राजस्थान की राजनीतिक स्थिति पर कांग्रेस प्रभारी का बयान
राजस्थान में कांग्रेस पार्टी के प्रभारी सुखजिंदर रंधावा ने हाल ही में एक बयान दिया है जिसमें उन्होंने कहा है कि अन्ता के नेता नरेश मीणा ने कांग्रेस से कोई संपर्क नहीं किया। रंधावा ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर नरेश मीणा कांग्रेस से संपर्क करते, तो पार्टी इस पर विचार करने के लिए तैयार होती। उनका कहना है कि कांग्रेस का संगठन पहले से ही मजबूत है और पार्टी का डीएनए ऊपर से नीचे तक मजबूत है।
नरेश मीणा के कांग्रेस से संपर्क न करने पर रंधावा की टिप्पणी
रंधावा ने कहा, “नरेश मीणा हमसे मिले नहीं हैं, वे बड़े नेता हैं और हम छोटे नेता हैं। मैं भी उनके पास जाता, लेकिन उन्होंने कभी कांग्रेस से संपर्क करने की इच्छा नहीं जताई। यदि उन्हें कांग्रेस से हाथ मिलाने की इच्छा थी, तो उन्हें संपर्क करना चाहिए था। अगर वे चाहते, तो हम इस मुद्दे पर विचार कर सकते थे।” यह बयान कांग्रेस की स्थिति को स्पष्ट करता है और पार्टी की मजबूती को दर्शाता है।
उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान में कांग्रेस की कई योजनाओं को भाजपा ने बंद कर दिया है। रंधावा ने कानून व्यवस्था की स्थिति पर भी चिंता व्यक्त की और कहा, “आप सब देख रहे हैं कि कानून व्यवस्था किस प्रकार चल रही है, और मुख्यमंत्री को लेकर स्थिति भी स्पष्ट है।”
बीकानेर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज की निंदा
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बीकानेर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करने की घटना की निंदा की है। डोटासरा ने कहा कि यह कार्रवाई गलत है और प्रशासन को चाहिए कि वह दोनों पक्षों के साथ वार्ता कर इस मामले में उचित कदम उठाए।
डोटासरा और रंधावा ने हाल ही में कांग्रेस नेता रामेश्वर डूडी के निवास पर जाकर उन्हें शोक प्रकट किया। यह घटना इस बात का प्रमाण है कि कांग्रेस पार्टी अपने सदस्यों के साथ खड़ी है और उनके दुख-दर्द को समझती है।
कांग्रेस की स्थिति और संगठनात्मक मजबूती
राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की संगठनात्मक मजबूती को लेकर रंधावा ने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता और नेता एकजुट हैं। उन्होंने कहा, “हम लगातार अपने कार्यकर्ताओं के साथ संवाद कर रहे हैं और संगठन को और मजबूत बनाने का प्रयास कर रहे हैं।” रंधावा का मानना है कि राजस्थान में कांग्रेस का भविष्य उज्ज्वल है और पार्टी आगामी चुनावों में अच्छी स्थिति में होगी।
कांग्रेस पार्टी ने यह भी स्पष्ट किया है कि वे राज्य के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं और हर संभव प्रयास करेंगे कि जनता की समस्याओं का समाधान किया जाए। इस संदर्भ में रंधावा ने बताया कि पार्टी अपनी योजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए सक्रियतापूर्वक काम कर रही है।
निष्कर्ष
राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की गतिविधियाँ और उनके नेताओं के बयानों से यह साफ है कि पार्टी चुनावी मैदान में मजबूती से खड़ी है। रंधावा और डोटासरा के बयानों ने यह संकेत दिया है कि वे न केवल संगठन को मजबूत करने में लगे हैं, बल्कि राज्य में कांग्रेस की पहचान को और अधिक मजबूत बनाने के लिए भी प्रयासरत हैं। ऐसे में आने वाले समय में राजस्थान की राजनीति में कांग्रेस की भूमिका महत्वपूर्ण रहने की संभावना है।