उत्तरी क्षेत्र पुलिस समन्वय समिति की बैठक में सुरक्षा रणनीतियों पर चर्चा
राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून। पुलिस मुख्यालय देहरादून में उत्तरी क्षेत्र पुलिस समन्वय समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य उत्तरी क्षेत्र में कानून-व्यवस्था और सुरक्षा को मजबूत करना था। अधिकारियों ने साझा रणनीति बनाने पर चर्चा की, जिसमें नेपाल में हालिया घटनाक्रम के आलोक में सीमा प्रबंधन की चुनौतियों का सामना करने के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर निगरानी बढ़ाने पर जोर दिया गया। इस बैठक में आपसी समन्वय, क्षमता निर्माण और तकनीकी सहयोग को बढ़ाने का सामूहिक संकल्प भी लिया गया।
गुरुवार को पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, लद्दाख, चंडीगढ़, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के अधिकारी ऑनलाइन माध्यम से शामिल हुए। बैठक में भारत-नेपाल सीमा की भौगोलिक और सामाजिक परिस्थितियों के कारण सीमा प्रबंधन से जुड़ी चुनौतियों का सामना करने के लिए तकनीकी साधनों के उपयोग पर विशेष जोर दिया गया। इसके साथ ही उत्तरी क्षेत्र में मादक पदार्थों की बढ़ती तस्करी, साइबर अपराध और डिजिटल माध्यम से फैल रही कट्टरपंथी विचारधाराओं पर भी चर्चा की गई।
कुंभ मेले की सुरक्षा और नई रणनीतियों पर ध्यान
बैठक में उत्तराखंड में वर्ष 2027 में आयोजित होने वाले कुंभ मेले को ध्यान में रखते हुए रेलवे अवसंरचना की सुरक्षा और पर्यटन पुलिस को प्रभावी बनाने पर भी जोर दिया गया। अधिकारियों ने सहमति व्यक्त की कि कुंभ मेले के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है, जिससे श्रद्धालुओं और पर्यटकों को कोई परेशानी न हो। इसके अलावा, बैठक में तीन नए कानूनों के सफल क्रियान्वयन, आपदा प्रबंधन, रेलवे सुरक्षा, इंटरनेट मीडिया पर फैल रही फर्जी खबरों और दुष्प्रचार से निपटने के लिए नई रणनीतियों को प्रभावी बनाने का निर्णय लिया गया।
सीमा प्रबंधन और तकनीकी साधनों का महत्व
बैठक के दौरान चर्चा की गई कि नेपाल के साथ सीमा प्रबंधन में चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए, अधिकारियों को तकनीकी साधनों का उपयोग करना चाहिए। इसमें स्मार्ट निगरानी सिस्टम और ड्रोन तकनीक का उपयोग किया जा सकता है। यह न केवल सीमा की निगरानी को बेहतर बनाएगा, बल्कि तस्करी और अन्य अपराधों पर भी प्रभावी नियंत्रण स्थापित करेगा।
- सीमा में मादक पदार्थों की तस्करी में वृद्धि पर चर्चा
- साइबर अपराध के मामलों में बढ़ोतरी
- कट्टरपंथी विचारधाराओं का डिजिटल माध्यम से फैलाव
- रेलवे सुरक्षा और आपदा प्रबंधन पर नई रणनीतियाँ
इसके अलावा, बैठक में संचार और सहयोग के माध्यम से सभी राज्यों के बीच समन्वय को मजबूत करने की आवश्यकता पर भी बल दिया गया। अधिकारियों ने यह महसूस किया कि एकजुट होकर काम करने से न केवल सुरक्षा में सुधार होगा, बल्कि आपसी विश्वास भी बढ़ेगा।
निष्कर्ष
उत्तरी क्षेत्र पुलिस समन्वय समिति की यह बैठक महत्वपूर्ण सुरक्षा मुद्दों पर विचार करने और एकजुट होकर कार्य करने का एक बड़ा कदम है। बैठक में उठाए गए मुद्दे और प्रस्तावित रणनीतियाँ निश्चित रूप से उत्तरी क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को मजबूत करने में सहायक सिद्ध होंगी। सीमा प्रबंधन और आधुनिक तकनीक का समुचित उपयोग इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उत्तरी क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए इस प्रकार की बैठकें आवश्यक हैं। इनसे न केवल सुरक्षा में सुधार होगा, बल्कि इससे नागरिकों के बीच विश्वास भी बढ़ेगा। अधिकारियों की यह पहल निश्चित रूप से सकारात्मक परिणाम लाएगी।