**आगरा धर्मांतरण मामले में गोवा कनेक्शन: यूपी एसटीएस ने गिरोह की कमांडर आयशा को गिरफ्तार किया, विदेशी फंडिंग (Foreign Funding) का हुआ खुलासा**



लखनऊ। उत्तर प्रदेश एसटीएस ने आगरा में धर्मांतरण से जुड़े मामले में बड़ी सफलता प्राप्त की है। इस प्रकरण में 26 वर्षीय महिला आयशा को गोवा से गिरफ्तार किया गया…

**आगरा धर्मांतरण मामले में गोवा कनेक्शन: यूपी एसटीएस ने गिरोह की कमांडर आयशा को गिरफ्तार किया, विदेशी फंडिंग (Foreign Funding) का हुआ खुलासा**

लखनऊ। उत्तर प्रदेश एसटीएस ने आगरा में धर्मांतरण से जुड़े मामले में बड़ी सफलता प्राप्त की है। इस प्रकरण में 26 वर्षीय महिला आयशा को गोवा से गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी गोवा पुलिस और यूपी एटीएस के संयुक्त अभियान के तहत की गई।

धर्मांतरण मामले में आयशा की भूमिका

आगरा धर्मांतरण मामले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे कई नए तथ्य सामने आ रहे हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आयशा की इस मामले में महत्वपूर्ण भूमिका रही है। जांच में सामने आया है कि आयशा को विदेशों से फंडिंग प्राप्त होती थी, जिसका उपयोग देश के भीतर धर्मांतरण के लिए किया जाता था।

मामले की गंभीरता और अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन

यूपी पुलिस की जांच में यह तथ्य सामने आया है कि यह मामला छांगुर से भी अधिक गंभीर है। जांच के अनुसार, धर्मांतरण का यह पैटर्न लश्कर-ए-तैयबा और आईएसआईएस जैसे संगठनों की तर्ज पर भारत विरोधी गतिविधियों के रूप में संचालित किया जा रहा था, जिसमें अन्य देशों के लोगों की भी संलिप्तता पाई गई है[1]।

आयशा की कार्यशैली

पुलिस के अनुसार, आयशा धर्मांतरण गिरोह में कमांडर की भूमिका निभा रही थी। वह पाकिस्तान, कनाडा और अमेरिका में स्थित सरगनाओं के निर्देश पर काम करती थी। विदेशों से आने वाली फंडिंग का अवैध रूप से धर्मांतरण में उपयोग करने और पैसों के वितरण की जिम्मेदारी भी आयशा के पास थी[1]।

आयशा की पृष्ठभूमि

जांच में पता चला है कि आयशा मूल रूप से ओडिशा की रहने वाली है और अपने परिवार के साथ गोवा में रहती थी। आयशा ने स्वयं भी धर्म परिवर्तन कर इस्लाम धर्म अपनाया था। पुलिस ने यह भी जानकारी दी है कि उसके पति का नाम शेखर राय उर्फ हसन अली है, जो धर्मांतरण गिरोह में कानूनी सलाहकार की भूमिका निभाता था।