Zubeen Garg: असम कोर्ट ने पांच आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा



गुवाहाटी में जुबीन गर्ग मौत मामले में पांच आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया गुवाहाटी: गुवाहाटी की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अदालत ने बुधवार को जुबीन गर्ग की मौत के…

Zubeen Garg: असम कोर्ट ने पांच आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा

गुवाहाटी में जुबीन गर्ग मौत मामले में पांच आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया

गुवाहाटी: गुवाहाटी की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अदालत ने बुधवार को जुबीन गर्ग की मौत के मामले में पांच आरोपियों, श्यामकanu महंता, सिद्धार्थ शर्मा, संदीपान गर्ग, नंदेश्वर बोरा और परेश बैश्या को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। यह मामला उस समय सुर्खियों में आया जब प्रसिद्ध असमिया गायक जुबीन गर्ग की 19 सितंबर को संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। इस मामले में पुलिस ने अब तक कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने अन्य दो आरोपियों, शेखर ज्योति गोस्वामी और अमृतप्रवा महंता की रिमांड को 17 अक्टूबर को समाप्त होने की सूचना दी है। ये सभी आरोपी उस वक्त हिरासत में लिए गए जब जुबीन गर्ग की मौत के बाद जांच शुरू हुई। इस मामले में सुर्खियों में रहने के कारण पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की है और सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है।

पुलिस की जांच और गवाहों के बयान

असम पुलिस ने बुधवार को गुवाहाटी में अदालत के समक्ष पांच आरोपियों को पेश किया। विशेष जांच दल (SIT) के प्रमुख और विशेष डीजीपी (CID) मुन्ना प्रसाद गुप्ता ने ANI को बताया, “हमने सात लोगों को गिरफ्तार किया है, और पांच व्यक्तियों की पुलिस हिरासत समाप्त हो गई है, इसलिए हम उन्हें आज अदालत में प्रस्तुत कर रहे हैं। शेष दो की हिरासत पर कल सुनवाई होगी।”

गुप्ता ने यह भी बताया कि सीआईडी कार्यालय में पहले से ही दो गवाह मौजूद थे और उनके बयान दर्ज किए जा रहे थे। “एक और गवाह आज आ सकता है। इससे कुल 10 लोग सीआईडी के सामने पेश हो चुके हैं। कल हमें एक संचार प्राप्त हुआ जिसमें हमें सिंगापुर में जांच के लिए जाने वाले अधिकारियों के नाम प्रदान करने का अनुरोध किया गया था, जो एक मानक प्रक्रिया है। हम उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं,” उन्होंने कहा।

बाद में साक्ष्य और जांच की प्रगति

उन्होंने आगे कहा, “हम आगे की रिमांड नहीं मांग रहे हैं। यदि नए तथ्यों के आधार पर भविष्य में रिमांड की आवश्यकता होती है, तो हम इसके लिए अनुरोध करेंगे।” इस बीच, विशेष डीजीपी गुप्ता ने बताया कि तीन एनआरआई सिंगापुर से आए हैं और उन्होंने गायक जुबीन गर्ग की मौत के मामले में विशेष जांच दल (SIT) के समक्ष अपने बयान दर्ज कराए हैं।

गुप्ता ने कहा कि विशेष जांच दल (SIT) अदालत में पोस्ट-मॉर्टम रिपोर्ट भी प्रस्तुत करेगा। यह रिपोर्ट मामले की दिशा को प्रभावित कर सकती है और यह पता लगाने में मदद कर सकती है कि जुबीन गर्ग की मौत कैसे हुई।

जुबीन गर्ग की मृत्यु और विवादास्पद आरोप

गायक जुबीन गर्ग की 19 सितंबर को सिंगापुर में मृत्यु हो गई, जब वह तैराकी कर रहे थे, जबकि वह अगले दिन उत्तर पूर्व भारत महोत्सव में प्रदर्शन देने वाले थे। हालाँकि, हाल ही में जुबीन गर्ग के बैंडमेट शेखर ज्योति गोस्वामी ने आरोप लगाया है कि गायक को सिंगापुर में ज़हर दिया गया था, जिससे उनकी मृत्यु हुई। यह आरोप मामले को और भी जटिल बना सकता है और जांचकर्ताओं के लिए नई चुनौतियाँ पेश कर सकता है।

इस घटना ने न केवल संगीत जगत को बल्कि पूरे असम को भी शोक में डाल दिया है। जुबीन गर्ग की मौत के बाद उनके प्रशंसकों और समर्थकों ने उनकी याद में श्रद्धांजलि अर्पित की है। इस मामले की जांच जारी है और पुलिस सभी पहलुओं की गहराई से जांच कर रही है।

आगे की कार्रवाई और मामले का महत्व

इस मामले में आगे की कार्रवाई बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि जुबीन गर्ग एक प्रतिष्ठित कलाकार थे और उनकी मृत्यु ने कई सवाल खड़े किए हैं। पुलिस और विशेष जांच दल ने अपनी जांच को तेज कर दिया है और सभी तथ्यों को सामने लाने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं।

जुबीन गर्ग की मौत से जुड़े सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है और उनके खिलाफ की जा रही कार्रवाई से यह संकेत मिलता है कि कानून अपना काम करेगा। आगे की जांच और अदालत की कार्यवाही इस मामले के लिए निर्णायक साबित हो सकती है।

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