खरगोन में श्री खाटू श्याम का भव्य आयोजन
खरगोन के मोगरगांव गढ़ी में शुक्रवार रात एकादशी के अवसर पर श्री खाटू श्याम का दरबार भव्यता के साथ सजाया गया। इस विशेष अवसर पर श्याम संकीर्तन महोत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें क्षेत्र के लगभग 1 हजार श्रद्धालु रात 1 बजे तक बाबा की वंदना में लीन रहे। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक था, बल्कि सामाजिक एकता का भी उदाहरण प्रस्तुत करता है।
यह भव्य आयोजन दामखेड़ा नागराज मंदिर एवं शिव मंदिर परिसर स्थित श्री श्याम बाबा मंदिर में हुआ। शरद पूर्णिमा से पहले की एकादशी की रात को 8:30 बजे बाबा की ज्योत प्रज्ज्वलित की गई, जिसके बाद भक्तों ने दर्शन कर परिक्रमा की। इसके पश्चात संकीर्तन का कार्यक्रम रात 9 बजे से प्रारंभ हुआ, जिसमें भक्तों ने एक सुर में भगवान की भक्ति में लीन होकर नृत्य किया।
भजन संकीर्तन के दौरान भक्तों का उत्साह
खरगोन के प्रसिद्ध गायक अनिमेष गुप्ता और राहुल राठौड़ ने श्याम वंदना के भक्ति गीतों से माहौल को भक्ति में रंग दिया। उनके भजनों पर महिला, पुरुष और युवा वर्ग ने “श्याम-श्याम” के जयकारे लगाते हुए जमकर नृत्य किया। इस भव्य आयोजन में श्रद्धालुओं की उपस्थिति ने इस बात का प्रमाण दिया कि क्षेत्र में भक्ति और श्रद्धा की कोई कमी नहीं है।
इस अवसर पर भक्तों ने गायक टीम पर पुष्पवर्षा कर उनका अभिनंदन किया। महिलाओं ने गरबा गीतों पर नृत्य प्रस्तुत किया, जिससे कार्यक्रम में चार चांद लग गए। श्रद्धालु “हारे के सहारे, खाटू श्याम हमारे” का उद्घोष करते रहे, जो उनकी गहरी आस्था का प्रतीक था। यह आयोजन न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण था, जिसमें सभी वर्गों ने एक साथ मिलकर भाग लिया।
संकीर्तन महोत्सव की विशेषताएँ
- समय: संकीर्तन रात 9 बजे से प्रारंभ हुआ।
- स्थल: दामखेड़ा नागराज मंदिर एवं शिव मंदिर परिसर स्थित श्री श्याम बाबा मंदिर।
- श्रद्धालुओं की संख्या: लगभग 1 हजार भक्तों ने इस आयोजन में भाग लिया।
- भजन गायक: अनिमेष गुप्ता और राहुल राठौड़ ने भक्ति गीत प्रस्तुत किए।
इस कार्यक्रम ने न केवल श्रद्धालुओं को एकत्रित किया बल्कि आपसी भाईचारे और धार्मिक एकता को भी प्रोत्साहित किया। लोगों ने इस अवसर पर एक दूसरे से मिलकर भक्ति में लीन होकर समय बिताया। इस प्रकार के आयोजन समाज में एकता और समर्पण का संदेश देते हैं, जो कि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में अत्यंत आवश्यक है।
देखिए तस्वीरें…
इस प्रकार, खरगोन में आयोजित यह श्याम संकीर्तन महोत्सव न केवल भक्ति का प्रतीक रहा बल्कि एक सामाजिक एकता का भी उदाहरण प्रस्तुत किया। ऐसे आयोजनों से समाज में प्रेम, समर्पण और एकता का संदेश फैलता है।