Dussehra: बरेली में 458 साल पुराने बड़े बाग मेले में 2 लाख लोगों की भीड़, आज 4 जगहों पर होगा रावण दहन



बरेली में विजयदशमी: चार स्थानों पर होगा रावण दहन बरेली में विजयदशमी: चार स्थानों पर होगा रावण दहन बरेली शहर में आज विजयदशमी के अवसर पर चार प्रमुख स्थानों पर…

Dussehra: बरेली में 458 साल पुराने बड़े बाग मेले में 2 लाख लोगों की भीड़, आज 4 जगहों पर होगा रावण दहन

बरेली में विजयदशमी: चार स्थानों पर होगा रावण दहन

बरेली में विजयदशमी: चार स्थानों पर होगा रावण दहन

बरेली शहर में आज विजयदशमी के अवसर पर चार प्रमुख स्थानों पर रावण दहन की तैयारी की गई है। इनमें से सबसे बड़ा और पुराना दशहरा मेला बड़े बाग में आयोजित होता है, जिसकी परंपरा लगभग 458 साल पुरानी है। इस मेले में हर साल लाखों लोग शामिल होते हैं और इस बार अनुमान है कि यहां करीब 2 लाख से ज्यादा लोग जुटेंगे। रामलीला ग्राउंड में रावण, कुंभकरण और मेघनाद के विशाल पुतले खड़े हैं, जो इस समारोह की भव्यता को दर्शाते हैं।

विजयदशमी के दिन बरेली के रामलीला ग्राउंड में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें शहर के प्रमुख नेता भी शामिल होंगे। सांसद छत्रपाल गंगवार, मंत्री डॉ. अरुण कुमार, मेयर डॉ. उमेश गौतम और कैंट विधायक संजीव अग्रवाल मंच पर उपस्थित रहेंगे। इन सभी नेता मंच से बरेली वासियों को विजयदशमी की शुभकामनाएं देंगे। इसके बाद, भगवान श्रीराम और लक्ष्मण मंच से उतरकर सात फेरे लगाएंगे और फिर रावण, कुंभकरण और मेघनाद का दहन करेंगे।

वनखंडी नाथ मंदिर का ऐतिहासिक मेला

बरेली के वनखंडी नाथ मंदिर में भी विजयदशमी के मौके पर ऐतिहासिक मेला लगता है। इस मंदिर में कई दिनों से रामलीला का मंचन चल रहा था, जिसमें स्थानीय कलाकारों ने अद्भुत प्रदर्शन किए। आज असत्य पर सत्य की जीत के प्रतीक स्वरूप रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतले जलाए जाएंगे, जिससे लोगों में उत्साह और जोश का संचार होगा। यह मेला हर वर्ष सैकड़ों भक्तों को आकर्षित करता है और धार्मिक आस्था का प्रतीक बनता है।

सुभाषनगर और कैंट में भी होगा आयोजन

बड़े बाग और वनखंडी नाथ मंदिर के अलावा, सुभाषनगर और कैंट में भी विजयदशमी का पर्व मनाया जाएगा। इन स्थानों पर भी शाम के समय रामलीला का आयोजन किया जाएगा, जिसके बाद पुतलों का दहन किया जाएगा। यहां भी आतिशबाजी के साथ समारोह का आनंद लिया जाएगा, जिससे आसमान रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगा उठेगा।

  • बड़े बाग: 458 साल पुरानी परंपरा, 2 लाख से ज्यादा लोग
  • वनखंडी नाथ मंदिर: ऐतिहासिक मेला, धार्मिक आस्था का प्रतीक
  • सुभाषनगर और कैंट: रामलीला के बाद पुतलों का दहन

बरेली में विजयदशमी का यह पर्व न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह सामाजिक एकता और सांस्कृतिक धरोहर का भी प्रतीक है। इस दिन रावण के पुतले का दहन असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक माना जाता है। यह पर्व केवल एक त्योहार नहीं है, बल्कि यह सभी समुदायों के लिए एक साथ आने और खुशी मनाने का अवसर भी है।

विजयदशमी का पर्व बरेली शहर में हर साल धूमधाम से मनाया जाता है, और इस बार भी तैयारी जोरों पर है। सभी स्थानों पर रावण दहन के साथ-साथ विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिससे इस दिन का महत्व और भी बढ़ जाएगा। बरेली के लोग इस दिन का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं और पूरा शहर इस खास अवसर पर एकजुट होने के लिए तैयार है।

UP News in Hindi

लेखक –

copyrights @ 2025 khabar24live

Exit mobile version