गोपालगंज में विधानसभा चुनाव के लिए सुरक्षा प्रबंधों का फ्लैग मार्च
गोपालगंज में आगामी विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने के लिए बुधवार को एक फ्लैग मार्च का आयोजन किया गया। यह मार्च नगर थानाध्यक्ष परवीन प्रभाकर के नेतृत्व में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की बटालियन के साथ किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य चुनाव प्रक्रिया को सुरक्षित बनाना और मतदाताओं में विश्वास जगाना था।
फ्लैग मार्च नगर थाना से प्रारंभ होकर शहर के विभिन्न मार्गों से गुजरा। इस दौरान सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस बल के जवानों ने सक्रियता से शहर के मुख्य और संवेदनशील इलाकों का दौरा किया। यह मार्च थाना चौक से शुरू होकर पुरानी चौक, कौशल्या चौक और जंगलिया मोहल्ला जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों से होते हुए पुलिस लाइन में समाप्त हुआ।
मतदाताओं से अपील और सुरक्षा का आश्वासन
इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने मतदाताओं से अपील की कि वे निर्भीक होकर अपने मताधिकार का प्रयोग करें। अधिकारियों ने स्पष्ट रूप से कहा कि चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की अशांति या असामाजिक गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह संदेश मतदाताओं के बीच सुरक्षा का एक मजबूत विश्वास स्थापित करने के लिए दिया गया था।
फ्लैग मार्च में शामिल अधिकारी।
संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष ध्यान
पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित ने बताया कि विधानसभा चुनाव के लिए सभी सुरक्षा व्यवस्था की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से संवेदनशील मतदान केंद्रों और अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी रखी जाएगी। सीआरपीएफ की तैनाती और फ्लैग मार्च जैसे कदम यह सुनिश्चित करते हैं कि मतदाता बिना किसी डर के मतदान कर सकें और चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी रहे।
अवधेश दीक्षित ने यह भी कहा कि चुनाव संपन्न होने तक शहर में लगातार गश्त और पेट्रोलिंग जारी रहेगी, ताकि कानून व्यवस्था पूरी तरह से नियंत्रण में रहे। उनकी इस पहल से स्थानीय निवासियों में एक सकारात्मक माहौल बना है और सभी मतदाताओं को विश्वास दिलाया गया है कि उनकी सुरक्षा सबसे पहले है।
निष्कर्ष
इस प्रकार, गोपालगंज में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए किए गए सुरक्षा प्रबंधों का उद्देश्य न केवल चुनाव को शांतिपूर्ण बनाना है, बल्कि मतदाताओं में विश्वास जगाना भी है। पुलिस और सीआरपीएफ की सक्रियता से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सभी नागरिक निर्भीक होकर अपने मतदान का अधिकार निभा सकें। इस तरह की पहल चुनावी प्रक्रिया को अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाने में सहायक सिद्ध होगी।