मुंगेली जिला जेल में आयोजित इंडोर खेल प्रतियोगिता
मुंगेली जिला जेल में हाल ही में कैदियों के लिए एक इंडोर खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह आयोजन छत्तीसगढ़ राज्य के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे रजत जयंती वर्ष के तहत किया गया। कलेक्टर कुंदन कुमार के मार्गदर्शन में यह प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें कैदियों ने विभिन्न खेलों में भाग लिया। इस प्रतियोगिता में मुख्य रूप से शतरंज और कैरम जैसे खेल शामिल थे।
प्रतियोगिता का उद्देश्य और महत्व
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव कंचनलता आचला ने विजेता टीमों को पुरस्कार प्रदान करते हुए बताया कि इस तरह के आयोजन बंदियों में मानसिक तनाव को कम करने में सहायक होते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से बंदियों में आत्मविश्वास और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जिससे उनकी सोच में भी परिवर्तन आता है।
सहायक जेल अधीक्षक ममता पटेल ने भी इस अवसर पर कहा कि मुंगेली जिला जेल में समय-समय पर ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इनका उद्देश्य केवल खेल का आयोजन नहीं है, बल्कि बंदियों में आपसी सहयोग और अनुशासन की भावना विकसित करना भी है। इस तरह की गतिविधियों से कैदियों को एक सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ने का मौका मिलता है।
प्रतियोगिता में शामिल अन्य अधिकारी
इस कार्यक्रम के दौरान चिकित्साधिकारी डॉ. संजय ओबेराय, लीगल एड डिफेंस काउंसिल के सदस्य स्वतंत्र तिवारी और जेल अधीक्षक कार्यालय के अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे। इस आयोजन ने न केवल बंदियों को खेलों में भाग लेने का अवसर प्रदान किया, बल्कि उन्हें एक नई ऊर्जा और उत्साह भी दिया।
प्रतियोगिता के आयोजन से कैदियों पर प्रभाव
इस प्रकार के आयोजनों का कैदियों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। खेल प्रतियोगिताओं के माध्यम से वे अपनी प्रतिभा को दिखा सकते हैं और अपने अंदर की सकारात्मकता को बाहर ला सकते हैं। इससे उनका मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर होता है और वे समाज में पुनः समाहित होने के लिए तैयार होते हैं।
अंत में
मुंगेली जिला जेल में आयोजित इस इंडोर खेल प्रतियोगिता ने एक बार फिर साबित कर दिया कि खेल केवल मनोरंजन का साधन नहीं है, बल्कि यह मानसिक विकास और सामाजिक समग्रता का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। ऐसे आयोजन आगे भी होते रहें, ताकि बंदियों के मानसिक और शारीरिक विकास में सहायक सिद्ध हों।