Dhanteras: 13 दीपक जलाने का महत्व और विधि जानें



धनतेरस का महत्व और 13 दीपकों की विशेषता धनतेरस का त्यौहार हिंदू धर्म में अत्यधिक महत्वपूर्ण है। इस दिन का विशेष महत्व 13 दीपकों से जुड़ा हुआ है। हिंदू शास्त्रों…

Dhanteras: 13 दीपक जलाने का महत्व और विधि जानें

धनतेरस का महत्व और 13 दीपकों की विशेषता

धनतेरस का त्यौहार हिंदू धर्म में अत्यधिक महत्वपूर्ण है। इस दिन का विशेष महत्व 13 दीपकों से जुड़ा हुआ है। हिंदू शास्त्रों में संख्याओं का बहुत महत्व होता है। जैसे 11, 21, 51, 101, और 108 को शुभ माना जाता है, लेकिन धनतेरस के अवसर पर 13 दीप जलाने की परंपरा आदिकाल से चली आ रही है। इस परंपरा के पीछे कई धार्मिक और सांस्कृतिक कारण हैं, जो इसे विशेष बनाते हैं। यदि आप इस प्रथा के पीछे के रहस्य को जानना चाहते हैं, तो हमारे साथ जानिए पंडित सौरभ त्रिपाठी के विचार।

पंडित सौरभ त्रिपाठी का कहना है, “धनतेरस के दिन यदि आप 13 दीप जलाते हैं, तो यह आपको 13 गुना फल प्रदान करता है। इन दीपों को घर के विभिन्न कोनों और दिशाओं में रखने से घर में सुख और समृद्धि का संचार होता है।” यह परंपरा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह जीवन के सकारात्मक पहलुओं को भी उजागर करती है।

धनतेरस पर 13 दीप जलाने का रहस्य

अंक शास्त्र में 13 अंक को विशेष महत्व दिया जाता है। इसे रहस्यमय और ऊर्जावान माना जाता है। पंडित जी के अनुसार, “धार्मिक अनुष्ठानों में 13 की संख्या का उपयोग सामान्यतः नहीं होता है, लेकिन हिंदू धर्म में इसे अशुभ नहीं माना जाता।” हिंदू कैलेंडर के अनुसार, तेरहवीं तिथि ‘त्रयोदशी’ कहलाती है, जो भगवान शिव को समर्पित है। धनतेरस भी कार्तिक माह की त्रयोदशी तिथि में मनाया जाता है। इस दिन 13 दीप जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।

धनतेरस के दिन दिए जलाने की विधि

धनतेरस के दिन दिए जलाने की विधि को पंडित जी ने सरल स्टेप्स में बताया है:

  • पहले, पक्की मिट्टी के 12 दिए और कच्ची मिट्टी का 1 दिया लें और इन्हें पानी से अच्छी तरह साफ कर सुखा लें।
  • इसके बाद, दिए में रूई की बाती और सरसों का तेल डालकर दीपक जलाएं।
  • अब शुद्ध जल से दिया का 3 बार आचमन करें।
  • दीयों की पूजा करें, उन पर रोली और चावल छिड़कें और खील आदि डालकर नमस्कार करें।
  • अब कुबेर, यम, तुलसी, लक्ष्मी और धन्वंतरि के लिए पांच दिए अलग रखें और बाकी दियों को विभिन्न दिशाओं में रखें।

धनतेरस के दिन 13 दिए कहां और कैसे जलाएं?

धनतेरस के दिन 13 दीप जलाने का विशेष महत्व है और इन्हें विभिन्न दिशाओं में रखा जाता है। पंडित जी के अनुसार, “आपको अपने घर को दीयों से जगमग करना चाहिए, लेकिन 7 अलग-अलग दिशाओं में दिए रखना अनिवार्य है।”

  • मुख्य द्वार पर 2 दिए रखें, जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह हो और देवी लक्ष्मी का स्वागत हो।
  • तुलसी के पौधे के पास 1 दिया रखें, इससे घर में क्लेश कम होता है और रिश्तों में मधुरता आती है।
  • यम के नाम का 1 कच्चा मिट्टी का दिया नाली के पास रखें, इससे अकाल मृत्यु का भय कम होता है।
  • बाथरूम में 1 दिया रखें, ताकि घर का नरख खत्म हो।
  • रसोई में 1 दिया रखें, जिससे घर में हमेशा अन्न-धन बना रहे।
  • नजदीकी चौराहे पर 1 दिया रखें, इससे घर की सारी समस्याएं दूर होती हैं।
  • दक्षिण दिशा में 4 मुख वाले दिए को जलाएं, यह मंगल की दिशा है और इससे मंगल दोष कम होता है।
  • यदि पितृ दोष है, तो उसका प्रभाव भी इस दिशा में दिया जलाने से कम होता है।
  • उत्तर दिशा में भगवान कुबेर का नाम लेकर दीपक जलाएं, यह दिशा धन और समृद्धि की होती है।
  • पश्चिम दिशा में शनि देव के नाम का दीपक जलाएं, इससे जीवन के अंधकार मिट जाते हैं।

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