AQI संकट: दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘खराब’ से ‘बहुत खराब’ हुई



दिल्ली में वायु गुणवत्ता की स्थिति: गंभीर चिंता का विषय नई दिल्ली: बुधवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता के स्तर को लेकर चिंताजनक रिपोर्ट सामने आई है। शहर के पांच…

AQI संकट: दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘खराब’ से ‘बहुत खराब’ हुई

दिल्ली में वायु गुणवत्ता की स्थिति: गंभीर चिंता का विषय

नई दिल्ली: बुधवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता के स्तर को लेकर चिंताजनक रिपोर्ट सामने आई है। शहर के पांच मॉनिटरिंग स्टेशनों ने वायु गुणवत्ता को “बहुत खराब” श्रेणी में वर्गीकृत किया है। इन स्टेशनों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के स्तर **300** से ऊपर पहुंच गए हैं, जो कि स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक हानिकारक माना जाता है। दिल्ली में कुल 40 वायु गुणवत्ता मॉनिटरिंग स्टेशन हैं, जिनमें से 38 के आंकड़े उपलब्ध हैं।

दिल्ली की वायु गुणवत्ता पर एक नज़र

दिल्ली में वायु प्रदूषण की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है, और यह समस्या केवल मौसमी नहीं है, बल्कि यह एक दीर्घकालिक चुनौती बनती जा रही है। दिल्ली के निवासी खासकर ऐसे समय में अत्यधिक जोखिम में रहते हैं, जब वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 के पार पहुंच जाता है। ऐसे में स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह है कि लोग बाहर जाने से बचें और यदि आवश्यक हो तो मास्क का उपयोग करें।

  • वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 300 से ऊपर पहुंच गया है।
  • दिल्ली में कुल 40 मॉनिटरिंग स्टेशन हैं, जिनमें से 38 के आंकड़े उपलब्ध हैं।
  • पांच स्टेशनों ने ‘बहुत खराब’ श्रेणी में वायु गुणवत्ता दर्ज की।

वायु प्रदूषण के प्रभाव

वायु प्रदूषण का मानव स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। इससे अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, और अन्य सांस संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। विशेषकर बच्चों और वृद्ध लोगों के लिए यह स्थिति और भी अधिक चिंताजनक होती है। इस समय प्रदूषण के कारण अस्पतालों में सांस संबंधी समस्याओं के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है।

दिल्ली में वायु गुणवत्ता में गिरावट का मुख्य कारण परिवहन, औद्योगिक गतिविधियां, और निर्माण कार्य हैं। इसके अलावा, पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की गतिविधियां भी इस संकट को और बढ़ा रही हैं। ऐसे में आवश्यक है कि सरकार और नागरिक दोनों मिलकर इस समस्या का समाधान निकालें।

सरकार की कार्रवाई और उपाय

दिल्ली सरकार ने इस गंभीर समस्या को ध्यान में रखते हुए कुछ कदम उठाए हैं। सरकार ने प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं, जिनमें निम्नलिखित शामिल हैं:

  • पराली जलाने के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।
  • परिवहन के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
  • वायु प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए सार्वजनिक परिवहन को सशक्त बनाया जा रहा है।

आगे का रास्ता

दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए यह आवश्यक है कि हम सभी मिलकर प्रयास करें। नागरिकों को भी अपनी भूमिका निभानी होगी। यह केवल सरकारी प्रयासों पर निर्भर नहीं है, बल्कि हमें अपने दैनिक जीवन में भी छोटे-छोटे बदलाव करने होंगे। अधिक से अधिक लोग सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें, वाहन का उपयोग सीमित करें, और अपने आसपास का वातावरण साफ-सुथरा रखने का प्रयास करें।

हालांकि, दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या जटिल है, लेकिन यदि हम सभी मिलकर काम करें, तो हम अपने शहर की वायु गुणवत्ता को बेहतर बना सकते हैं। इस दिशा में उठाए गए हर कदम का महत्व है और यह सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है कि हम आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ और साफ वातावरण छोड़ जाएं।

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