धनतेरस की खरीदारी का शुभ मुहूर्त
धनतेरस का पर्व हर साल मनाया जाता है, जो कि भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह पर्व कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन विशेष रूप से खरीदारी करना शुभ माना जाता है। धनतेरस को धनत्रयोदशी और धन्वन्तरि जयन्ती के नाम से भी जाना जाता है। इस वर्ष धनतेरस का पर्व 18 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
धनतेरस के दिन खरीदारी का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है कि इस दिन विशेष रूप से शुभ मुहूर्त देख कर वस्तुओं की खरीदारी की जाती है। इस साल धनतेरस पर शुक्र और चंद्रमा कन्या राशि में रहेंगे, जो इस दिन को और भी अधिक शुभ बनाते हैं। आइए जानते हैं धनतेरस की खरीदारी का शुभ मुहूर्त और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियाँ।
धनतेरस पर खरीदारी का शुभ मुहूर्त
धनतेरस पर पूजा और खरीदारी के लिए निम्नलिखित मुहूर्त निर्धारित किए गए हैं:
- शुभ मुहूर्त: शाम 07:16 बजे से 08:20 बजे तक
- प्रदोष काल: 05:48 बजे से 08:20 बजे तक
- वृषभ काल: 07:16 बजे से 09:11 बजे तक
- धन्वन्तरि पूजा का मुहूर्त: प्रातः 06:24 बजे से 08:41 बजे तक
इसके अलावा, त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ 18 अक्टूबर को दोपहर 12:18 बजे होगा और समाप्ति 19 अक्टूबर को 01:51 बजे होगी। इस दिन खरीदारी के लिए 19 अक्टूबर का मुहूर्त भी महत्वपूर्ण है:
- सामान्य मुहूर्त: 07:50 एएम से 09:15 एएम
- उन्नति का लाभ: 09:15 एएम से 10:40 एएम
- अमृत का सर्वोत्तम समय: 10:40 एएम से 12:06 एएम
- अभिजित मुहूर्त: 11:43 एएम से 12:29 एएम
- सर्वार्थ सिद्धि योग: पूरे दिन उपलब्ध
धनतेरस पर क्या खरीदें?
धनतेरस के दिन खरीदारी के लिए कई चीजें शुभ मानी जाती हैं। इस दिन निम्नलिखित वस्तुओं की खरीदारी करना लाभकारी होता है:
- इलेक्ट्रॉनिक सामान
- मिट्टी के दीपक
- श्रीयंत्र
- वाहन
- प्रॉपर्टी
- सोने-चांदी के आभूषण
- बर्तन
- हल्दी और धनिया के बीज
- वस्त्र
- झाड़ू
- नमक
धनतेरस का महत्व
धनतेरस का पर्व केवल खरीदारी के लिए ही नहीं, बल्कि यह एक धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी रखता है। इस दिन भगवान धन्वंतरि का प्राकट्य माना जाता है, जो आयुर्वेद के जनक हैं। यह पर्व समुद्र मंथन के समय भगवान धन्वंतरि के प्रकट होने की याद दिलाता है। भगवान धन्वंतरि को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है, जिनकी पूजा करके लोग आरोग्य और समृद्धि की कामना करते हैं।
इसके साथ ही, धनतेरस के दिन यमदीप दान का भी महत्व है। इस दिन लोग दीप जलाकर अपने पूर्वजों को याद करते हैं और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं। इस प्रकार, धनतेरस का पर्व न केवल भौतिक समृद्धि का प्रतीक है, बल्कि आध्यात्मिकता का भी आह्वान करता है।
निष्कर्ष
धनतेरस का पर्व हमें धन, स्वास्थ्य और समृद्धि के साथ-साथ धार्मिकता के महत्व को भी सिखाता है। इस दिन खरीदारी का शुभ मुहूर्त देखकर वस्तुओं को खरीदना और भगवान धन्वंतरि की पूजा करना शुभ माना जाता है। इस पर्व पर की गई खरीदारी और पूजा से न केवल भौतिक सुख-सुविधाओं की प्राप्ति होती है, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक शांति भी मिलती है। इसलिए, इस धनतेरस पर शुभ मुहूर्त का पालन करें और अपने जीवन में खुशियों का संचार करें।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों की सटीकता की कोई गारंटी नहीं है। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।