जवाहर नवोदय विद्यालय में छात्रों का विरोध प्रदर्शन
लखीमपुर खीरी के मितौली कस्बा स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में सोमवार को लगभग 150 छात्रों ने विद्यालय प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए स्वयं को हॉस्टल के कमरों में बंद कर लिया। इस घटना की सूचना पर जिला प्रशासन में हलचल मच गई। मीडिया प्रतिनिधियों के पहुंचने पर उन्हें परिसर से बाहर कर दिया गया, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई। हॉस्टल के भीतर मौजूद छात्रों में गहरा आक्रोश देखा गया। कुछ छात्रों ने आत्महत्या की धमकी भी दी है।
छात्रों का कहना है कि यदि एक घंटे के भीतर जिलाधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। विद्यालय परिसर में तनावपूर्ण माहौल व्याप्त है। छात्रों ने विद्यालय के प्रधानाचार्य पर मानसिक प्रताड़ना सहित कई गंभीर आरोप लगाए हैं। इस मामले की कवरेज के लिए पहुंची मीडिया को भी परिसर में प्रवेश से रोका गया है, जिससे विद्यालय प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं।
छात्रों की मांगें और प्रशासन की प्रतिक्रिया
सोमवार सुबह सीनियर हॉस्टल के छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू किया। छात्रों का आरोप है कि प्रधानाचार्य द्वारा उनके प्रति अनुचित व्यवहार किया जा रहा है और उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है, जिससे हॉस्टल और विद्यालय परिसर में भय का वातावरण है। इन आरोपों के चलते छात्रों ने सामूहिक रूप से स्वयं को कमरों में बंद कर लिया।
मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा छात्रों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है। छात्रों ने विद्यालय समिति के जिला समन्वयक (डीसी) और सहायक आयुक्त (एसी) को बुलाने की मांग की है। सहायक आयुक्त सुमन कुमार ने बताया कि बच्चों से संवाद किया जा रहा है और मामले में त्वरित कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों से संपर्क किया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि नवोदय विद्यालय सरकारी संस्था है, जिसमें प्राचार्य का निलंबन सहायक आयुक्त द्वारा नहीं किया जाता, बल्कि यह अनुशंसा के आधार पर होता है। प्रशासन ने छात्रों से संवाद के कई प्रयास किए हैं।