बेगूसराय में युवक की संदिग्ध मौत, परिवार में मचा कोहराम
बेगूसराय में मंगलवार की रात एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। यह घटना बखरी थाना क्षेत्र के हेमनपुर वार्ड नंबर-11 की है, जहां पर 20 वर्षीय जितेंद्र कुमार उर्फ जीतो की मौत ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है। जितेंद्र मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सांख तरैया का निवासी था और उसके पिता का नाम सलटन सदा है।
परिवार का हाल और जीतो की बीमारी
जीतो अपने परिवार के साथ हेमनपुर में अपने नाना सियाराम सदा के घर पर रहता था। परिवार के सदस्यों के अनुसार, जितेंद्र पिछले कुछ समय से बीमार था और उसका उपचार चल रहा था। मंगलवार की शाम को जीतो हमेशा की तरह एक सुनसान घर में मोबाइल चार्ज करने गया था। जब काफी देर तक वह वापस नहीं लौटा, तो उसके परिवार ने उसकी खोज शुरू की।
परिजनों ने बताया कि जब वे उस सुनसान मकान में पहुंचे, तो जीतो चौकी पर सोया हुआ मिला। उसके भाई राजीव और मामा मनोज ने जब उसे जगाने की कोशिश की, तो वह नहीं जागा। इसके बाद, स्थानीय लोगों को बुलाकर फिर से उसे जगाने की कोशिश की गई, लेकिन तब तक उसकी मृत्यु हो चुकी थी। यह स्थिति देखकर परिवार में शोक की लहर दौड़ गई।
मौत के कारणों की जांच
जितेंद्र की मौत की सूचना पुलिस को दी गई, जिसके बाद पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू की। पुलिस ने पाया कि जितेंद्र के गले पर कुछ निशान थे, जो गला दबाने या रस्सी से फांसी लगाने की ओर इशारा करते हैं। हालांकि, परिजनों ने इस मामले में कोई स्पष्ट जानकारी देने से इंकार कर दिया है। इस संदर्भ में थानाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि परिजनों द्वारा अभी तक कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।
समुदाय की प्रतिक्रिया और आगे की कार्रवाई
जितेंद्र की संदिग्ध मौत पर स्थानीय समुदाय में चिंता और डर का माहौल है। लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं समाज में एक नकारात्मक संदेश देती हैं। स्थानीय निवासियों ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है, ताकि सच सामने आ सके। इसके साथ ही, परिवार ने भी न्याय की गुहार लगाई है।
जितेंद्र की मौत ने उसके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। उसके परिवार के सदस्य उसकी यादों में खोए हुए हैं और न्याय की तलाश कर रहे हैं। परिवार के सदस्यों का कहना है कि वे चाहते हैं कि पुलिस इस मामले में गंभीरता से कार्रवाई करे और दोषियों को सजा दिलाए।
अंतिम शब्द
जितेंद्र की संदिग्ध मौत ने बेगूसराय में एक बार फिर से सुरक्षा और न्याय की जरूरत को उजागर किया है। इस घटना ने न केवल उसके परिवार को बल्कि पूरे समुदाय को प्रभावित किया है। पुलिस की जांच का परिणाम इस बात का संकेत देगा कि क्या यह एक दुर्घटना थी या इसके पीछे कोई गंभीर कारण था। हम सभी को उम्मीद है कि इस मामले में जल्दी ही सच्चाई सामने आएगी और प्रभावित परिवार को न्याय मिलेगा।
जितेंद्र की आकस्मिक मौत ने यह साबित कर दिया है कि हमें अपने आस-पास के लोगों की सुरक्षा को लेकर सजग रहना चाहिए। ऐसे मामलों में समुदाय का सहयोग और पुलिस की सक्रियता बेहद महत्वपूर्ण होती है। हम सभी को मिलकर एक सुरक्षित और शांतिपूर्ण समाज की दिशा में कदम बढ़ाने की आवश्यकता है।