Poll की तैयारी: CEC ज्ञानेश कुमार ने बिहार में समीक्षा की, EC ने सभी DEOs और SPs को निष्पक्षता से काम करने और शिकायतों के त्वरित समाधान के निर्देश दिए



बिहार विधानसभा चुनावों की तैयारियों की समीक्षा पटना, बिहार: मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने शनिवार को पटना में आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों की विस्तृत और समग्र समीक्षा…

Poll की तैयारी: CEC ज्ञानेश कुमार ने बिहार में समीक्षा की, EC ने सभी DEOs और SPs को निष्पक्षता से काम करने और शिकायतों के त्वरित समाधान के निर्देश दिए

बिहार विधानसभा चुनावों की तैयारियों की समीक्षा

पटना, बिहार: मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने शनिवार को पटना में आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों की विस्तृत और समग्र समीक्षा की। इस बैठक में चुनाव आयुक्त सुखबीर सिंह संधू और विवेक जोशी भी शामिल हुए। इस समीक्षा के दौरान, चुनाव आयोग ने बिहार में चुनावी प्रक्रिया को सुचारु और निष्पक्ष बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए।

निर्वाचन आयोग की दिशा-निर्देश

सीईसी ज्ञानेश कुमार ने चुनाव अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे निष्पक्षता से काम करें और किसी भी प्रकार की शिकायतों का त्वरित समाधान सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा, “चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है।” इस बैठक में अधिकारियों ने मतदान केंद्रों की तैयारियों, सुरक्षा व्यवस्था, और मतदाता जागरूकता अभियानों पर चर्चा की।

चुनाव प्रक्रिया में सुधार के उपाय

बैठक के दौरान, सीईसी ने यह भी बताया कि मतदान प्रक्रिया में सुधार के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं। इनमें से कुछ प्रमुख उपाय निम्नलिखित हैं:

  • मतदाता शिक्षा: मतदाताओं को उनके अधिकारों और मतदान प्रक्रिया के प्रति जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाए जाएंगे।
  • सुरक्षा व्यवस्था: चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को सख्त किया जाएगा ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से बचा जा सके।
  • प्रौद्योगिकी का उपयोग: चुनावी प्रक्रिया में तकनीकी उपायों का उपयोग बढ़ाया जाएगा, जैसे कि ईवीएम की बेहतर व्यवस्था और ऑनलाइन शिकायत निवारण प्रणाली।
  • निष्पक्षता: सभी चुनाव अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया कि चुनावी प्रक्रिया में किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप न हो।

भविष्य की योजनाएँ

सीईसी ज्ञानेश कुमार ने आगे कहा कि निर्वाचन आयोग बिहार में चुनावों को स्वच्छ और निष्पक्ष बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों (DEOs) और पुलिस अधीक्षकों (SPs) को निर्देशित किया कि वे अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से लें और किसी भी प्रकार की शिकायतों को तुरंत निपटाएं। इस तरह के कदमों से न केवल चुनाव की प्रक्रिया को बेहतर बनाया जा सकेगा बल्कि मतदाताओं का विश्वास भी बढ़ेगा।

बिहार में चुनावी माहौल को देखते हुए, निर्वाचन आयोग ने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि हर मतदाता को मतदान करने का सही और सुरक्षित अवसर मिले। इसके लिए चुनाव आयोग ने सभी आवश्यक संसाधनों को जुटाने का निर्णय लिया है।

समुदाय की भागीदारी

इस बार के चुनाव में निर्वाचन आयोग ने समुदाय की भागीदारी को भी बढ़ावा देने का निर्णय लिया है। इसके तहत चुनावी प्रक्रिया में स्थानीय संगठनों और समाज के विभिन्न वर्गों को शामिल किया जाएगा। इससे चुनावों में अधिक पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित होगी।

ज्ञानेश कुमार ने कहा, “हम चाहते हैं कि हर नागरिक अपनी आवाज उठाए और लोकतंत्र के इस महापर्व में भागीदार बने।” इस दिशा में निर्वाचन आयोग ने विशेष कार्यक्रमों की योजना बनाई है, जो मतदाताओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करेंगे।

निष्कर्ष

बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों की समीक्षा ने यह स्पष्ट कर दिया है कि निर्वाचन आयोग इस बार चुनाव प्रक्रिया को अधिक सुचारू और निष्पक्ष बनाना चाहता है। सभी अधिकारियों को दिए गए निर्देशों के साथ-साथ समुदाय की भागीदारी को बढ़ावा देने के प्रयास यह दर्शाते हैं कि निर्वाचन आयोग चुनावी प्रक्रिया में सुधार के प्रति गंभीर है। अब देखना यह है कि ये प्रयास कितने सफल होते हैं और बिहार के मतदाता इस चुनाव में किस प्रकार की भागीदारी करते हैं।

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