Theft: भचुण्डा के कृषि फार्म से लाखों के उपकरण चोरी



राजस्थान समाचार: कृषि फार्म से चोरी का मामला राजस्थान के भचुण्डा में कृषि उपकरणों की चोरी राजस्थान के कोठड़ी थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत भचुण्डा में एक कृषि फार्म से…

Theft: भचुण्डा के कृषि फार्म से लाखों के उपकरण चोरी

राजस्थान समाचार: कृषि फार्म से चोरी का मामला

राजस्थान के भचुण्डा में कृषि उपकरणों की चोरी

राजस्थान के कोठड़ी थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत भचुण्डा में एक कृषि फार्म से अज्ञात चोरों ने मंगलवार रात को चोरी की वारदात को अंजाम दिया। चोरों ने फार्म से मोटर, पाइप, केबल सहित अन्य कृषि उपकरण चुरा लिए, जिससे किसान भगवानलाल को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।

चोरी की घटनाओं में बढ़ोतरी

दलोट निवासी भगवानलाल ने थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि भचुण्डा स्थित कृषि फार्म पर पिछले कुछ दिनों से खेत के आसपास संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधियां देखी जा रही थीं। उन्होंने कहा कि जब वे कुछ समय के लिए खेत से बाहर गए थे, तब चोरों ने मौके का फायदा उठाकर चोरी की घटना को अंजाम दिया।

चोरी के सामान की सूची

भगवानलाल की शिकायत के अनुसार, चोरों ने निम्नलिखित सामान चुराया है:

  • कुएं पर लगी मोटर
  • लोहे की पाइप
  • बिजली के केबल
  • अन्य कृषि उपयोगी सामान

संदिग्ध गतिविधियों पर ध्यान

भगवानलाल ने रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि रात के समय क्षेत्र में अनजान व्यक्तियों की आवाजाही अक्सर देखी गई थी। इससे यह संदेह उत्पन्न होता है कि चोरी की योजना पूर्व में ही बनाई गई थी। इस प्रकार की घटनाएं न केवल किसान के लिए आर्थिक नुकसान का कारण बनती हैं, बल्कि क्षेत्र के निवासियों के लिए सुरक्षा का भी प्रश्न उठाती हैं।

स्थानीय पुलिस की प्रतिक्रिया

स्थानीय पुलिस ने घटना की गंभीरता को समझते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने क्षेत्र में गश्त बढ़ाने और संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर रखने का आश्वासन दिया है। भगवानलाल की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने चोरी की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है। इसी के साथ, किसानों को भी सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने की सलाह दी गई है।

किसानों के लिए सुरक्षा उपाय

इस प्रकार की चोरी की घटनाओं से निपटने के लिए किसानों को कुछ सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी जाती है:

  • खेतों के आसपास सुरक्षा गार्ड की व्यवस्था करना।
  • रात के समय खेतों की निगरानी के लिए कैंप लगाना।
  • सुरक्षा उपकरणों जैसे कैमरे का इस्तेमाल करना।
  • सामान्य सुरक्षा के लिए पड़ोसी किसानों के साथ सहयोग करना।

इस घटना से स्पष्ट होता है कि किसानों को अपनी सुरक्षा को लेकर अधिक सतर्क रहना होगा। कृषि उपकरणों की चोरी केवल आर्थिक नुकसान नहीं बल्कि उनकी मेहनत और प्रयासों पर भी पानी फेर देती है। पुलिस की कार्रवाई और स्थानीय निवासियों की सतर्कता ही इस प्रकार की घटनाओं को रोकने में मदद कर सकती है।

राजस्थान में इस तरह की घटनाओं की बढ़ती संख्या चिंता का विषय है, और इसे रोकने के लिए सभी को एकजुट होना होगा।

राजस्थान समाचार हिंदी में

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