Bihar News: ‘माता-पिता दूसरे दल के हैं, कैसे तस्वीर लगाऊं’: तेजप्रताप ने लालू-राबड़ी की तस्वीर पर दिया जवाब



तेजप्रताप यादव ने जन संवाद यात्रा के दौरान उठाए महत्वपूर्ण मुद्दे बिहार में अपने जन संवाद यात्रा के तहत तेजप्रताप यादव ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात की। इस दौरान…

Bihar News: ‘माता-पिता दूसरे दल के हैं, कैसे तस्वीर लगाऊं’: तेजप्रताप ने लालू-राबड़ी की तस्वीर पर दिया जवाब

तेजप्रताप यादव ने जन संवाद यात्रा के दौरान उठाए महत्वपूर्ण मुद्दे

बिहार में अपने जन संवाद यात्रा के तहत तेजप्रताप यादव ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात की। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए अपने पोस्टर पर माता-पिता की तस्वीर न होने के संबंध में कहा कि यह उनकी पार्टी का मामला है और वे इस पर कुछ नहीं कर सकते। तेजस्वी यादव के पोस्टर पर माता-पिता की तस्वीर न होने पर उन्होंने कहा कि वे लालू यादव की पार्टी राजद के नेता हैं, इसलिए उनके पोस्टर पर माता-पिता की तस्वीर नहीं होना स्वाभाविक है।

गोपालगंज में जनसभा को संबोधित करते हुए तेजप्रताप

गायघाट में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए तेजप्रताप यादव ने प्रदेश में व्याप्त भ्रष्टाचार और लूटखसोट के मुद्दे पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बिहार में आज सभी नेता और पदाधिकारी जनता की संपत्ति को लूटने में लगे हुए हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि मुजफ्फरपुर में 10 साल पहले किए गए वादे अब तक पूरे नहीं हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने बंद चीनी मिलों को चालू करने का वादा किया था, लेकिन अब तक कुछ नहीं किया गया।

जनसभा को संबोधित करते तेजप्रताप यादव।

मजदूरों के पलायन का मुद्दा

तेजप्रताप यादव ने आगे कहा कि एनडीए सरकार बिहार से मजदूरों के पलायन को रोकने में पूरी तरह से विफल रही है। उन्होंने अपने पारंपरिक धोती और कुर्ता पहनावे में कहा कि वे महात्मा गांधी की विचारधारा का पालन कर रहे हैं। उन्होंने माता-पिता के विचारों को सम्मान दिया और कहा कि भले ही उनके विचार अलग हों, वे उनके लिए पूजनीय हैं। तेजप्रताप ने यह भी घोषणा की कि गायघाट विधानसभा सीट से जनशक्ति जनता दल का उम्मीदवार स्थानीय ही होगा, और कार्यकर्ता उसे जिताने का पूरा प्रयास करेंगे।

धोती-कुर्ता पहनावे पर तेजप्रताप का विचार

अपने धोती-कुर्ता पहनावे के बारे में तेजप्रताप ने कहा कि यह बिहारी संस्कृति का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी विदेशी कपड़ों के पीछे भाग रही है, जबकि उन्हें अपने परंपरागत कपड़े पहनने चाहिए। महात्मा गांधी ने अपने समय में चरखा चलाकर खादी को बढ़ावा दिया और आज की पीढ़ी को भी इसी दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। तेजप्रताप ने कहा कि आजादी के समय के युवा भी धोती पहनते थे, और इसे अपनाना चाहिए।

जनशक्ति जनता दल का मिशन

तेजप्रताप ने जनशक्ति जनता दल के मिशन को स्पष्ट करते हुए कहा कि उनका उद्देश्य बिहार में व्यापक परिवर्तन लाना है। उन्होंने बेरोजगारी, पलायन और शिक्षा के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया और कहा कि उनका सिंबल ‘ब्लैक बोर्ड’ शिक्षा का प्रतीक है। उन्होंने यह भी कहा कि जनशक्ति जनता दल आम जनता की शक्ति से बना है, और वे इसे सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

इस प्रकार, तेजप्रताप यादव ने जन संवाद यात्रा के दौरान बिहार में चल रहे मुद्दों पर अपने विचार रखे और अपने पार्टी के उद्देश्यों को स्पष्ट किया। उनकी बातें बिहार की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं, और उनके विचारों को सुनकर यह स्पष्ट होता है कि वे अपने राज्य के विकास के लिए कितने गंभीर हैं।

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