मेरठ। भारतीय जनता पार्टी की नेता एवं पूर्व एमएलसी डॉ. सरोजिनी अग्रवाल के एनसीआर मेडिकल कॉलेज पर नेशनल मेडिकल काउंसिल (NMC) ने कड़ी कार्रवाई की है। भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के गंभीर आरोपों के कारण कॉलेज की सभी एमबीबीएस सीटें शून्य घोषित कर दी गई हैं। इसके फलस्वरूप, शैक्षणिक सत्र 2025-26 में इस कॉलेज में किसी भी छात्र का एमबीबीएस में प्रवेश नहीं होगा।
फैकल्टी और मरीजों की जानकारी में अनियमितताएं
जांच में सामने आया कि कॉलेज द्वारा फर्जी फैकल्टी और काल्पनिक मरीजों का विवरण प्रस्तुत किया गया था। बायोमेट्रिक प्रणाली में भी गड़बड़ी की गई। इसके अतिरिक्त, पैनल के सदस्यों को रिश्वत देकर फर्जी निरीक्षण रिपोर्ट तैयार कराई गई। इन आरोपों के आधार पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने डॉ. सरोजिनी अग्रवाल की बेटी शिवानी अग्रवाल के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया है।
मान्यता रद्द, दाखिले पर रोक
एनएमसी ने भ्रष्टाचार और निरीक्षण में धोखाधड़ी के मामलों में देशभर के छह मेडिकल कॉलेजों की एमबीबीएस और पीजी सीटों की स्वीकृति रद्द कर दी है। यह कार्रवाई सीबीआई की जांच रिपोर्ट के आधार पर की गई है, जिसमें फर्जी फैकल्टी, काल्पनिक मरीज और बायोमेट्रिक सिस्टम में छेड़छाड़ जैसे आरोप सामने आए हैं। इन कॉलेजों में इस शैक्षणिक सत्र में कोई नया दाखिला नहीं होगा।
- एनएमसी ने संबंधित कॉलेजों के नए पाठ्यक्रम या सीट वृद्धि के किसी भी आवेदन पर भी रोक लगा दी है।
- आरोपित अधिकारियों और कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की गई है।
राजनीतिक पृष्ठभूमि
डॉ. सरोजिनी अग्रवाल पूर्व में समाजवादी पार्टी से जुड़ी थीं और उनके कॉलेज का नाम पहले मुलायम सिंह यादव मेडिकल कॉलेज था, जिसे बाद में बदल दिया गया। भाजपा में शामिल होने के बाद उन्हें मिली मान्यता अब निरस्त हो चुकी है। इस कार्रवाई से डॉ. सरोजिनी अग्रवाल को बड़ा झटका लगा है।