Visit: श्रीलंकाई प्रधानमंत्री हरिनी अमरासूरिया 16 अक्टूबर को भारत आ रही हैं



श्रीलंकाई प्रधानमंत्री का भारत दौरा: सहयोग की नई संभावनाएं श्रीलंकाई प्रधानमंत्री का भारत दौरा नई दिल्ली: श्रीलंकाई प्रधानमंत्री डॉ. हरिनी अमरसूरिया 16 अक्टूबर को नई दिल्ली पहुंच रही हैं, यह…

Visit: श्रीलंकाई प्रधानमंत्री हरिनी अमरासूरिया 16 अक्टूबर को भारत आ रही हैं



श्रीलंकाई प्रधानमंत्री का भारत दौरा: सहयोग की नई संभावनाएं

श्रीलंकाई प्रधानमंत्री का भारत दौरा

नई दिल्ली: श्रीलंकाई प्रधानमंत्री डॉ. हरिनी अमरसूरिया 16 अक्टूबर को नई दिल्ली पहुंच रही हैं, यह उनका भारत में पहला आधिकारिक दौरा होगा। यह तीन दिवसीय यात्रा 16 से 18 अक्टूबर तक चलेगी और यह उनकी हाल की बीजिंग यात्रा के तुरंत बाद हो रही है, जहां उन्होंने ‘ग्लोबल लीडर्स मीटिंग ऑन वुमन 2025’ में भाग लिया था।

उच्च स्तरीय वार्ताएं और व्यावसायिक सहयोग

अपने इस दौरे के दौरान, प्रधानमंत्री अमरसूरिया भारतीय नेताओं के साथ उच्च स्तरीय वार्ताएं करेंगी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर शामिल हैं। डॉ. जयशंकर उनके आगमन के तुरंत बाद उनसे मिलने की संभावना है।

श्रीलंकाई प्रधानमंत्री भारतीय व्यापार मंडलों और उद्योग संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ भी बैठक करेंगी, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश और विकास परियोजनाओं में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की जाएगी। यह बैठकें भविष्य में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में सहायक साबित हो सकती हैं।

भारत-श्रीलंका संबंधों का इतिहास

यह दौरा प्रधानमंत्री मोदी के अप्रैल 2025 में श्रीलंका के दौरे के बाद हो रहा है, जहां उन्होंने राष्ट्रपति अनुरा कुमारा डिस्सानायके के प्रयासों की सराहना की थी। राष्ट्रपति डिस्सानायके, जो 2024 में चुने गए थे, ने भारत और चीन दोनों के साथ संतुलित विदेश नीति बनाए रखने का संकल्प लिया है।

चीन के साथ सहयोग पर चर्चा

भारत में आने से पहले, प्रधानमंत्री अमरसूरिया ने 14 अक्टूबर को बीजिंग में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। इस बैठक में बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के तहत सहयोग को मजबूत करने और बंदरगाह ढांचे, कृषि, डिजिटल तकनीक, पर्यटन और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की गई।

हिंदू कॉलेज में विशेष कार्यक्रम

भारत में, प्रधानमंत्री अमरसूरिया दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज में एक विशेष कार्यक्रम में भी भाग लेंगी, जो उनके अल्मा मेटर है। एक शिक्षाविद् और मानवविज्ञानी के रूप में, वे श्रीलंका के उच्च शिक्षा और सामाजिक सक्रियता में एक प्रमुख व्यक्ति रहीं हैं, और 2020 में राजनीति में प्रवेश करने से पहले, वे संवैधानिक सुधारों पर एक राष्ट्रीय समिति का हिस्सा थीं, जिसमें उन्होंने देश भर में जन-संवाद में योगदान दिया।

भारत-श्रीलंका संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम

प्रधानमंत्री अमरसूरिया का यह दौरा भारत-श्रीलंका संबंधों को मजबूत करने और आपसी हितों के विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। यह यात्रा न केवल दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह क्षेत्रीय स्थिरता और विकास में भी योगदान देने की संभावना रखती है।

आने वाले समय में संभावित सहयोग

आगामी वार्ताओं में व्यापार, पर्यटन, शिक्षा, और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग को विस्तार देने की संभावनाएं चर्चा का मुख्य केंद्र होंगी। दोनों देशों के नेताओं के बीच होने वाली बातचीत से यह स्पष्ट होगा कि वे किस प्रकार से आपसी संबंधों को और मजबूत बना सकते हैं।

इस प्रकार, प्रधानमंत्री हरिनी अमरसूरिया का भारत दौरा न केवल द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देने का एक अवसर है, बल्कि यह क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर भी महत्वपूर्ण सहयोग की नई संभावनाओं को जन्म दे सकता है।


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