टीकमगढ़ में अवैध खाद की बड़ी जब्ती
टीकमगढ़ जिले के बल्देवगढ़ ब्लॉक में सोमवार शाम को **राजपूत इंटरप्राइजेज** पर एक बड़ी छापेमारी की गई, जिसमें **245 मीट्रिक टन अवैध खाद** बरामद की गई। यह कार्रवाई कलेक्टर **विवेक श्रोत्रिय** के निर्देश पर की गई। छापे की इस कार्रवाई के दौरान, राजपूत इंटरप्राइजेज के प्रोपराइटर **अरविंद लोधी** और **चंद्रभान लोधी** के खिलाफ बल्देवगढ़ थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।
छापेमारी के पीछे का कारण
कलेक्टर विवेक श्रोत्रिय ने बताया कि यह कार्रवाई **बीज औषधि निरीक्षक महक खत्री** और उनकी टीम द्वारा की गई। टीम ने राजपूत इंटरप्राइजेज के परिसर में छापेमारी की, जहां अवैध खाद का बड़ा स्टॉक पाया गया। अरविंद लोधी और चंद्रभान लोधी के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा **3/7** और उर्वरक नियंत्रण आदेश **1985** की धारा **7** के तहत केस दर्ज किया गया है।
खरीददारी का रहस्य
खरगापुर तहसीलदार द्वारा किए गए निरीक्षण में यह सामने आया कि अरविंद लोधी की **पीओएस (POS)** आईडी पर खरीदी गई खाद का स्टॉक **चंद्रभान लोधी** के सरकनपुर स्थित मकान के आंगन और कमरों में रखा गया था। यह स्टॉक सत्यापित नहीं किया गया था, और पीओएस मशीन आईडी क्रमांक **1423529** का संचालन भी इसी स्थान से किया जा रहा था।
कालाबाजारी पर अंकुश लगाने की कोशिश
जिले में खाद की कालाबाजारी को रोकने के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई है। अधिकारियों का कहना है कि यह छापेमारी खाद की अवैध बिक्री और कालाबाजारी को समाप्त करने के लिए की गई है। इस प्रकार की कार्रवाई से यह संदेश जाता है कि प्रशासन इस मुद्दे को गंभीरता से ले रहा है और ऐसे तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा।
आगामी कार्रवाई और जांच
इस मामले में आगे की जांच जारी है और अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यदि किसी और व्यक्ति या संस्था का नाम इस मामले में सामने आता है, तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी। स्थानीय किसानों और उपभोक्ताओं को यह आश्वासन दिया गया है कि खाद की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी और किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों पर रोक लगाई जाएगी।
निष्कर्ष
टीकमगढ़ में हुई यह छापेमारी खाद की अवैध बिक्री के खिलाफ प्रशासन की एक सख्त कार्रवाई है। कलेक्टर विवेक श्रोत्रिय और उनकी टीम ने यह कदम उठाकर यह स्पष्ट कर दिया है कि खाद की कालाबाजारी सहन नहीं की जाएगी। स्थानीय निवासियों और किसानों की भलाई के लिए यह कदम बेहद महत्वपूर्ण है, जो सही और उचित मूल्य पर खाद की उपलब्धता की उम्मीद कर रहे हैं।