Fireworks: वाराणसी में 32 मैदानों पर 461 अस्थायी दुकानें, 3 दिन का लाइसेंस



वाराणसी में दीपावली पर पटाखा बाजार की तैयारियाँ पूरी दीपावली का त्योहार नजदीक आते ही वाराणसी में पटाखा बाजार के लिए तैयारियाँ जोरों पर हैं। स्थानीय पुलिस और फायर ब्रिगेड…

Fireworks: वाराणसी में 32 मैदानों पर 461 अस्थायी दुकानें, 3 दिन का लाइसेंस

वाराणसी में दीपावली पर पटाखा बाजार की तैयारियाँ पूरी

दीपावली का त्योहार नजदीक आते ही वाराणसी में पटाखा बाजार के लिए तैयारियाँ जोरों पर हैं। स्थानीय पुलिस और फायर ब्रिगेड विभाग ने सभी आवश्यक अनुमतियाँ जारी कर दी हैं। इस वर्ष, शहर और देहात में कुल 32 स्थानों पर 461 अस्थायी पटाखा दुकानों को लगाने की अनुमति दी गई है। ये दुकानें 18 से 20 अक्टूबर तक स्थापित की जाएँगी, जिससे लोग आसानी से दीपावली का त्यौहार मनाने के लिए पटाखे खरीद सकें।

हालांकि, इस बार पटाखों की बिक्री के लिए कुल 535 दुकानों के आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 72 आवेदनों की अनुमति प्रक्रिया अभी जारी है। प्रशासन ने बताया कि इन आवेदनों में रिपोर्ट और अन्य मानकों का अधूरापन पाया गया है। दीपावली के दौरान सुरक्षा को लेकर विशेष ध्यान दिया गया है, और इसीलिए 12 प्रमुख स्थानों पर फायर ब्रिगेड की टीमें तैनात रहेंगी। पिछले साल दीपावली पर लगभग 80 करोड़ का कारोबार हुआ था, और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने कड़े कदम उठाए हैं।

सुरक्षा के लिए विशेष उपाय

मुख्य अग्निशमन अधिकारी, आनंद सिंह राजपूत ने बताया कि धनतेरस और दीपावली के दौरान सुरक्षा के दृष्टिकोण से 12 प्रमुख चौराहों जैसे गोदौलिया, दशाश्वमेध, भेलूपुर, लंका, शिवपुर, सिगरा, चौक, रामनगर, भिखारीपुर, मच्छोदरी पार्क, नाटी इमली और भरत मिलाप मैदान में अग्निशामक गाड़ियाँ तैनात रहेंगी। उन्होंने कहा कि हमारी तैयारी है कि रिस्पांस टाइम को न्यूनतम रखा जाए, ताकि किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।

इस बार प्रत्येक अग्निशामक गाड़ी में आधुनिक उपकरण, पानी के टैंक और अग्निशामक यंत्र उपलब्ध होंगे। अग्निशामन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी 24 घंटे शिफ्ट में ड्यूटी देंगे। पटाखों की बिक्री के लिए चिन्हित स्थलों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शेष आवेदनों पर जांच के बाद नियमानुसार अनुमति दी जाएगी।

पटाखा दुकानों के लिए चिह्नित स्थल

अस्थायी आतिशबाजी की बिक्री के लिए कई स्थानों को चिह्नित किया गया है, जिनमें शामिल हैं:

  • आवास विकास कालोनी का मैदान- लालपुर
  • मुड़कट्टा बाबा मैदान- लालपुर
  • मिनी स्टेडियम का मैदान- शिवपुर
  • रामलीला मैदान चौबेपुर- चौबेपुर
  • स्वयंवर वाटिका- लंका
  • बेनिया बाग का मैदान- चौक
  • मच्छोदरी पार्क- आदमपुर
  • क्वींस कॉलेज का मैदान- चेतगंज
  • आशापुर प्राइमरी स्कूल का मैदान- सारनाथ
  • राधा मोहन का लॉन- लालपुर
  • कटिंग स्कूल का मैदान- कैंट
  • छोटी कटिंग मेमोरियल का मैदान- कैंट
  • पाणिग्रहण लॉन- सिगरा
  • राम कृष्ण विद्या मंदिर इंटर कॉलेज- सिगरा
  • अखरी बाईपास- चितईपुर
  • अक्था- सारनाथ
  • चेतसिंह किला- भेलूपुर
  • नाटी इमली भरत मिलाप का मैदान- चेतगंज
  • रोहनिया रामलीला का मैदान- रोहनिया
  • राजा साहब का बगीचा- राजातालाब
  • कबीर नगर पार्क- भेलूपुर
  • बृज इन्क्लेव- भेलूपुर
  • शहनाई पैलेस- रामनगर
  • सुरेन्द्र बहादुर सिंह का खाली जमीन- मण्डुवाडीह
  • दिनेश सिंह के खाली मैदान- मण्डुवाडीह
  • पिण्डरा के खुले मैदान- फुलपुर
  • घमहापुर के खुले मैदान- फुलपुर
  • बसनी के खुले मैदान- बड़ागांव
  • शिव सरोवर मंदिर बसनी बाजार- बड़ागांव
  • राजकीय बालिका इंटर कॉलेज- चोलापुर
  • दुर्गा मंदिर के खुले मैदान- चोलापुर
  • सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय- चेतगंज

बेनियाबाग में अधिकतम दुकानें

पटाखा बाजार में सबसे अधिक 50 दुकानें बेनिया पार्क में लगेंगी। इसके बाद बृज इन्क्लेव में 22, स्वयंवर वाटिका लंका में 21, कबीर नगर पार्क में 21 और आवास विकास कॉलोनी लालपुर में 20 दुकानों का प्रस्ताव है। सीपी कार्यालय के अनुसार, तीन दिन पहले तीनों जोन के डीसीपी कार्यालय से पटाखों का लाइसेंस दिया जाएगा। जो नियम का पालन नहीं करेंगे, उनके लाइसेंस रद्द कर दिए जाएँगे।

पटाखा बाजार में सुरक्षा के उपाय

पटाखा बाजार में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कुछ महत्वपूर्ण सावधानियाँ अनिवार्य की गई हैं:

  • लाइसेंस वाली दुकानों में फायर एक्सटिंग्विशर होना चाहिए।
  • कम से कम दो बोरी बालू रखी जानी चाहिए।
  • दुकान पर 50 लीटर पानी भरा ड्रम होना चाहिए।
  • पटाखा बाजार में दमकल वाहन की मौजूदगी जरूरी है।
  • पटाखों की दुकानों के बीच में दो फीट की दूरी होनी चाहिए।
  • लाइटिंग की व्यवस्था दूरी पर होनी चाहिए।
  • खुले बिजली के तार आसपास नहीं होने चाहिए।

इन सभी उपायों के साथ, वाराणसी प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि दीपावली का त्योहार सुरक्षित और आनंदमय हो। सभी नागरिकों से अपील की गई है कि वे नियमों का पालन करें और त्योहार को खुशी और सुरक्षा के साथ मनाएँ।

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