बिहार में नशा विरोधी अभियान: पुलिस को मिली बड़ी सफलता
बिहार विधानसभा चुनाव-2025 को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और भयमुक्त माहौल में संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने एक नशा विरोधी अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत पुलिस को हाल ही में महत्वपूर्ण सफलता मिली है। पुलिस अधीक्षक शरथ आर.एस. के निर्देश पर करजाईन और भपटियाही थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की है, जिससे अवैध शराब की तस्करी पर पकड़ मजबूत हुई है।
करजाईन थाना क्षेत्र से 900 बोतल शराब बरामद
पुलिस अधीक्षक कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, करजाईन थाना क्षेत्र में गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने छापेमारी की। इस कार्रवाई के दौरान एक चारपहिया वाहन से 900 बोतल नेपाली देसी शराब बरामद की गई। पुलिस ने इस मामले में तात्कालिक कार्रवाई करते हुए तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार तस्करों में धीरज मेहता, शंभू शर्मा और रमण शर्मा शामिल हैं, जो सभी सीतापुर वार्ड नं.-01, थाना करजाईन, जिला सुपौल के निवासी हैं। इस संबंध में करजाईन थाना में कांड संख्या-125/25 दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
भपटियाही पुलिस ने 1080 बोतल दिलवाले शराब पकड़ी
भपटियाही थाना पुलिस ने भी इसी तरह की कार्रवाई करते हुए एक चारपहिया वाहन से 1080 बोतल नेपाली दिलवाले ब्रांड की शराब बरामद की। इस कार्रवाई में संजीव कुमार यादव को गिरफ्तार किया गया है, जो हरभंगा, थाना लौकही, जिला मधुबनी का निवासी है। इस मामले में भपटियाही थाना में कांड संख्या-212/25 दर्ज कर तफ्तीश की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
तस्करी नेटवर्क की जांच जारी
पुलिस अधीक्षक शरथ आर.एस. ने बताया कि बरामद की गई शराब के बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंक की जांच की जा रही है। इस जांच का उद्देश्य तस्करी के पूरे नेटवर्क का खुलासा करना है। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान शराब और नशा तस्करी पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।
निष्पक्ष चुनाव की दिशा में बड़ा कदम
इन कार्रवाइयों से प्रशासन ने स्पष्ट संदेश दिया है कि चुनाव में किसी भी प्रकार का अवैध प्रभाव या नशे का इस्तेमाल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस का यह अभियान आगामी दिनों में और तेज किया जाएगा ताकि जिले में पूरी तरह से शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान का वातावरण सुनिश्चित किया जा सके।
निष्कर्ष
बिहार में चुनावी माहौल को स्वच्छ और निष्पक्ष बनाने के लिए प्रशासन की यह कार्रवाई महत्वपूर्ण है। पुलिस की तत्परता और सक्रियता से न केवल अवैध शराब की तस्करी पर अंकुश लगेगा, बल्कि इससे चुनावी प्रक्रिया में भी पारदर्शिता आएगी। प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि चुनाव में किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए वे पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।
इस प्रकार, बिहार में नशा विरोधी अभियान के तहत पुलिस की कार्रवाई ने एक सकारात्मक दिशा में कदम बढ़ाया है, जो आने वाले चुनावों को लेकर एक आशा की किरण प्रस्तुत करता है।