नफीसा अली सोधि ने की कीमोथेरेपी के दौरान बालों के झड़ने पर बात
प्रसिद्ध अभिनेत्री और राजनेता नफीसा अली सोधि ने हाल ही में अपने अनुभव को साझा किया जब वह स्टेज 4 पेरिटोनियल कैंसर के लिए कीमोथेरेपी का सामना कर रही हैं। उन्होंने खुलासा किया कि उनकी इस यात्रा के दौरान उन्हें अपने बालों के झड़ने का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, “जल्द ही, मैं गंजा हो जाऊंगी,” लेकिन उन्होंने अपने सकारात्मक दृष्टिकोण को बनाए रखा है और कहा कि वह इस कठिन समय में भी मुस्कुराने की कोशिश करेंगी।
इस कठिनाई के पीछे का कारण यह है कि कीमोथेरेपी दवाएं तेजी से विभाजित होने वाली कोशिकाओं, जैसे कि बालों की जड़ों, को लक्षित करती हैं। ऑन्कोसर्जन डॉ. मेघल सांघवी के अनुसार, बालों का झड़ना कीमोथेरेपी का एक सामान्य और भावनात्मक रूप से चुनौतीपूर्ण प्रभाव है। यह कई रोगियों के लिए अत्यंत भारी पड़ता है क्योंकि बाल उनकी पहचान और आत्मविश्वास का प्रतीक होते हैं, जो उनकी बीमारी का निरंतर स्मरण होता है।
बालों के झड़ने से निपटने के उपाय
डॉ. सांघवी ने आश्वासन दिया कि बालों का झड़ना आमतौर पर उलटने योग्य होता है, और उपचार समाप्त होने के कुछ हफ्तों बाद फिर से उगने लगता है। हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि बालों की बनावट या रंग अस्थायी रूप से बदल सकता है। खासकर वृद्ध मरीजों के लिए, अतिरिक्त देखभाल की आवश्यकता होती है। इसके लिए नीचे दिए गए सुझावों का पालन करना फायदेमंद है:
- हल्के शैंपू का उपयोग करें।
- कठोर उत्पादों से बचें।
- सूरज से स्कैल्प की सुरक्षा करें।
- हाइड्रेटेड रहें और पर्याप्त पानी पिएं।
- आत्मविश्वास बनाए रखने के लिए विग या पगड़ी का उपयोग करें।
भावनात्मक सहारा और मानसिक स्वास्थ्य
नफीसा ने इस अनुभव को साझा करते हुए कहा कि बालों का झड़ना एक संकेत हो सकता है कि उपचार सही दिशा में बढ़ रहा है। उनका कहना है कि इस कठिन समय में मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्हें अपने परिवार और दोस्तों से मजबूत भावनात्मक समर्थन प्राप्त हो रहा है, जो उनकी इस यात्रा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
कई अन्य कैंसर रोगियों के लिए भी यह सलाह दी जाती है कि वे अपने प्रियजनों के साथ संवाद करें और अपनी भावनाओं को साझा करें। सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखना, भले ही कठिन हो, उपचार प्रक्रिया को सुगम बना सकता है। यह न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी सुदृढ़ करता है।
समाज का समर्थन और प्रेरणा
नफीसा के सोशल मीडिया पोस्ट पर उनके प्रशंसकों और अनुयायियों की ओर से सहानुभूतिपूर्ण टिप्पणियाँ आई हैं। उन्होंने उनकी सकारात्मकता की प्रशंसा की है और इस कठिन समय में उन्हें समर्थन देने का आश्वासन दिया है। नफीसा ने कहा कि उनके प्रशंसकों की अच्छी इच्छाएँ और समर्थन उन्हें प्रेरित करते हैं और कठिनाइयों का सामना करने में मदद करते हैं।
कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से जूझते समय, समाज का समर्थन और प्रोत्साहन रोगियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। यह न केवल रोगियों को प्रेरित करता है, बल्कि उन्हें यह अहसास भी कराता है कि वे इस यात्रा में अकेले नहीं हैं।
निष्कर्ष
नफीसा अली सोधि का अनुभव न केवल उनके व्यक्तिगत संघर्ष को दर्शाता है, बल्कि यह हमें यह भी सिखाता है कि सकारात्मकता और समर्थन के साथ किसी भी चुनौती का सामना किया जा सकता है। कीमोथेरेपी के दौरान बालों का झड़ना एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन इसे मानसिक स्वास्थ्य से जोड़कर देखा जाना चाहिए। यह समय है अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने का और अपने प्रियजनों का समर्थन प्राप्त करने का।