फिरोजाबाद में पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल
फिरोजाबाद में हाल ही में हुए एक बड़े एनकाउंटर के बाद पुलिस प्रशासन में व्यापक परिवर्तन किए गए हैं। यह एनकाउंटर दो करोड़ रुपए की लूट के मुख्य आरोपी और ₹50,000 के इनामी बदमाश नरेश पंडित का था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सौरभ दीक्षित ने रविवार को आदेश जारी करते हुए बताया कि इस ऑपरेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अधिकारियों को नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। यह कदम कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाने और पुलिस महकमे की कार्यक्षमता को बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया गया है।
एनकाउंटर के बाद अधिकारियों की नई जिम्मेदारियां
इस फेरबदल के तहत, एनकाउंटर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले एसओजी प्रभारी अमित तोमर को थाना पचोखरा का थानाध्यक्ष बनाया गया है। इसके अलावा, पूरे ऑपरेशन की निगरानी करने वाले सीओ शिकोहाबाद प्रवीण कुमार तिवारी को सीओ सिटी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं, पूर्व सीओ सिटी अरुण कुमार चौरसिया को अब सीओ शिकोहाबाद नियुक्त किया गया है। इस तरह के बदलाव से यह स्पष्ट होता है कि पुलिस प्रशासन में उत्कृष्टता और मेहनत को महत्व दिया जा रहा है।
थानाध्यक्ष स्तर पर भी महत्वपूर्ण परिवर्तन
पुलिस विभाग में थानाध्यक्ष स्तर पर भी कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। चंचल त्यागी को सीओ सदर का प्रभार दिया गया है। वहीं, पचोखरा की थानाध्यक्ष पारुल मिश्रा को थाना नगला सिंघी का प्रभार दिया गया है। नगला सिंघी के निरीक्षक कृष्ण स्वरूप पाल को अब थाना बसई मोहम्मदपुर का थानाध्यक्ष बनाया गया है। इस प्रकार के बदलाव पुलिस में नई ऊर्जा का संचार करने का कार्य कर रहे हैं।
उप निरीक्षकों के स्तर पर भी तबादले
उप निरीक्षक स्तर पर भी कई तबादले हुए हैं। भरत सिंह को थाना खेरगढ़ से पुलिस लाइन भेजा गया है, जबकि मनमोहन शर्मा को थाना शिकोहाबाद से पुलिस लाइन स्थानांतरित किया गया है। रामबीर सिंह को थाना एका से स्थानांतरित कर वाचक, एएसपी ग्रामीण नियुक्त किया गया है। सुमित कुमार और मोहित कुमार को भी पुलिस लाइन भेजा गया है। प्रवीण कुमार को थाना रामगढ़ से थाना जसराना स्थानांतरित किया गया है। इसके अलावा, महिला उप निरीक्षकों में भी बदलाव किए गए हैं, जिसमें प्रीति राय को थाना दक्षिण से प्रभारी परिवार परामर्श केंद्र बनाया गया है।
न्यायालय सुरक्षा में भी बदलाव
विभाग में रजनी वर्मा को न्यायालय सुरक्षा में तैनात किया जाएगा। एसएसपी सौरभ दीक्षित ने स्पष्ट किया कि यह सभी बदलाव बेहतर कानून-व्यवस्था और प्रभावी नेतृत्व के लिए आवश्यक थे। उन्होंने कहा, “जिन अधिकारियों ने उत्कृष्ट कार्य किया है, उन्हें उनकी मेहनत के अनुरूप जिम्मेदारी सौंपी गई है।” यह संकेत करता है कि फिरोजाबाद पुलिस अब नरेश गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश में दबिशें दे रही है और इस दिशा में सक्रियता बढ़ा रही है।
पुलिस महकमे में नई ऊर्जा का संचार
इस बड़े फेरबदल के साथ ही पुलिस महकमे में नई ऊर्जा का संचार देखने को मिल रहा है। अधिकारियों का मनोबल ऊंचा किया गया है और उन्हें नई जिम्मेदारियों के माध्यम से अपने कार्यों में और भी बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया गया है। फिरोजाबाद की पुलिस अब नरेश गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए सक्रिय रूप से प्रयासरत है।
इस प्रकार, फिरोजाबाद में पुलिस विभाग में हुए इन परिवर्तनों ने न केवल प्रशासनिक ढांचे को नया रूप दिया है, बल्कि स्थानीय नागरिकों में भी सुरक्षा का विश्वास बढ़ाया है। पुलिस विभाग के इस सक्रियता से यह उम्मीद की जा रही है कि आगे कानून-व्यवस्था को और भी बेहतर बनाया जा सकेगा।