मंडला में कुत्ते के काटने से 12 लोग घायल
मध्य प्रदेश के मंडला जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बुधवार शाम को एक कुत्ते ने आतंक मचा दिया। सुकतारा, कंहारी, खगुआ, सूरजपुरा और बरगवां सहित लगभग 5-6 गांवों में इस कुत्ते ने 12 से अधिक लोगों को काट लिया, जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। इस घटना के बाद सभी घायल मरीजों को इलाज के लिए मंडला जिला अस्पताल ले जाया गया।
घायलों के अस्पताल पहुंचने का सिलसिला शाम से शुरू होकर देर रात तक जारी रहा। जिला अस्पताल के आरएमओ डॉ. प्रवीण उइके ने जानकारी दी कि रात करीब 8:30 बजे तक कुत्ते के काटने से घायल 12 मरीज अस्पताल पहुंचे थे, जिन्हें तुरंत प्राथमिक उपचार और इंजेक्शन दिए गए।
घायलों की गंभीर स्थिति के चलते अस्पताल में हड़कंप
घायलों में से तीन की स्थिति गंभीर बताई गई है, जिन्हें जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। गंभीर रूप से घायल मरीजों में खगुआ गांव के सत्यम जंघेला (24), बरगवां गांव के नसीब जंघेला (22), और खगुआ गांव के राहुल जंघेला शामिल हैं। इनकी स्थिति को देखते हुए मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों ने तुरंत उपचार शुरू किया।
स्थानीय निवासी इस घटना से दहशत में हैं और कुत्ते के आतंक से चिंतित हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि इस कुत्ते का जल्द से जल्द समाधान किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
स्थानीय प्रशासन का प्रतिक्रिया
घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए कुत्ते को पकड़ने के लिए टीम गठित की है। प्रशासन का कहना है कि वे इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और घायल लोगों को हर संभव मदद प्रदान करेंगे। वहीं, ग्रामीणों ने यह भी आग्रह किया है कि प्रशासन इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए ठोस कदम उठाए।
- घायलों को प्राथमिक उपचार दिया गया।
- तीन गंभीर मरीजों को जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया।
- स्थानीय प्रशासन ने कुत्ते को पकड़ने के लिए टीम बनाई।
समुदाय की चिंताएं और सुरक्षा उपाय
इस घटना ने स्थानीय समुदाय में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। कई लोग अब अपने बच्चों को बाहर खेलने से रोक रहे हैं और कुत्तों के प्रति सतर्कता बरत रहे हैं। घटना के बाद से ग्रामीणों में एक-दूसरे को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
इस प्रकार की घटनाओं से निपटने के लिए प्रशासन को चाहिए कि वे स्थानीय स्तर पर जागरूकता अभियान चलाएं और लोगों को इस तरह के जानवरों से दूर रहने के लिए प्रेरित करें। इसके साथ ही, लोगों को यह भी समझाना आवश्यक है कि यदि कोई जानवर उन्हें काटता है तो तुरंत अस्पताल जाकर इलाज कराना चाहिए।
निष्कर्ष
मंडला जिले में हुई इस कुत्ते के आतंक की घटना ने न केवल घायलों को बल्कि पूरे गांव को प्रभावित किया है। उम्मीद की जा रही है कि प्रशासन इस मामले में जल्दी कार्रवाई करेगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए उचित कदम उठाएगा। साथ ही, यह भी जरूरी है कि ग्रामीण समुदाय एकजुट होकर इस समस्या का समाधान निकालें ताकि सभी सुरक्षित रहें।
ऐसे मामलों में जागरूकता और सतर्कता सबसे महत्वपूर्ण है। सभी को चाहिए कि वे अपने आस-पास के जानवरों पर ध्यान दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत प्रशासन को सूचित करें।
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