा गांव में एक दर्दनाक घटना घटी है, जिसमें एक स्कूल छात्र की ट्रैक्टर की टक्कर से दीवार गिरने के कारण मौत हो गई। यह घटना उस समय हुई जब छात्र स्कूल से लौट रहे थे। स्थानीय लोगों के अनुसार, घटना के समय गांव में एक ट्रैक्टर बाजरे की कड़वी लेकर गुजर रहा था।
इस दुर्घटना में **कक्षा 7** का छात्र **मोती (13 वर्ष, पुत्र राम अवतार)** की मौत हो गई, जबकि उसके साथी **बबलू (15 वर्ष, पुत्र बहादुर)** को गंभीर चोटें आई हैं और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद गांव में मातम का माहौल है और लोग इस हादसे को लेकर गहरे दुख में हैं।
घटनास्थल की स्थिति और बचाव कार्य
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। कोतवाली थाने की पुलिस ने घटनास्थल पर पहुँचकर स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने ट्रैक्टर को अपने कब्जे में ले लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। स्थानीय लोगों ने बताया कि दीवार काफी पुरानी थी, और ट्रैक्टर की टक्कर के कारण वह अचानक ढह गई।
ग्रामीणों ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया और दोनों छात्रों को दीवार के नीचे से निकालने में मदद की। घायल छात्र बबलू को अस्पताल पहुंचाने में स्थानीय लोगों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जिला अस्पताल में पहुंचने पर चिकित्सकों ने मोहित को मृत घोषित कर दिया, जबकि बबलू का इलाज जारी है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद गांव के लोग बेहद दुखी हैं और उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। स्थानीय निवासी **राजकुमार** ने कहा, “यह बहुत दुखद घटना है। बच्चों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाए जाने चाहिए।” गांव के अन्य लोगों ने भी इसी तरह की चिंताओं को व्यक्त किया और कहा कि इस घटना ने उन्हें झकझोर दिया है।
आगे की कार्रवाई और सुरक्षा उपाय
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। ट्रैक्टर के चालक के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, स्थानीय प्रशासन ने स्कूलों के आसपास की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने का निर्णय लिया है। माना जा रहा है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए दीवारों की जांच और ट्रैफिक नियमों के पालन को सुनिश्चित किया जाएगा।
इस दुर्घटना ने पुनः एक महत्वपूर्ण सवाल उठाया है कि क्या ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा के मानकों का पालन किया जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ट्रैक्टर और अन्य भारी वाहनों की गति को नियंत्रित करने के लिए स्पष्ट नियम और उनके पालन की आवश्यकता है।
निष्कर्ष
धौलपुर के इस हादसे ने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि बच्चों की सुरक्षा प्राथमिकता होनी चाहिए। स्कूलों के आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू किया जाना चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके। इस दुखद घटना ने गांव में एक गहरा सदमा पहुंचाया है और सभी की आंखों में आंसू ला दिए हैं।
सभी से निवेदन है कि वे इस मामले को गंभीरता से लें और अपने बच्चों की सुरक्षा का ध्यान रखें। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है।