“Visit: जयपुर दौरे पर अमित शाह, नए आपराधिक कानूनों पर प्रदर्शनी के साथ JECC में 6 दिन का प्रोग्राम”



जयपुर दौरे पर अमित शाह, नए आपराधिक कानूनों के एक साल पूरे होने पर भव्य प्रदर्शनी का उद्घाटन गृहमंत्री अमित शाह सोमवार को जयपुर में विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने…

“Visit: जयपुर दौरे पर अमित शाह, नए आपराधिक कानूनों पर प्रदर्शनी के साथ JECC में 6 दिन का प्रोग्राम”

जयपुर दौरे पर अमित शाह, नए आपराधिक कानूनों के एक साल पूरे होने पर भव्य प्रदर्शनी का उद्घाटन

गृहमंत्री अमित शाह सोमवार को जयपुर में विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए आएंगे। इस दौरे के दौरान, वे देश में लागू हुए नए आपराधिक कानूनों के एक साल पूरे होने के उपलक्ष्य में जयपुर एग्जिबिशन एवं कन्वेंशन सेंटर (JECC) में आयोजित होने वाली एक भव्य प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर 8,000 करोड़ रुपये के विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण भी किया जाएगा, जिसमें 150 यूनिट फ्री बिजली की योजना का भी समावेश है।

1 जुलाई 2024 को लागू हुए तीन नवीन आपराधिक संहिताएं देश की आपराधिक न्याय प्रणाली में क्रांतिकारी बदलाव का प्रतीक हैं। इन कानूनों के एक साल पूरे होने के अवसर पर 13 से 18 अक्टूबर 2025 तक आयोजित की जाने वाली प्रदर्शनी का उद्देश्य दंड के स्थान पर न्याय की अवधारणा को प्रदर्शित करना है। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन गृहमंत्री अमित शाह करेंगे, जिसमें राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश संजीव प्रकाश शर्मा समेत कई अन्य गणमान्य अतिथि भी मौजूद रहेंगे।

प्रदर्शनी की विशेषताएँ और कार्यक्रम

इस विशेष प्रदर्शनी में प्रवेश केवल आमंत्रण पत्र के माध्यम से संभव होगा, जबकि 14 से 18 अक्टूबर तक आम जनता और अन्य हितधारक बिना किसी आमंत्रण के सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक प्रदर्शनी का अवलोकन कर सकेंगे। प्रदर्शनी में सूचनात्मक प्रदर्शनी, प्रतियोगिताएं, सेल्फी पॉइंट्स और फूड स्टॉल्स जैसे आकर्षण भी होंगे। यह आयोजन न केवल कानून की समझ को जन-जन तक पहुंचाएगा, बल्कि ‘नए भारत के नए कानून’ की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।

इस कार्यक्रम में कानूनों की नई संरचना की डिजिटल और इंटरएक्टिव प्रस्तुति होगी। इसके साथ ही ‘समय पर न्याय – सभी के लिए न्याय’ के ध्येय पर आधारित संवाद भी आयोजित किया जाएगा, जिसमें न्याय प्रणाली में पारदर्शिता, तीव्रता और जन सुलभता पर चर्चा की जाएगी।

प्रदर्शनी में आयोजित होने वाले सत्र

प्रदर्शनी के दौरान विभिन्न विषयों पर सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिनमें शामिल हैं:

  • 13 अक्टूबर: टेक्नोलॉजी पर सत्र
  • 14 अक्टूबर: फोरेंसिक विज्ञान पर सत्र
  • 15 अक्टूबर: जेल संबंधी विषयों पर सत्र
  • 16 अक्टूबर: कानून के एक्सपर्ट के साथ सत्र
  • 17 अक्टूबर: स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ सत्र
  • 18 अक्टूबर: समापन समारोह आयोजित होगा

प्रदर्शनी की डिज़ाइन और मुख्य आकर्षण

प्रदर्शनी को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि सभी विशेषकर छात्रों को आसानी से समझ में आ सके। इसमें ‘अपराध से न्याय तक’ के सिद्धांत का 10 मॉडल में लाइव डेमो प्रस्तुत किया जाएगा। प्रदर्शनी में दिखाए जाने वाले मॉडल्स में शामिल हैं:

चरण-1: शिकायत और जांच का आरंभ

  • मॉडल 1: कंट्रोल रूम – आपातकालीन कॉल पर पुलिस की तत्परता को दर्शाता है।
  • मॉडल 2: सीन ऑफ क्राइम – अपराध स्थल की प्रतिकृति के माध्यम से फोरेंसिक साइंस टीमों को लाइव साक्ष्य एकत्र करते हुए दिखाया जाएगा।
  • मॉडल 3: पुलिस स्टेशन – इसमें ई-एफआईआर और जीरो एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया समझाई जाएगी।

चरण-2: वैज्ञानिक और कानूनी सत्यापन

  • मॉडल 4: हॉस्पिटल – चिकित्सा साक्ष्य जुटाने की प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
  • मॉडल 5: एफएसएल – वैज्ञानिक साक्ष्यों के विश्लेषण की प्रक्रिया को समझाया जाएगा।
  • मॉडल 6: पब्लिक प्रॉसीक्यूशन ऑफिस – अभियोजन विभाग के कार्यों को दर्शाया जाएगा।

चरण-3: न्याय और सुधार

  • मॉडल 7: डिस्ट्रिक्ट कोर्ट – समयबद्ध ट्रायल और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य की प्रस्तुति का डेमो दिया जाएगा।
  • मॉडल 8: प्रिजन – जेल सुधारों और कैदियों के पुनर्वास के कार्यक्रमों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
  • मॉडल 9: हाईकोर्ट – उच्च न्यायिक अपील और समीक्षा की प्रक्रिया को प्रदर्शित किया जाएगा।
  • मॉडल 10: नए आपराधिक कानूनों का संक्षिप्त विवरण – इसमें नए और पुराने कानूनों की तुलना की जाएगी।

इस प्रदर्शनी के माध्यम से नई आपराधिक संहिताओं का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा और लोगों को न्याय प्रणाली की समझ को सरल और सुलभ बनाने का प्रयास किया जाएगा। इस महत्वाकांक्षी आयोजन की तैयारी पूर्ण है और इसके सफलतापूर्वक संपन्न होने की उम्मीद की जा रही है।

राजस्थान समाचार हिंदी में

लेखक –