Wildlife: खंडेला में पंसारी की दुकान पर वन्य-जीवों के अवशेष मिले, दुकानदार गिरफ्तार; वाइल्डलाइफ क्राइम ब्रांच ने की कार्रवाई



राजस्थान में वन्यजीवों के अवशेष बरामद, व्यापारी गिरफ्तार जयपुर: राजस्थान की वाइल्डलाइफ क्राइम ब्रांच और वन विभाग की संयुक्त टीम ने गुरुवार को खंडेला कस्बे में एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की।…

Wildlife: खंडेला में पंसारी की दुकान पर वन्य-जीवों के अवशेष मिले, दुकानदार गिरफ्तार; वाइल्डलाइफ क्राइम ब्रांच ने की कार्रवाई

राजस्थान में वन्यजीवों के अवशेष बरामद, व्यापारी गिरफ्तार

जयपुर: राजस्थान की वाइल्डलाइफ क्राइम ब्रांच और वन विभाग की संयुक्त टीम ने गुरुवार को खंडेला कस्बे में एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की। इस कार्रवाई के तहत टीम ने चौपड़ बाजार स्थित एक दुकान पर छापा मारकर मॉनिटर लिजार्ड और सियार सिंघी जैसे दुर्लभ वन्य जीवों के अवशेष बरामद किए। इस छापेमारी के दौरान एक व्यापारी को भी हिरासत में लिया गया है, जो इन अवशेषों से संबंधित बताया जा रहा है।

इस कार्रवाई की शुरुआत झुंझुनूं जिले के मंड्रेला कस्बे में एक व्यक्ति के पास वन्य जीवों के अवशेष मिलने के बाद हुई। प्रारंभिक पूछताछ में खंडेला के व्यापारी बीरबल पंसारी का नाम सामने आया, जिसके बाद वाइल्डलाइफ क्राइम ब्रांच, झुंझुनूं वन विभाग और स्थानीय वनपाल नाका खंडेला की टीम ने संयुक्त रूप से बीरबल पंसारी की दुकान पर छापा मारा।

छापेमारी में बरामद किए गए वन्य जीवों के अवशेष

छापेमारी के दौरान टीम ने दुकान से लगभग 18 से 19 टुकड़े वन्य जीवों के अवशेष जब्त किए। इनमें मॉनिटर लिजार्ड और सियार सिंघी जैसे वन्य जीव शामिल थे, जो भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत संरक्षित हैं। इस कार्रवाई के बाद आरोपी बीरबल पंसारी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई है।

वन्यजीवों के अवशेषों की बरामदगी ने क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है। स्थानीय व्यापारियों और निवासियों में इस कार्रवाई को लेकर चिंता का माहौल है, लेकिन वहीं, वन विभाग की इस पहल की भी सराहना की जा रही है। स्थानीय लोगों का मानना है कि इस तरह की कार्रवाई से वन्य जीवों की सुरक्षा को बढ़ावा मिलेगा और अवैध व्यापार पर लगाम लगेगा।

वन्यजीवों के संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम

जिला वन अधिकारी ने कहा, “यह कार्रवाई हमारे लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। हम वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं और इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।” उन्होंने बताया कि बरामद किए गए अवशेषों को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इनका स्रोत क्या है और यह किस प्रकार के अवैध व्यापार का हिस्सा हैं।

इस घटना के बाद से खंडेला के व्यापारी वर्ग में जागरूकता बढ़ी है। कई व्यापारियों ने वन विभाग के प्रयासों की सराहना की है और कहा है कि वे भी ऐसे अवैध व्यापार में शामिल नहीं होना चाहेंगे।

वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए जागरूकता जरूरी

विशेषज्ञों का मानना है कि वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए केवल कानून बनाने से काम नहीं चलेगा, बल्कि लोगों में जागरूकता भी बढ़ानी होगी। उन्हें यह समझाना होगा कि वन्य जीवों का संरक्षण केवल एक कानूनी मुद्दा नहीं, बल्कि एक नैतिक जिम्मेदारी भी है।

इस प्रकार की घटनाओं के माध्यम से यह स्पष्ट हो जाता है कि अवैध वन्य जीव व्यापार एक गंभीर समस्या है, जिसका समाधान केवल सरकारी प्रयासों से नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग के सहयोग से ही संभव है।

अंततः, इस कार्रवाई ने यह संदेश दिया है कि वन्य जीवों के संरक्षण के प्रति हमारी जिम्मेदारी कितनी महत्वपूर्ण है। हमें इसे गंभीरता से लेना होगा और अपने-अपने स्तर पर प्रयास करने होंगे।

राजस्थान में इस प्रकार की और भी घटनाएं सामने आ सकती हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए सतर्कता बनाए रखना आवश्यक है।

राजस्थान की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ें

लेखक –