Competition: पौआखाली में विजयदशमी पर खेल प्रतियोगिता का आयोजन, सांस्कृतिक कार्यक्रम में बच्चों और महिलाओं ने लिया हिस्सा



किशनगंज में विजयदशमी पर खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किशनगंज के पौआखाली थाना क्षेत्र के भोलमारा ग्राम पंचायत में स्थित सार्वजनिक दुर्गा मंदिर सरायकुड़ी में गुरुवार को विजयदशमी के अवसर पर…

Competition: पौआखाली में विजयदशमी पर खेल प्रतियोगिता का आयोजन, सांस्कृतिक कार्यक्रम में बच्चों और महिलाओं ने लिया हिस्सा

किशनगंज में विजयदशमी पर खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन

किशनगंज के पौआखाली थाना क्षेत्र के भोलमारा ग्राम पंचायत में स्थित सार्वजनिक दुर्गा मंदिर सरायकुड़ी में गुरुवार को विजयदशमी के अवसर पर विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इस समारोह में बच्चों और महिलाओं ने बड़ी उत्साह के साथ भाग लिया। खेलों का यह आयोजन न केवल मनोरंजन का साधन बना, बल्कि यह क्षेत्र के लोगों को एक साथ लाने का भी माध्यम बना। इस दौरान प्रतिभागियों ने खेलों का आनंद लिया और अपने कौशल का प्रदर्शन किया।

कार्यक्रम में सरायकुड़ी, गोगोरिया, दस्तूर, रूपादह, चांदपटवा और डाबर जैसे कई गांवों के लोग शामिल हुए। आयोजकों में से एक, पूर्व प्रमुख आदित्य उर्फ मंटू कुमार गणेश ने बताया कि यह खेल प्रतियोगिताएं पिछले कुछ वर्षों से बच्चों के मानसिक विकास और शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित की जा रही हैं। इस प्रकार के आयोजन न केवल बच्चों को खेल के प्रति प्रेरित करते हैं, बल्कि उनके सामाजिक कौशल को भी विकसित करते हैं।

आयोजन में प्रमुख व्यक्तित्व और उनके योगदान

सार्वजनिक दुर्गा मंदिर सरायकुड़ी के अध्यक्ष जय कुमार और अन्य सदस्यों जैसे महेंद्र कुमार गणेश, रंगलाल, किशन लाल, सुबल, धर्मेंद्र, अमित, सुभाष, सुनील, विशाल, अमल ने इन खेलों की देखरेख की। आदित्य उर्फ मंटू कुमार गणेश ने आयोजन को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस प्रकार के आयोजनों से न केवल खेलों की संस्कृति को बढ़ावा मिलता है, बल्कि यह स्थानीय समुदाय को भी एकजुट करता है।

प्रतियोगिताओं के परिणाम और विजेताओं की घोषणा

गुरुवार की रात लगभग 10 बजे तक चले खेल प्रतियोगिताओं के अंत में विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। ‘मैजिकल चीयर’ प्रतियोगिता में अन्नू कुमारी को प्रथम पुरस्कार (गैस चूल्हा), तन्नू कुमारी को द्वितीय पुरस्कार (डबल हॉटपॉट) और श्वेता कुमारी को तृतीय पुरस्कार (किचन सेट) प्रदान किया गया। इसी प्रकार, ‘हांडी फोड़’ प्रतियोगिता में हेमंती देवी ने मल्टीमीडिया मोबाइल फोन जीतकर प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि तिलो देवी को द्वितीय पुरस्कार (डबल हॉटपॉट) और पन्ना देवी को तृतीय पुरस्कार (किचन सेट) से सम्मानित किया गया।

समाज में खेलों का महत्व

यह आयोजन केवल प्रतियोगिताओं तक सीमित नहीं था, बल्कि यह समाज में खेलों के महत्व को भी दर्शाता है। खेल न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं, बल्कि मानसिक विकास और टीम वर्क के लिए भी महत्वपूर्ण होते हैं। ऐसे आयोजनों से बच्चों को आत्मविश्वास मिलता है और वे अपने कौशल को विकसित कर सकते हैं। इसके अलावा, यह गाँवों के बीच आपसी सम्बन्धों को भी मजबूत करता है।

इस प्रकार के खेल आयोजन न केवल विजयदशमी जैसे त्योहारों के दौरान होते हैं, बल्कि पूरे वर्ष भर विभिन्न अवसरों पर आयोजित किए जाते हैं। इन आयोजनों के माध्यम से स्थानीय संस्कृति और परंपराओं को भी बढ़ावा मिलता है। ऐसे आयोजन स्थानीय निवासियों के लिए एक साथ आने और एक दूसरे के साथ बंधन बनाने का एक अद्भुत अवसर होते हैं।

अंत में, यह कहा जा सकता है कि किशनगंज के इस आयोजन ने न केवल खेलों के प्रति लोगों की रुचि बढ़ाई, बल्कि यह समाज में एकता और सहयोग की भावना को भी मजबूत किया। ऐसे कार्यक्रमों की निरंतरता से न केवल खेलों का विकास होगा, बल्कि यह क्षेत्र की सामाजिक संरचना को भी मजबूत करेगा।

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