ATM Cash: प्रयागराज में एटीएम कैश ट्रे में फेविक्विक लगाकर नोट चोरी, CCTV फुटेज से खुलासा, गैंग का पर्दाफाश, दो गिरफ्तार



प्रयागराज में एटीएम से धन चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ प्रयागराज के अतरसुइया क्षेत्र में एटीएम से धन की चोरी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। इस…

ATM Cash: प्रयागराज में एटीएम कैश ट्रे में फेविक्विक लगाकर नोट चोरी, CCTV फुटेज से खुलासा, गैंग का पर्दाफाश, दो गिरफ्तार

प्रयागराज में एटीएम से धन चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़

प्रयागराज के अतरसुइया क्षेत्र में एटीएम से धन की चोरी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। इस घटना में दो युवक रंगे हाथ पकड़े गए हैं। इन आरोपियों ने एटीएम की नकदी निकालने वाली ट्रे में फेविक्विक लगाकर ग्राहकों के पैसे चुराने का प्रयास किया। इस घटना ने बैंक प्रबंधन और स्थानीय पुलिस के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बना दिया है।

यह घटना इंडियन बैंक की कल्याणी देवी शाखा (गोलपार्क अतरसुइया) में हुई। बैंक के शाखा प्रबंधक अलमान अहमद ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से कई ग्राहकों के खातों से पैसे कट रहे थे, लेकिन एटीएम से नकद नहीं निकल रहा था। इस संदिग्ध गतिविधि के चलते उन्होंने सीसीटीवी कैमरों की निगरानी प्रारंभ की। निगरानी के दौरान दो संदिग्ध युवक एटीएम में दिखाई दिए, जिन्हें बाद में बैंक कर्मचारियों ने रंगे हाथ पकड़ लिया।

आरोपियों की पहचान और उनके सामान की बरामदगी

पकड़े गए युवकों की पहचान राज भारतीया और आर्यन कुमार के रूप में हुई है, जो ग्राम मंडौर, थाना जगतपुर, प्रयागराज के निवासी हैं। उनकी तलाशी के दौरान पुलिस ने निम्नलिखित सामान बरामद किया:

  • एक एटीएम कार्ड (बैंक ऑफ इंडिया)
  • फेविक्विक की दो ट्यूब
  • एक सफेद ब्लेड
  • एक हजार रुपये नकद

जांच में पता चला कि इन दोनों युवकों का एक तीसरा साथी, लवकुश, भी इस गिरोह का हिस्सा था। लवकुश को कुछ दिन पहले इसी तरह के एक मामले में जॉर्जटाउन थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया था और वह वर्तमान में जेल में है। यह गिरोह एटीएम से पैसे निकालने की प्रक्रिया में धोखाधड़ी के लिए जानी जाती है, जिससे ग्राहकों को भारी नुकसान होता है।

पुलिस की कार्रवाई और रिमांड की प्रक्रिया

बैंक प्रबंधक अलमान अहमद ने पकड़े गए युवकों को बैंक कर्मचारी बी. बी. ओझा के साथ मिलकर थाना अतरसुइया लाकर पुलिस के हवाले किया। प्रभारी थानाध्यक्ष जगदीश सिंह ने बताया कि दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया है। पुलिस अब लवकुश की रिमांड बनवाने की प्रक्रिया में जुटी है, ताकि गिरोह की पूरी सच्चाई और अन्य संभावित आरोपियों का पता लगाया जा सके।

इस घटना ने स्थानीय बैंक ग्राहकों के बीच सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। बैंक प्रबंधन ने ग्राहकों को एटीएम का उपयोग करते समय सतर्क रहने की सलाह दी है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत बैंक या पुलिस को देने का आग्रह किया है।

बैंक प्रबंधन की सुरक्षा उपायों की समीक्षा

इस घटना के बाद, बैंक प्रबंधन ने सुरक्षा उपायों की समीक्षा करने का निर्णय लिया है। शाखा प्रबंधक ने कहा कि वे एटीएम की निगरानी को और भी सख्त करेंगे और अतिरिक्त सुरक्षा कैमरे लगाने पर विचार कर रहे हैं। इसके अलावा, ग्राहकों को सतर्क रहने और संदिग्ध गतिविधियों की रिपोर्ट करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।

प्रयागराज की इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि एटीएम से संबंधित धोखाधड़ी के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है और इसे रोकने के लिए सभी संबंधित पक्षों को मिलकर काम करना होगा। इस प्रकार की घटनाओं से न केवल ग्राहकों को आर्थिक नुकसान होता है, बल्कि यह बैंक की प्रतिष्ठा को भी प्रभावित करता है।

इस मामले में आगे की कार्रवाई और जांच की प्रक्रिया जारी है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि इस गिरोह के अन्य सदस्यों का भी पता लगाया जाए और उन्हें न्याय के दायरे में लाया जाए।

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