हरियाणा समाचार: IPS पूरन कुमार का अंतिम संस्कार, परिवार की मांग पर बड़ा एक्शन
डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। हरियाणा के IPS अधिकारी पूरन कुमार का अंतिम संस्कार बुधवार को उनके सुसाइड के नौ दिन बाद चंडीगढ़ के सेक्टर-25 स्थित क्रिमेशन ग्राउंड में किया गया। इस दुखद अवसर पर उनकी दोनों बेटियों ने उन्हें मुखाग्नि दी। परिवार की सहमति के बाद ही उनका अंतिम संस्कार किया गया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि परिवार इस मामले में काफी संवेदनशील है। उनके अंतिम संस्कार में कई लोगों ने भाग लिया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस मौके पर उनकी पत्नी अमनीत कुमार भी उपस्थित थीं। पूरन कुमार के अंतिम संस्कार को पूरे सम्मान के साथ अदा किया गया। उनके परिवार ने स्पष्ट कर दिया था कि वे तब तक अंतिम संस्कार नहीं करेंगे जब तक इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती। यह स्थिति इस बात को दर्शाती है कि परिवार न्याय की तलाश में है और वे इस मामले को हल करने के लिए गंभीर हैं।
ASI अधिकारी संदीप लाठर ने लगाए गंभीर आरोप
IPS अधिकारी पूरन कुमार की आत्महत्या के बाद रोहतक में एएसआई संदीप लाठर की आत्महत्या ने मामले को और भी जटिल बना दिया है। संदीप लाठर ने अपनी आत्महत्या से पहले एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने IPS पूरन कुमार और उनकी IAS पत्नी अमनीत कुमार पर गंभीर आरोप लगाए थे। इस वीडियो ने मामले की जांच की दिशा को बदल दिया है और अब दोतरफा जांच की संभावना बन गई है।
बता दें कि संदीप लाठर के आरोपों ने पूरन कुमार के परिवार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इस नए मोड़ के बाद, पुलिस और जांच एजेंसियों को अब दोनों मामलों की गहनता से जांच करनी होगी। यह स्थिति यह भी बताती है कि इस मामले में राजनीतिक और प्रशासनिक स्तर पर भी गहरी जांच की आवश्यकता है।
पूरन कुमार का करियर और उनकी उपलब्धियां
IPS पूरन कुमार का करियर अपने आप में प्रेरणादायक था। उन्होंने अपने कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण कार्य किए और जनहित में कई योजनाएं लागू कीं। उनके नेतृत्व में कई पुलिस अभियानों ने सफलतापूर्वक अपराध नियंत्रण में मदद की। उनकी कार्यशैली और समर्पण के कारण उन्हें कई बार पुरस्कार भी मिले।
हालांकि, उनकी व्यक्तिगत जीवन में आई यह त्रासदी न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि समाज के लिए भी एक बड़ा सदमा है। यह घटना इस बात का संकेत है कि मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर चर्चा की आवश्यकता है। समाज में इस प्रकार के मामलों को गंभीरता से लेना बहुत महत्वपूर्ण है।
समाज और सरकार की जिम्मेदारी
इस घटनाक्रम ने यह भी स्पष्ट किया है कि समाज और सरकार को मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। परिवारों को इस प्रकार की समस्याओं से निपटने में मदद करने के लिए उचित समर्थन प्रणाली की आवश्यकता है। इसके साथ ही, मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देना भी अति आवश्यक है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
इस दुखद घटना के बाद, सभी को यह समझना होगा कि मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों को हल्के में नहीं लेना चाहिए। समाज को एकजुट होकर इस दिशा में काम करना होगा ताकि कोई भी व्यक्ति इस प्रकार के कठिन समय से अकेला न गुजरें।
निष्कर्ष
IPS पूरन कुमार का निधन एक बड़ी क्षति है, और उनके परिवार की मांग है कि मामले की पूरी जांच की जाए ताकि न्याय मिल सके। यह मामला न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि समाज के लिए भी एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। सभी को इसके प्रति जागरूक रहना चाहिए और मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को समझना चाहिए।
इस प्रकार, हरियाणा में यह घटना न केवल एक पुलिस अधिकारी की आत्महत्या का मामला है, बल्कि यह एक गंभीर सामाजिक समस्या को उजागर करती है, जिसे हमें मिलकर हल करना होगा।