Wheat: हरियाणा सरकार मिड-डे मील में फोर्टिफाइड आटे की जगह देगी गेंहू



हरियाणा में सरकारी स्कूलों के लिए नए निर्देश राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा के सरकारी स्कूलों में अब मिड-डे मील (मध्याह्न भोजन) के लिए फोर्टिफाइड आटे की जगह सीधे गेहूं दिया…

Wheat: हरियाणा सरकार मिड-डे मील में फोर्टिफाइड आटे की जगह देगी गेंहू

हरियाणा में सरकारी स्कूलों के लिए नए निर्देश

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा के सरकारी स्कूलों में अब मिड-डे मील (मध्याह्न भोजन) के लिए फोर्टिफाइड आटे की जगह सीधे गेहूं दिया जाएगा। यह निर्णय उन शिकायतों के मद्देनजर लिया गया है, जिनमें फोर्टिफाइड आटे के जल्दी खराब होने की समस्याएं सामने आई थीं। इस कदम से न केवल बच्चों को पौष्टिक भोजन मिलेगा, बल्कि यह सुनिश्चित होगा कि भोजन की गुणवत्ता भी बनी रहे।

राज्य सरकार का यह निर्णय बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। फोर्टिफाइड आटा, जो कि पोषण के लिए महत्वपूर्ण माना जाता था, अब बच्चों के लिए उचित नहीं रह गया है। शिक्षा विभाग इस बात को लेकर चिंतित है कि बच्चों को जो भोजन दिया जा रहा है, वह ताजा और सुरक्षित हो। इस पहल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हरियाणा के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण भोजन प्राप्त हो सके।

जादू के खेल पर नए नियम

हरियाणा में अब कोई भी निजी या सरकारी स्कूल बच्चों को जादू का खेल दिखाने के नाम पर अतिरिक्त शुल्क नहीं वसूल सकेगा। इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने एक आदेश जारी किया है। अब स्कूलों को जादू के खेल का आयोजन करने के लिए शिक्षा निदेशालय से अनुमति लेनी होगी। इससे पहले भी, शिक्षा निदेशालय ने बच्चों से पैसे लेकर जादू का खेल दिखाने पर रोक लगाई थी। लेकिन इसके बावजूद, कुछ उपायुक्तों और क्षेत्रीय कार्यालयों से जादू के शो की अनुमति दी जा रही थी।

इस मुद्दे पर नाराजगी व्यक्त करते हुए शिक्षा निदेशक ने सभी संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जादू के खेल का आयोजन करने के लिए अनिवार्य रूप से शिक्षा निदेशालय से अनुमति लेनी होगी। इसके अलावा, छात्रों से किसी भी प्रकार का शुल्क वसूलना पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। इस पहल का उद्देश्य बच्चों के साथ निष्पक्षता और पारदर्शिता को बढ़ावा देना है।

शिक्षा का उद्देश्य और बच्चों का विकास

शिक्षा का मुख्य उद्देश्य बच्चे का समुचित विकास करना है। ऐसे में, सरकारी स्कूलों में होने वाले कार्यक्रमों का बच्चों पर सकारात्मक प्रभाव डालना आवश्यक है। जादू का खेल एक मनोरंजक गतिविधि है, लेकिन इसे बिना किसी शुल्क के बच्चों के लिए उपलब्ध कराना बहुत महत्वपूर्ण है। इससे सभी बच्चे समान रूप से इस प्रकार की गतिविधियों का लाभ उठा सकेंगे।

अधिकारी यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि सभी स्कूल इस नए आदेश का पालन करें और बच्चों के लिए एक सुरक्षित और सकारात्मक वातावरण प्रदान करें। हरियाणा सरकार की यह पहल शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल बच्चों के हित में है, बल्कि यह शिक्षा प्रणाली को भी मजबूत बनाएगी।

भविष्य की योजनाएं

हरियाणा सरकार शिक्षा के क्षेत्र में और भी कई सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध है। मिड-डे मील की गुणवत्ता में सुधार और स्कूलों में होने वाले कार्यक्रमों के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी करना इसी दिशा में एक कदम है। आने वाले समय में, सरकार की योजना है कि स्कूलों में अन्य प्रकार की गतिविधियों को भी इस तरह से संचालित किया जाए कि बच्चों का विकास सुनिश्चित हो सके।

इन सुधारों के माध्यम से हरियाणा सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि सभी बच्चे न केवल अच्छी शिक्षा प्राप्त करें, बल्कि उनकी शारीरिक और मानसिक विकास में भी मदद मिले। यह प्रयास बच्चों के लिए एक उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

इस प्रकार, हरियाणा में शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे ये सुधार न केवल बच्चों के हित में हैं, बल्कि यह राज्य के समग्र विकास में भी सहायक होंगे।

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