Computer Baba की गौमाता न्याय-यात्रा स्थगित: बारिश के कारण 7 अक्टूबर को नहीं होगी



नर्मदापुरम में गौमाता न्याय यात्रा स्थगित मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम में प्रसिद्ध राष्ट्रीय संत महामंडलेश्वर कंप्यूटर बाबा द्वारा आयोजित की जाने वाली गौमाता न्याय यात्रा अब आगे के लिए स्थगित…

Computer Baba की गौमाता न्याय-यात्रा स्थगित: बारिश के कारण 7 अक्टूबर को नहीं होगी

नर्मदापुरम में गौमाता न्याय यात्रा स्थगित

मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम में प्रसिद्ध राष्ट्रीय संत महामंडलेश्वर कंप्यूटर बाबा द्वारा आयोजित की जाने वाली गौमाता न्याय यात्रा अब आगे के लिए स्थगित कर दी गई है। यह यात्रा, जो कि 7 से 14 अक्टूबर के बीच आयोजित की जानी थी, अब मौसम के कारण टल गई है। मौसम विभाग ने 15 अक्टूबर तक भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है, जिसके चलते यात्रा को सुरक्षा की दृष्टि से स्थगित करना पड़ा।

कंप्यूटर बाबा ने इस यात्रा के माध्यम से गायों को राज्य माता का दर्जा दिलाने और उनके संरक्षण की मांग की थी। उन्होंने बताया कि इस विशेष यात्रा में हजारों साधु-संत, गौभक्त और धर्मप्रेमी शामिल होने वाले थे। हालांकि, अब यात्रा को स्थगित कर दिया गया है। यह निर्णय सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।

यात्रा की नई तारीख का ऐलान

कंप्यूटर बाबा ने स्पष्ट किया कि जैसे ही मौसम अनुकूल होगा, यात्रा की नई तारीख की घोषणा की जाएगी। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे उत्साह और श्रद्धा के साथ इस पवित्र यात्रा का हिस्सा बनने के लिए तैयार रहें। बाबा का मानना है कि गौसेवा का यह अभियान सभी के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, और इसे आगे बढ़ाने की आवश्यकता है।

यात्रा की विस्तृत रूपरेखा

सभी तैयारियों के अनुसार, इस यात्रा में साधु-संत, धर्मप्रेमी समाज, किसान, नेता और अभिनेता शामिल होने वाले थे। बाबा के अनुसार, यह यात्रा लगभग 10,000 गायों के साथ मुख्यमंत्री निवास तक पहुंचने की योजना बनाई गई थी। यात्रा के स्थगित होने के बाद भी, बाबा ने लोगों से जुड़े रहने और गौसेवा के कार्य में सहयोग देने की अपील की है। उन्होंने कहा कि गौ माता की सेवा एक महत्वपूर्ण धर्म है, और इसे कभी भी नहीं छोड़ना चाहिए।

गौ माता के संरक्षण का महत्व

गायों का संरक्षण और उनके कल्याण के लिए इस यात्रा का आयोजन किया गया था। कंप्यूटर बाबा ने बताया कि गायों को केवल धार्मिक दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि सामाजिक और आर्थिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण माना जाता है। गायों का दूध, गोबर और गोमूत्र से कई प्रकार के उत्पाद बनाए जा सकते हैं, जो किसान और समाज के लिए लाभकारी हैं। इसलिए, यह यात्रा केवल धार्मिक नहीं, बल्कि एक सामाजिक आंदोलन का भी हिस्सा है।

इस यात्रा के माध्यम से कंप्यूटर बाबा का उद्देश्य है कि समाज में गायों के प्रति जागरूकता बढ़ाई जाए और लोगों को उनके संरक्षण के प्रति प्रेरित किया जाए। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे गौसेवा के कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और इस पवित्र उद्देश्य के लिए अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।

समाज में गौ माता की भूमिका

गौ माता भारतीय संस्कृति में एक विशेष स्थान रखती हैं। इन्हें माता का दर्जा दिया गया है और इन्हें पूजनीय माना जाता है। गाय के दूध, गोबर और गोमूत्र का उपयोग न केवल धार्मिक कार्यों में होता है, बल्कि यह कृषि के क्षेत्र में भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। गायों के संरक्षण से कृषि उत्पादकता बढ़ती है और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलती है।

कंप्यूटर बाबा ने बताया कि इस यात्रा के माध्यम से समाज में गायों के प्रति प्रेम और सम्मान को बढ़ावा देना है। उन्होंने सभी से अपील की है कि वे गौ माता की सेवा में आगे आएं और इस यात्रा के माध्यम से एक सकारात्मक संदेश फैलाएं।

कुल मिलाकर, यह यात्रा न केवल गायों के संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह समाज में जागरूकता फैलाने और धार्मिक भावनाओं को जोड़ने का भी एक प्रयास है। सभी भक्तों को अब नई तारीख का इंतजार है, जब यह यात्रा पुनः शुरू होगी।

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