“Bottle: लात मारने से युवक के कूल्हे में फूटी शराब बोतल, बलौदाबाजार में इलाज जारी, थाना प्रभारी पर बर्बरता का आरोप, कांग्रेस ने कार्रवाई की मांग की”



बलौदाबाजार में आदिवासी युवक के साथ पुलिस की बर्बरता का मामला छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में एक आदिवासी युवक के साथ पुलिस अधिकारियों द्वारा बर्बरता करने का आरोप लगा है।…

“Bottle: लात मारने से युवक के कूल्हे में फूटी शराब बोतल, बलौदाबाजार में इलाज जारी, थाना प्रभारी पर बर्बरता का आरोप, कांग्रेस ने कार्रवाई की मांग की”

बलौदाबाजार में आदिवासी युवक के साथ पुलिस की बर्बरता का मामला

छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में एक आदिवासी युवक के साथ पुलिस अधिकारियों द्वारा बर्बरता करने का आरोप लगा है। सूत्रों के अनुसार, यह घटना नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के दौरान हुई, जब सिटी कोतवाली थाना प्रभारी अजय झा ने एक युवक को चेकिंग के दौरान गंभीर रूप से घायल कर दिया। इस मामले को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोला है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

क्या है पूरा मामला?

घायल युवक, हितेश्वर भट्ट ने बताया कि वह रात करीब **9 बजे** रिसदा रोड पर एक दुकान के पास सिगरेट पी रहा था। उसकी पैंट की पिछली जेब में शराब की एक छोटी शीशी रखी हुई थी। तभी सिटी कोतवाली थाना प्रभारी अजय झा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस को देखकर आसपास खड़े लोग भागने लगे। हितेश्वर का आरोप है कि थाना प्रभारी ने उसे पीछे से जोरदार लात मारी, जिससे उसकी जेब में रखी शराब की बोतल फूट गई और कांच उसके शरीर में घुस गया। गंभीर रूप से घायल होने के बाद उसके दोस्तों ने उसे जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां उसे **10 से अधिक टांके** लगाए गए हैं।

डॉक्टर की पुष्टि – चोट गंभीर लेकिन स्थिति स्थिर

सिविल सर्जन डॉ. अशोक वर्मा ने पुष्टि की है कि युवक के कमर के नीचे के हिस्से में गहरी चोट आई है, लेकिन उसकी स्थिति अब खतरे से बाहर है। अस्पताल में उसका इलाज जारी है। डॉ. वर्मा ने बताया कि युवक को गहरी चोटें आई हैं, लेकिन वह अब स्थिर है।

पीड़ित की मां का बयान

हितेश्वर की मां, रानी भट्ट ने बताया कि उनका बेटा केवल दुकान में खड़ा था, लेकिन पुलिस ने आकर उसे बेवजह मारा। उन्होंने कहा, “उसके शरीर में अंदर तक कांच चला गया है। हम इस मामले में न्याय चाहते हैं और शिकायत दर्ज कर चुके हैं।”

कांग्रेस का प्रदर्शन और थाना प्रभारी को हटाने की मांग

इस घटना को लेकर जिला युवक कांग्रेस ने थाने के सामने प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता महात्मा गांधी की तस्वीर लेकर थाने पहुंचे और थाना प्रभारी अजय झा को हटाने की मांग करते हुए प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। युवक कांग्रेस अध्यक्ष शैलेन्द्र बंजारे ने कहा, “एक आदिवासी युवक के साथ जिस तरह की बर्बरता हुई है, वह शर्मनाक है। थाना प्रभारी अपनी दबंगई दिखा रहे हैं। ऐसे अफसरों पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए।”

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज का बयान

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने इस घटना पर राज्य सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, “बलौदाबाजार में पुलिस की चेकिंग के दौरान आदिवासी युवक पुलिस देखकर डरकर भागने लगता है, लेकिन पुलिस उसके पीछे दौड़कर उसे पकड़ लेती है। टीआई उसके साथ गाली-गलौज और मारपीट करता है। मारपीट इतनी हुई कि पीड़ित के कूल्हे पर **सात टांके** लगे।”

उन्होंने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि वर्तमान में कानून-व्यवस्था ठीक नहीं है और अपराधियों पर नियंत्रण नहीं हो पा रहा है। “आम लोग ही क्यों शिकार बन रहे हैं?” उन्होंने यह भी पूछा कि हितेश्वर ने क्या अपराध किया था, जिसके कारण उसके साथ इतनी बर्बरता हुई।

पुलिस प्रशासन की प्रतिक्रिया

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बलौदाबाजार पुलिस द्वारा नशे के विरुद्ध अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पुलिस रिसदा रोड पर चेकिंग कर रही थी, जहां शराब पीने-पिलाने का काम चल रहा था। पुलिस को देखकर लोग भागने लगे और इस दौरान हितेश्वर भट्ट, जिसने अपने पैंट के पिछले हिस्से में शराब की बोतल रखी थी, वह फूट गई, जिससे उसे चोट लगी।

आगे की कार्रवाई

अभिषेक सिंह ने यह भी कहा कि प्रार्थी की शिकायत के आधार पर मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने न केवल स्थानीय समुदाय में आक्रोश पैदा किया है बल्कि यह पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाता है।

निष्कर्ष

बलौदाबाजार में हुई इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि नशे के खिलाफ अभियान चलाने के दौरान पुलिस की कार्यशैली पर ध्यान देने की आवश्यकता है। स्थानीय नागरिकों की सुरक्षा और उनके अधिकारों का सम्मान करना बेहद जरूरी है। इस मामले में न्याय की उम्मीद की जाती है, ताकि ऐसी घटनाएं भविष्य में न हो सकें।

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