Fraud: देहरादून में होटलकर्मी से ठगे 13.50 लाख रुपये, लगाया ऐसा चूना कानों-कान नहीं लगी खबर



उत्तराखंड में साइबर ठगी का बड़ा मामला: होटल कर्मी ने खोए 134.50 लाख रुपये जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में साइबर ठगों ने एक होटल कर्मी को निवेश…

Fraud: देहरादून में होटलकर्मी से ठगे 13.50 लाख रुपये, लगाया ऐसा चूना कानों-कान नहीं लगी खबर

उत्तराखंड में साइबर ठगी का बड़ा मामला: होटल कर्मी ने खोए 134.50 लाख रुपये

जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में साइबर ठगों ने एक होटल कर्मी को निवेश का झांसा देकर 134.50 लाख रुपये की ठगी कर दी है। आरोपितों ने पीड़ित को मोटा मुनाफा देने का लालच दिया, जिससे वह उनके झांसे में आ गया और अपनी मेहनत की कमाई गंवा दी। यह घटना दर्शाती है कि कैसे ठग आम लोगों को अपनी चालाकियों से शिकार बनाते हैं।

पीड़ित ने अपनी शिकायत नेहरू कालोनी पुलिस थाने में दी है, जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अजबपुर कलां निवासी कमलेश सिंह ने बताया कि अप्रैल महीने में एक अज्ञात युवक ने उन्हें द ग्लोबल ई-कॉमर्स कंपनी के बारे में बताया और कहा कि इस कंपनी में निवेश करने पर उन्हें भारी मुनाफा मिलेगा।

साइबर ठगों के जाल में फंसने की कहानी

कमलेश सिंह ने बताया कि ठग ने उन्हें द ग्लोबल ई-कॉमर्स के टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ दिया। ग्रुप में शामिल अन्य सदस्यों ने भी यह कहा कि यह एक वैध अवसर है और इसमें कोई धोखाधड़ी नहीं है। इस आश्वासन के बाद कमलेश ने शुरुआत में 10 हजार रुपये का निवेश किया। चौंकाने वाली बात यह रही कि चार-पांच घंटे बाद ही उनके खाते में 16 हजार रुपये आ गए।

इस सफल अनुभव ने उन्हें और अधिक निवेश करने के लिए प्रेरित किया। इसके बाद उन्होंने 35 हजार रुपये और जमा किए, जिसके बदले में उन्हें 45 हजार रुपये वापस मिले। यह सब देखकर कमलेश ने ठगों पर भरोसा करना शुरू कर दिया और उन्हें रातों-रात अमीर बनने का सपना दिखाया गया।

बढ़ती ठगी की वारदातें और सावधानी बरतने की आवश्यकता

ठगों ने कमलेश को बताया कि यदि वह 45 हजार रुपये जमा करते हैं, तो इसके बदले उन्हें पांच गुना धनराशि वापस मिलेगी। हालांकि, इसके लिए उन्हें 1.98 लाख रुपये और जमा करने होंगे। कमलेश ने इस लालच में आकर ठगों के कहने पर कुल 13.50 लाख रुपये जमा कर दिए। जब उन्हें ठगी का एहसास हुआ, तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि साइबर ठगी की घटनाएँ तेजी से बढ़ रही हैं। आम आदमी को इन ठगों के जाल में फंसने से बचने के लिए सतर्क रहना आवश्यक है। विशेषज्ञों का मानना है कि निवेश से पहले पूरी जानकारी लेना और किसी भी प्रकार के लालच में नहीं आना चाहिए।

पुलिस की कार्यवाही और आगे की योजना

नेहरू कालोनी पुलिस ने कमलेश की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने सलाह दी है कि इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए लोगों को सतर्क रहना चाहिए और किसी भी अनजान व्यक्ति से निवेश के बारे में जानकारी लेते समय सावधानी बरतनी चाहिए।

  • साइबर ठगों से बचने के लिए जानकारी इकट्ठा करना जरूरी है।
  • कभी भी अनजान लोगों पर भरोसा ना करें जो त्वरित मुनाफे का लालच देते हैं।
  • अगर आपको कोई संदिग्ध निवेश का प्रस्ताव मिले, तो तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दें।

साइबर ठगी की घटनाएं अब एक गंभीर समस्या बनती जा रही हैं और इसके प्रति जागरूकता फैलाना अत्यंत आवश्यक है। पीड़ितों को अपनी कहानी साझा करनी चाहिए ताकि अन्य लोग इससे सीखें और सावधान रहें। पुलिस और सरकारी एजेंसियों को मिलकर इस समस्या का समाधान निकालना होगा ताकि ऐसे ठगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।

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