मध्य प्रदेश में ड्रग इंस्पेक्टर के खिलाफ FDA की बड़ी कार्रवाई
मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में दवा कारोबार में पारदर्शिता बनाए रखने और जांच की प्रक्रिया में देरी के चलते खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। भिंड की औषधि निरीक्षक आकांक्षा गरुड़, जो मुरैना में औषधि अनुज्ञापन प्राधिकारी (विक्रय) का अतिरिक्त प्रभार संभाल रही थीं, के खिलाफ कार्रवाई की गई है। यह कार्रवाई FDA के नियंत्रक दिनेश श्रीवास्तव ने उपसंचालक से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर की है।
रिपोर्ट में मिले गंभीर आरोप
रिपोर्ट में यह बताया गया कि आकांक्षा गरुड़ द्वारा विक्रय लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया में अनावश्यक विलंब किया जा रहा है। इसके परिणामस्वरूप, जिले में दवा व्यवसाय से जुड़े लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही, कफ सिरप की जांच में भी लापरवाही का मामला सामने आया है। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए नियंत्रक श्रीवास्तव ने तुरंत आकांक्षा गरुड़ का मुरैना जिले के लिए दिया गया अतिरिक्त प्रभार समाप्त कर दिया है और उन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है।
FDA की सख्त मंशा
FDA के नियंत्रक दिनेश श्रीवास्तव ने स्पष्ट किया है कि शासन की मंशा पूरी तरह से स्पष्ट है। उन्होंने कहा, “किसी भी स्तर पर लापरवाही या देरी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” उन्होंने सभी औषधि निरीक्षकों और खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे सजगता और जिम्मेदारी के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करें। यह निर्देश इस बात को रेखांकित करते हैं कि विभाग दवा सुरक्षा और गुणवत्ता को लेकर कितनी गंभीर है।
मरीजों की सुरक्षा पर पड़ने वाला प्रभाव
खाद्य एवं औषधि प्रशासन का मानना है कि औषधि नियंत्रण प्रणाली में किसी भी प्रकार की देरी या अनदेखी सीधे तौर पर दवाओं की आपूर्ति, मरीजों की सुरक्षा और बाजार में गुणवत्ता नियंत्रण को प्रभावित करती है। इसलिए, समय पर और पारदर्शी कार्रवाई सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है। FDA ने आगे चेतावनी दी है कि भविष्य में यदि किसी भी अधिकारी या कर्मचारी द्वारा अपने कार्य में लापरवाही या अनियमितता बरती जाती है, तो उनके खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
औषधि निरीक्षकों की जिम्मेदारी
औषधि निरीक्षकों की जिम्मेदारी केवल औषधियों के लाइसेंस जारी करने तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्हें यह सुनिश्चित करना भी है कि दवाओं की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों का पालन किया जाए। FDA के द्वारा उठाए गए इस कदम से यह संदेश स्पष्ट होता है कि स्वास्थ्य और सुरक्षा के मुद्दों को लेकर सरकार कितनी गंभीर है।
समाज में जागरूकता का महत्व
इस प्रकार की कार्रवाई से न केवल औषधि कारोबार में सुधार आएगा, बल्कि समाज में दवा के प्रति जागरूकता भी बढ़ेगी। नागरिकों को यह जानना आवश्यक है कि उनकी सुरक्षा के लिए कौन-कौन सी व्यवस्थाएं और नियंत्रण प्रणाली कार्यरत हैं। इसके लिए आवश्यक है कि लोग भी अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहें और किसी भी प्रकार की अनियमितता की सूचना समय पर दें।
आखिरकार, स्वस्थ समाज के लिए यह आवश्यक है कि दवाओं की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। औषधि निरीक्षकों की जिम्मेदारी और FDA का यह कदम इस दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।