Elephant: सलखनियां गांव के खेतों में घुसा हाथी, दहशत में आए ग्रामीण, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की टीम ने जंगल में खदेड़ा



बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के निकट हाथी की घुसपैठ से ग्रामीणों में दहशत उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से सटे सलखनियां गांव में गुरुवार की सुबह एक कॉलर वाला हाथी खेतों…

Elephant: सलखनियां गांव के खेतों में घुसा हाथी, दहशत में आए ग्रामीण, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की टीम ने जंगल में खदेड़ा

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के निकट हाथी की घुसपैठ से ग्रामीणों में दहशत

उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से सटे सलखनियां गांव में गुरुवार की सुबह एक कॉलर वाला हाथी खेतों में घुस आया। इस घटना के बाद से स्थानीय ग्रामीणों में दहशत फैल गई, जिसके चलते ग्रामीणों ने तत्काल टाइगर रिजर्व की टीम को सूचित किया। हाथी की उपस्थिति से न केवल खेतों में फसलें प्रभावित हो सकती थीं, बल्कि ग्रामीणों की सुरक्षा को भी खतरा था।

टाइगर रिजर्व की टीम ने किया त्वरित कार्रवाई

सूचना मिलने के तुरंत बाद, टाइगर रिजर्व की निगरानी टीम और पनपथा बफर परिक्षेत्र के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का आकलन किया। ग्रामीणों के सहयोग से हाथी को वापस जंगल की ओर खदेड़ने का प्रयास शुरू किया गया। इस अभियान में लगभग 10 कर्मचारी, वाहन और बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण शामिल हुए।

हाथी को जंगल में भेजने के लिए कई उपाय किए गए। मिर्ची का धुआं किया गया, ट्रैक्टर की आवाज का प्रयोग किया गया और शोर मचाया गया। करीब दो घंटे की मेहनत के बाद, हाथी को सफलतापूर्वक जंगल की ओर खदेड़ दिया गया। यह एक सामूहिक प्रयास था, जिसमें ग्रामीणों की साहसिकता और टाइगर रिजर्व की टीम की तत्परता ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

सुरक्षित वापस भेजा गया हाथी

इस अभियान के सफल समापन के बाद, पनपथा बफर परिक्षेत्र के अधिकारी प्रतीक श्रीवास्तव ने पुष्टि की कि हाथी को जंगल में सुरक्षित रूप से वापस भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि टाइगर रिजर्व की टीम लगातार हाथियों की निगरानी करती है और इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए तैयार रहती है।

अधिकारी ने यह भी बताया कि जिन किसानों की फसलें हाथियों द्वारा क्षतिग्रस्त होती हैं, उन्हें राजस्व टीम के सहयोग से मुआवजा दिलाने का प्रयास किया जाता है। इसका उद्देश्य किसानों को आर्थिक नुकसान से बचाना और उनकी समस्याओं का समाधान करना है। इस प्रकार की घटनाएं अक्सर ग्रामीण क्षेत्रों में होती हैं, लेकिन प्रशासन की सक्रियता से स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है।

स्थानीय किसानों की चिंता और प्रशासन की भूमिका

ग्रामीणों का कहना है कि हाथियों की घुसपैठ से उनकी फसलें और सुरक्षा दोनों को खतरा होता है। ऐसे में प्रशासन की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। ग्रामीणों ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि वे इस समस्या का समाधान करने के लिए ठोस कदम उठाएं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

टाइगर रिजर्व की टीम द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई ने इस घटना के दौरान ग्रामीणों को सुरक्षित रखने में मदद की। हालांकि, स्थानीय किसानों में अभी भी हाथियों के प्रति चिंता बनी हुई है। प्रशासन को चाहिए कि वे नियमित रूप से निगरानी रखें और ग्रामीणों को भी इस बारे में जागरूक करें।

निष्कर्ष

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के निकट हाथी की घुसपैठ की घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि मानव और वन्यजीवों के बीच संतुलन बनाए रखना आवश्यक है। प्रशासन की तत्परता और ग्रामीणों का सहयोग इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। उम्मीद है कि आने वाले समय में ऐसी घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए और भी प्रभावी उपाय किए जाएंगे।

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