आरएएस-2023 में अजमेर के कैंडिडेट्स की सफलता
राजस्थान में आयोजित आरएएस-2023 परीक्षा के परिणामों में अजमेर जिले के कई कैंडिडेट्स ने शानदार सफलता हासिल की है। इस परीक्षा में अजमेर के तीन प्रतिभागियों ने टॉप टेन में स्थान पाया है, जिसमें पहला स्थान डूंगरिया कलां गांव के कुशल चौधरी ने प्राप्त किया है। कुशल चौधरी वर्तमान में राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल तबीजी में लैब असिस्टेंट के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपनी मेहनत और आत्म- अध्ययन को दिया है।
कुशल चौधरी ने बताया कि उनके पिता खेती करते हैं, और वे अपने परिवार के साथ पुलिस लाइन क्वार्टर में रहते हैं। उन्होंने कहा कि यह उनकी मेहनत और पिता की प्रेरणा का परिणाम है कि उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में इस परीक्षा में सफलता प्राप्त की। कुशल की सफलता ने पूरे गांव और परिवार को गर्वित किया है और उनके लिए यह एक प्रेरणा का स्रोत बन गया है।
अंकिता पाराशर का दूसरा स्थान
अजमेर जिले के पुष्कर से अंकिता पाराशर ने आरएएस-2023 परीक्षा में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। अंकिता के पिता सत्यनारायण पाराशर, जो राजकीय चिकित्सा सेवा में कार्यरत थे, का सपना था कि उनकी बेटी प्रशासनिक सेवा में जाए। लेकिन पिता के असमय निधन के बाद, अंकिता ने उनके सपनों को अपने जीवन का लक्ष्य बनाया। उन्होंने तीसरे प्रयास में RAS की एलाइड सर्विस में चयनित होकर अपनी मेहनत का फल पाया। वर्तमान में, अंकिता जयपुर जिले के दूदू में बीडीओ के पद पर कार्यरत हैं।
परमेश्वर चौधरी की तीसरी रैंक
अजमेर की किशनगढ़ तहसील के रलावता गांव के परमेश्वर चौधरी ने तीसरे स्थान पर सफलता हासिल की है। 27 वर्षीय परमेश्वर ने इसे अपनी दूसरी कोशिश में प्राप्त किया है। वह वर्तमान में नागौर पुलिस लाइन में उप निरीक्षक (एसआई) के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि 2021 की एसआई भर्ती में उन्हें 17वीं रैंक मिली थी, लेकिन उस मामले में कोर्ट में मामला चल रहा है। परमेश्वर ने वर्ष 2020 में लैब असिस्टेंट के पद पर भी चयनित हुए थे, जिससे उन्होंने प्रशासनिक सेवाओं में अपने सफर की शुरुआत की।
अन्य टॉपर्स की उपलब्धियाँ
अब हम देखेंगे कि आरएएस-2023 में अजमेर के अन्य टॉपर्स ने क्या उपलब्धियाँ हासिल की हैं।
- राजेश चौधरी: किशनगढ़ में रहने वाले राजेश चौधरी ने आरएएस-2023 में 47वीं रैंक हासिल की है। राजेश रेवेन्यू बोर्ड में एलडीसी पद पर पोस्टेड हैं और उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में सफलता प्राप्त की। उनके पिता बजरंग चौधरी एक किसान हैं।
- पायल दाधीच: किशनगढ़ की पायल दाधीच ने आरएएस में 34वीं रैंक हासिल की है। पायल ने अपने दूसरे प्रयास में यह सफलता प्राप्त की है। उनके माता-पिता दोनों शिक्षक हैं और उनका परिवार शिक्षा के प्रति समर्पित है।
- निशा करेसिया: दौराई निवासी निशा करेसिया ने आरएएस परीक्षा में 269 रैंक हासिल की है। उन्होंने कहा कि उनके परिवार, खासकर उनकी मां और बहन ने उन्हें हर कदम पर सहारा दिया। वह वर्तमान में दौराई में ग्राम विकास अधिकारी हैं।
यह सभी कैंडिडेट्स न केवल अपनी मेहनत और लगन का परिचय देते हैं, बल्कि वे अपने परिवार और समाज के लिए भी प्रेरणा का स्रोत हैं। उनके द्वारा प्राप्त की गई सफलता से यह स्पष्ट होता है कि यदि संकल्प दृढ़ हो और मेहनत की जाए, तो किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।
समापन
इस वर्ष के आरएएस-2023 के परिणामों ने अजमेर जिले के प्रतिभाशाली कैंडिडेट्स को एक नई पहचान दी है। उनकी मेहनत और संघर्ष ने उन्हें इस मुकाम तक पहुँचाया है और यह साबित किया है कि कठिनाइयों के बावजूद सफलता संभव है। अजमेर जिले के ये युवा आगे चलकर प्रशासनिक सेवाओं में उत्कृष्टता का परिचय देंगे और समाज के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।