राजस्थान में खाद्य सुरक्षा अभियान: सड़ी सामग्री नष्ट की गई
राजस्थान के अलवर जिले के कठूमर कस्बे में एक सॉस बनाने वाली फैक्ट्री में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने बड़ी कार्रवाई की है। लक्ष्मणगढ़ रोड पर स्थित इस फैक्ट्री में जांच के दौरान अधिकारियों को सड़ा हुआ पल्प और खराब सॉस मिला। जांच के दौरान फैक्ट्री की स्थिति इतनी खराब थी कि अधिकारियों को लगभग 9 हजार किलो सामग्री मौके पर ही नष्ट करनी पड़ी।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी केशव गोयल ने जानकारी दी कि दीपावली के अवसर पर शुद्ध आहार की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उनकी टीम कठूमर कस्बे पहुंची थी। यहां एक फैक्ट्री में बिना लाइसेंस के सॉस बनाने का काम चल रहा था। जांच में पाया गया कि सॉस और पल्प में कीड़े पड़े हुए थे, जिन्हें तुरंत नष्ट किया गया। इसके बाद, टीम ने खेड़ली कस्बे में भी दुकानों की जांच की, जहां जय अंबे मिष्ठान भंडार से कलाकंद और मावा के नमूने लिए गए।
फैक्ट्री और दुकानों में गंदगी की भरमार
जांच के दौरान अधिकारियों को जय अंबे मिष्ठान भंडार में करीब 75 किलो सड़ी चाशनी मिली, जिसे नष्ट किया गया। इसके अलावा, शेरावाली मिष्ठान भंडार से भी कलाकंद और बर्फी के नमूने लिए गए। इन दोनों दुकानों में गंदगी और सफाई की कमी मिलने पर उन्हें सुधार का नोटिस दिया गया है। इसके अतिरिक्त, बजाजा बाजार खेड़ली में पंकज कुमार मुरारीलाल की दुकान से हल्दी पाउडर और विवेक कुमार किशन कुमार की दुकान से सरस घी के नमूने भी जांच के लिए लिए गए हैं।
यह अभियान खाद्य सुरक्षा और औषधि विभाग जयपुर के आयुक्त डॉ. टी. शुभमंगला और सीएमएचओ अलवर डॉ. योगेंद्र शर्मा के निर्देशन में चलाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता को सुनिश्चित करना और लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना है। यह अभियान 6 अक्टूबर से 19 अक्टूबर 2025 तक जारी रहेगा।
सुरक्षित खाद्य सामग्री की खरीदारी के लिए लोगों से अपील
खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे खाने-पीने के सामान को हमेशा ताजा और ढका हुआ खरीदें। यदि किसी को कहीं भी मिलावट का संदेह हो, तो तुरंत सीएमएचओ कार्यालय अलवर को सूचना दें। अधिकारियों ने दुकानदारों को निर्देश दिए हैं कि वे अपनी दुकानों की सफाई का ध्यान रखें और लाइसेंस को दुकान पर अवश्य लगाएं।
इस अभियान में खाद्य सुरक्षा अधिकारी केशव गोयल के अलावा अशोक लखेरा, जय सिंह यादव और विश्व बंधु गुप्ता जैसे अधिकारी भी शामिल रहे। उनका उद्देश्य खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता को बनाए रखना और लोगों की सेहत की सुरक्षा करना है।
अंत में, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि हर व्यक्ति अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए ही खाद्य सामग्री का चयन करें। यह जिम्मेदारी न केवल प्रशासन की है, बल्कि हर नागरिक को अपनी सेहत के प्रति जागरूक रहना आवश्यक है।