कानपुर में कांग्रेस का “वोट चोर गद्दी छोड़ हस्ताक्षर अभियान”
कानपुर में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा चलाए जा रहे “वोट चोर गद्दी छोड़ हस्ताक्षर अभियान” ने क्षेत्र में जोरदार प्रवेश किया है। यह अभियान कानपुर नगर ग्रामीण कांग्रेस कमेटी द्वारा महाराजपुर विधानसभा के रूमा क्षेत्र में आयोजित किया गया। इस दौरान स्थानीय निवासियों के साथ-साथ वहां से गुजर रहे लोगों ने भी बैनर पर हस्ताक्षर कर अपना समर्थन व्यक्त किया। यह अभियान एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसका उद्देश्य आगामी चुनावों में जनता के वोटों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
कांग्रेस कमेटी ने इस अभियान के तहत देशव्यापी स्तर पर **15 सितंबर से 15 अक्टूबर** तक **पांच करोड़** हस्ताक्षर जुटाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। पार्टी ने सभी जिला इकाइयों को निर्देश दिया है कि वे अधिक से अधिक संख्या में हस्ताक्षर जुटाएं। इस पहल का मुख्य उद्देश्य भाजपा सरकार पर आरोप लगाना है कि उसने चुनाव आयोग की मदद से जनता के वोटों की चोरी की है।
कांग्रेस की समीक्षा बैठक और रणनीति
हाल ही में लखनऊ में आयोजित उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की समीक्षा बैठक में प्रदेश प्रभारी महासचिव **अविनाश पांडे** और प्रदेश अध्यक्ष **अजय राय** ने सभी जिला इकाइयों को **15 अक्टूबर** तक इस लक्ष्य को पूरा करने के ठोस निर्देश दिए। इस बैठक में पार्टी की भविष्य की रणनीतियों पर विस्तार से चर्चा की गई, जिसमें इस हस्ताक्षर अभियान की महत्वपूर्ण भूमिका थी।
हस्ताक्षर अभियान के दौरान, कांग्रेस के गयामीन जिलाध्यक्ष **संदीप शुक्ला** ने बताया कि नेता प्रतिपक्ष **राहुल गांधी** ने भाजपा सरकार पर चुनाव आयोग की सहायता से जनता के वोटों की चोरी करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने राहुल गांधी से एफिडेविट मांगकर अपनी मिलीभगत साबित कर दी है। इस स्थिति को देखते हुए, राहुल गांधी ने निर्णय लिया है कि वे जनता के बीच जाकर वोट चोरी की बात बताएंगे और हस्ताक्षर के माध्यम से उनका समर्थन प्राप्त करेंगे।
कार्यक्रम का संचालन और उपस्थित नेता
इस “वोट चोर गद्दी छोड़ हस्ताक्षर अभियान” का संयोजन **राष्ट्रीय छात्र संगठन** के अध्यक्ष **अनिकेत मिश्रा** ने किया, जबकि कार्यक्रम का संचालन **देश बंधु तिवारी** ने किया। इस कार्यक्रम में कई प्रमुख नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए, जिनमें **दिनेश शुक्ला**, **शक्ति पांडेय**, **राजू कश्यप**, **प्रदीप बाजपेई**, **अंकित कन्नौजिया**, **संदीप बाजपेई**, **शिवम पटवा**, **विपुल अवस्थी**, **विश्रांत यादव**, **अमन सिंह** और **शुभम राजपूत** शामिल थे।
कांग्रेस का यह अभियान न केवल पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए बल्कि आम जनता के लिए भी एक महत्वपूर्ण संदेश लेकर आया है। इसके द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि लोगों की आवाज़ को महत्व दिया जाए और उनके अधिकारों की रक्षा की जाए। पार्टी ने यह स्पष्ट किया है कि वे चुनाव आयोग को इन हस्ताक्षरों के माध्यम से अपनी बात रखेंगे और जनहित के मुद्दों को उठाते रहेंगे।
निष्कर्ष
कानपुर में चल रहा यह हस्ताक्षर अभियान कांग्रेस पार्टी की चुनावी रणनीति का एक अभिन्न हिस्सा है। यह दर्शाता है कि पार्टी अपने कार्यकर्ताओं और आम जनता के साथ मिलकर आगामी चुनावों में एक मजबूत उपस्थिति बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। कांग्रेस का यह कदम न केवल राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह जनता के अधिकारों की सुरक्षा के लिए भी आवश्यक है। आगामी दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस अभियान का क्या प्रभाव पड़ता है और क्या यह भाजपा सरकार पर को लेकर कांग्रेस की रणनीति को सफल बना पाता है।