भारतीय सेना प्रमुख का पाकिस्तान को चेतावनी: आतंकवाद का समर्थन बंद करें
अनूपगढ़, राजस्थान: भारतीय सेना के प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने शुक्रवार को पाकिस्तान को सख्त चेतावनी दी है कि यदि वह आतंकवाद को समर्थन देना जारी रखता है, तो भारत “सिंडूर 2.0” में वही संयम नहीं दिखाएगा, जैसा कि ऑपरेशन “सिंडूर 1.0” के दौरान किया गया था। जनरल द्विवेदी ने कहा कि यदि पाकिस्तान को अपने भूगोल में अस्तित्व बनाए रखना है, तो उसे अपनी नीतियों में बदलाव करना होगा।
जनरल द्विवेदी ने यह बयान उस समय दिया जब उन्होंने राजस्थान के अनूपगढ़ में सैनिकों के साथ बातचीत की। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि भारतीय सेना किसी भी प्रकार की चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है और उसे किसी भी स्थिति में अपने देश की सुरक्षा की प्राथमिकता है। उनके अनुसार, पाकिस्तान को यह समझना चाहिए कि आतंकवाद को बढ़ावा देने के परिणाम गंभीर होंगे।
सिंडूर 1.0 और 2.0: भारत की रणनीति में बदलाव
भारतीय सेना के प्रमुख ने “सिंडूर 1.0” ऑपरेशन का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय भारत ने संयम बनाए रखा था, लेकिन अब परिस्थितियाँ बदल चुकी हैं। उन्होंने बताया कि “सिंडूर 2.0” के तहत भारतीय सेना के पास नई रणनीतियाँ और तकनीकें हैं, जिनका उपयोग आतंकवाद के खिलाफ किया जाएगा। जनरल द्विवेदी ने कहा, “हमारे पास आवश्यक संसाधन हैं और हम अपने देश की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाएंगे।”
इससे पहले, भारत ने कई बार पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि यदि वह अपनी नीतियों में सुधार नहीं करता है, तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। जनरल द्विवेदी ने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद का समर्थन करने वाले देशों को समझना चाहिए कि उनका यह व्यवहार उन्हें वैश्विक स्तर पर अलग थलग कर देगा।
पाकिस्तान की भूमिका और भारत की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान हमेशा से भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार रहा है। जनरल द्विवेदी ने कहा कि भारत ने कई बार पाकिस्तान को अपनी सीमाओं के भीतर आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के लिए कहा है, लेकिन किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस स्थिति में भारत को अपनी प्रतिक्रिया के लिए तैयार रहना होगा।
- पाकिस्तान का आतंकवाद के प्रति रवैया: पाकिस्तान ने हमेशा से आतंकवाद को अपने राजनीतिक लक्ष्यों के लिए इस्तेमाल किया है।
- भारत का संकल्प: भारतीय सेना आतंकवाद के खिलाफ संकल्पित है और किसी भी प्रकार की चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है।
- सुरक्षा के लिए नई रणनीतियाँ: “सिंडूर 2.0” के तहत नई रणनीतियाँ अपनाई जाएँगी।
भविष्य की संभावनाएँ
जनरल द्विवेदी के बयान से यह स्पष्ट होता है कि भारत अपने सुरक्षा हितों की रक्षा के लिए कोई भी कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने कहा कि यदि पाकिस्तान अपनी गतिविधियों को नहीं बदलता है, तो उसके लिए स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। भारत की सेना तैयार है और किसी भी प्रकार की स्थिति का सामना करने के लिए सक्षम है।
इस प्रकार, यह स्पष्ट है कि भारतीय सेना अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता देती है और किसी भी प्रकार के आतंकवादी खतरों का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। जनरल द्विवेदी के शब्दों में यह संदेश छिपा है कि भारत अपने हितों की रक्षा के लिए दृढ़ संकल्पित है और वह किसी भी प्रकार की चुनौती का सामना करेगा।