जैसलमेर बस हादसे पर बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष का बयान
राजस्थान के जैसलमेर में हाल ही में हुए एक दुखद बस हादसे के बाद, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने विपक्ष के आरोपों का जोरदार जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि जब एयर कंडीशन बस के अंदर गैस लीक हो जाए और आग लग जाए, तो उसमें सरकार की क्या गलती है? राठौड़ ने यह भी कहा कि विपक्ष को ऐसी घटनाओं पर बयान देने से पहले गंभीरता से विचार करना चाहिए।
बीजेपी मुख्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए राठौड़ ने कहा कि इस तरह की घटनाओं पर राजनीतिक बयानबाजी करने से पहले संवेदनशीलता रखनी चाहिए। उन्होंने कहा, “अगर गलती हमारी है तो बताएं, हम सुधार के लिए तैयार हैं। लेकिन विषय वस्तु पर ध्यान देना चाहिए कि हम किस विषय पर चर्चा कर रहे हैं।” उनकी बातें इस बात की ओर इशारा करती हैं कि भाजपा इस मामले में विपक्ष के आरोपों को अनावश्यक मानती है।
मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता की सराहना
राठौड़ ने कहा कि जैसलमेर बस हादसा बहुत दुखद है और उन्हें इसकी बेहद चिंता है। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की संवेदनशीलता की सराहना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री रातों रात घटनास्थल पर गए और वहां सभी व्यवस्थाएं करने तक रुके रहे। उन्होंने कहा, “जब तक सारी व्यवस्थाएं नहीं हो गईं, तब तक वह वहीं रहे।” इस संदर्भ में राठौड़ ने यह भी कहा कि राजनीतिक बयानबाजी करना इस समय उचित नहीं है।
“जैसलमेर बस हादसा बहुत दुखद है, इसका मुझे बहुत दुख है। हमारी गलती हो तो बताओ। इस मामले में राजनीतिक बयानबाजी करना सही नहीं है।”
पत्नी की स्वास्थ्य स्थिति पर बेनीवाल का आरोप
इसके अलावा, राठौड़ ने हनुमान बेनीवाल द्वारा उनकी पत्नी को हेलिकॉप्टर से लाने को लेकर उठाए गए आरोपों का भी जवाब दिया। राठौड़ ने स्पष्ट किया कि उनकी पत्नी की तबीयत बहुत बिगड़ गई थी और उनके पास हेलिकॉप्टर से लाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। उन्होंने कहा, “हेलिकॉप्टर का खर्च मैंने खुद उठाया है, उसका बिल मेरी फैक्ट्री से भुगतान किया गया है।” इससे यह स्पष्ट होता है कि राठौड़ खुद को और अपने परिवार को सक्षम मानते हैं।
उन्होंने आगे कहा, “मैं 1979 से इनकम टैक्स भर रहा हूं और मेरी पत्नी 1982 से टैक्स देती आ रही हैं। हम अपनी व्यवस्था से चल रहे हैं और किसी पर निर्भर नहीं हैं।” राठौड़ ने बेनीवाल पर तंज करते हुए कहा कि उन्हें अपनी संवेदनाओं को समझने की आवश्यकता है।
अंता सीट पर उम्मीदवार की घोषणा में देरी
जैसलमेर की घटना के कारण अंता सीट पर उम्मीदवार की घोषणा में देरी के बारे में राठौड़ ने कहा कि वह किसी खुशी-गम का माहौल नहीं बनाना चाहते थे। उन्होंने कहा, “जैसलमेर की दुखद घटना के कारण हम चाहते थे कि माहौल को गंभीरता से लिया जाए।” राठौड़ ने यह भी कहा कि उम्मीदवार की घोषणा जल्द ही होगी और इस मामले में चिंता की कोई बात नहीं है।
इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि जैसलमेर की दुखद घटना के बावजूद कांग्रेस नेता अंता में खुशी से नारे लगाते हुए नजर आए, जो कि संवेदनहीनता का प्रतीक है।
निष्कर्ष
इस पूरे घटनाक्रम में राठौड़ ने अपनी पार्टी का पक्ष मजबूती से रखा है और विपक्ष के आरोपों को खारिज किया है। उनके बयान से स्पष्ट होता है कि भाजपा इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार कर रही है और घटनाओं के प्रति संवेदनशीलता दिखा रही है। हालांकि, राजनीतिक बयानबाजी पर उनकी चिंता यह दर्शाती है कि वे इस दुखद घटना को राजनीतिक लाभ के लिए नहीं भुनाना चाहते हैं।
राजनीति में संवेदनशीलता का होना बहुत महत्वपूर्ण है। ऐसे समय में जब लोग एक दुखद घटना से प्रभावित होते हैं, पार्टी नेताओं को चाहिए कि वे अपनी बातों को संयमित और संवेदनशीलता के साथ रखें।