रायगढ़ में सरकारी स्कूल के हेड मास्टर पर हमला
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में एक सरकारी स्कूल के हेड मास्टर को तीन लोगों ने मिलकर बुरी तरह से पीटा है। यह घटना तब हुई जब हेड मास्टर प्रेम साय यादव स्कूल में मौजूद थे। हमलावरों में दो भाई शामिल थे, जिन्होंने न केवल शारीरिक उत्पीड़न किया बल्कि हेड मास्टर की जेब से 5 हजार रुपए भी लूट लिए। इस घटना ने स्थानीय समुदाय में चिंता का माहौल पैदा कर दिया है।
घटना का विवरण
घटना सोमवार की सुबह लगभग 11:30 बजे की है, जब अमन गुप्ता और उसके भाई सागर गुप्ता, अपने एक अन्य साथी के साथ, जशपुर जिले के ग्राम सुरंगपानी से स्कूल पहुंचे। वे बिना किसी कारण के हेड मास्टर से गाली-गलौज करने लगे और फिर अचानक उन पर हमला कर दिया। उन्होंने प्रेम साय यादव की शर्ट के पॉकेट में रखे 5 हजार रुपए भी चुरा लिए। घटना को स्कूल की रसोइया और कुछ बच्चों ने भी देखा, जिससे यह स्पष्ट है कि यह एक सुनियोजित हमला था।
पीड़ित की शिकायत और पुलिस की कार्रवाई
घटना के बाद, पीड़ित प्रेम साय यादव लैलूंगा थाना गए, लेकिन वहां उनकी शिकायत दर्ज नहीं की गई। इससे परेशान होकर उन्होंने पुलिस अधीक्षक (SP) के कार्यालय में लिखित शिकायत दी। उन्होंने SP को बताया कि किस तरह से उन पर हमला किया गया और पैसे लूटे गए। उन्होंने FIR दर्ज करने की मांग की।
पुलिस ने मामला दर्ज किया
मंगलवार की शाम को लैलूंगा पुलिस ने अंततः आरोपियों के खिलाफ धारा 115(2)-BNS, 296-BNS, 3(5)-BNS, 351(2)-BNS के तहत अपराध दर्ज किया। यह कदम तब उठाया गया जब SP कार्यालय में शिकायत के बाद मामले को गंभीरता से लिया गया। पुलिस ने कहा कि वे मामले की जांच करेंगे और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
रुपए लेन-देन का विवाद
प्रेम साय यादव ने बताया कि उनका बेटा आरोपियों से पैसे ले चुका था, और इसी वजह से यह विवाद उत्पन्न हुआ। उन्होंने कहा, “मुझे यह जानने की कोशिश करनी है कि मेरे बेटे ने कितने पैसे लिए थे।” यह स्पष्ट है कि यह घटना व्यक्तिगत विवाद का परिणाम है, लेकिन इसके बावजूद हेड मास्टर पर हुआ हमला बेहद गंभीर है।
समुदाय की प्रतिक्रिया
इस घटना ने स्थानीय समुदाय में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा कर दिया है। लोग इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि स्कूल के शिक्षकों की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाए जाने चाहिए। कई लोगों ने कहा है कि ऐसी घटनाएँ शिक्षा के माहौल को खराब कर सकती हैं और बच्चों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं।
निष्कर्ष
रायगढ़ जिले में हुई इस घटना ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि शिक्षा के क्षेत्र में भी कानून और व्यवस्था को बनाए रखना आवश्यक है। हमले के बाद, पीड़ित की शिकायत और पुलिस की कार्रवाई यह दर्शाती है कि यदि स्थानीय स्तर पर कानून का उल्लंघन होता है तो लोगों को अपनी आवाज उठाने का हक है। अब देखना यह है कि पुलिस इस मामले में क्या कदम उठाती है और क्या आरोपियों को सजा मिलती है।