गोरखपुर में एंबुलेंस में लगी आग, बड़ा हादसा टला
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक एंबुलेंस में आग लग गई, जिससे शहर में हड़कंप मच गया। घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एंबुलेंस धधकते हुए दिखाई दे रही है। मौके पर मौजूद लोगों ने अपने मोबाइल फोन से इस घटना का वीडियो बनाया, जबकि गहरे धुएं का बादल हवा में उठ रहा था। यह आग एंबुलेंस के ऊपर बने फ्लाईओवर पर लगी थी, और आग की लपटों ने एंबुलेंस को तेजी से अपने आगोश में ले लिया।
रिपोर्टों के मुताबिक, एंबुलेंस बनारस से बिहार के लिए एक मरीज को ले जा रही थी, जब तकनीकी खराबी के कारण उसमें आग लग गई। यह एंबुलेंस कुछ ही मिनटों में पूरी तरह से नष्ट हो गई। गनीमत यह रही कि एंबुलेंस में मौजूद मरीज, उनके परिचारक और चालक समय पर बाहर कूद गए, जिससे उनकी जान बच गई।
घटनास्थल का विवरण और घायलों की स्थिति
एंबुलेंस बनारस के BHU ट्रॉमा सेंटर से बिहार के चंपारण के लिए जा रही थी जब अचानक उसमें आग लग गई। एंबुलेंस में अमित कुमार अपनी बीमार माँ नीलम चौबे (58) के साथ थे। अमित का भाई सुमित भी अपने परिवार के साथ एंबुलेंस में यात्रा कर रहा था। यह घटना लगभग दोपहर 2:30 बजे सोनबरसा मार्केट क्षेत्र, AIIMS पुलिस स्टेशन के पास हुई। ड्राइवर ने जब देखा कि एंबुलेंस के इंजन से धुआं निकल रहा है, तो कुछ ही मिनटों में आग भड़क उठी। ड्राइवर संतोष कुमार ने तत्परता से तीनों यात्रियों, जिसमें मरीज भी शामिल थे, को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
हालात और बिगड़ गए जब एंबुलेंस में रखा ऑक्सीजन सिलेंडर आग की चपेट में आ गया, जिससे दो जोरदार धमाके हुए। इस विस्फोट से हड़कंप मच गया और लोग घटना को देखने के लिए रुक गए। 28 वर्षीय एक युवक, जो मोनू के नाम से पहचाना गया है, ऑक्सीजन सिलेंडर के टूटे हुए टुकड़ों से घायल हो गया। सोनबरसा क्षेत्र में तैनात पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और घायल को नजदीकी प्राइवेट अस्पताल में ले गई। हालांकि, तब तक आग इतनी भयंकर हो चुकी थी कि एंबुलेंस लगभग पूरी तरह से जलकर खाक हो चुकी थी।
ड्राइवर की बहादुरी की सराहना
स्थानीय लोगों का मानना है कि यदि ड्राइवर ने तुरंत कार्रवाई नहीं की होती, तो यह घटना और भी भयानक हो सकती थी। एंबुलेंस में आग लगने के बाद जब लोगों ने इसे देखा, तो उनकी प्रतिक्रिया तेजी से आई। कई लोगों ने घटना के समय अपने मोबाइल फोन से इसे रिकॉर्ड किया, जिससे इस हादसे की भयावहता का पता चला। इस घटना ने सुरक्षा उपायों और एंबुलेंस की रखरखाव की आवश्यकता को भी उजागर किया है।
सुरक्षा उपायों की आवश्यकता
इस घटना ने गोरखपुर और अन्य स्थानों पर एंबुलेंस की सुरक्षा और तकनीकी जाँच की आवश्यकता पर सवाल उठाए हैं। स्वास्थ्य सेवाओं में शामिल लोग, खासकर एंबुलेंस ड्राइवर, को तकनीकी खराबियों के प्रति जागरूक रहना चाहिए। आग जैसी आपात स्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया जीवन रक्षक हो सकती है। ऐसे में एंबुलेंस में आग बुझाने के उपकरणों की उपलब्धता और नियमित रखरखाव की आवश्यकता महसूस होती है।
निष्कर्ष
गोरखपुर में हुई ये घटना न केवल एक तकनीकी खराबी का परिणाम है, बल्कि यह दर्शाती है कि किस तरह त्वरित निर्णय और साहसिकता किसी की जान बचा सकती है। एंबुलेंस में आग लगने की इस घटना ने सभी को एक बार फिर याद दिलाया है कि स्वास्थ्य सेवाओं में सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। उम्मीद है कि इस घटना के बाद संबंधित अधिकारी आवश्यक कदम उठाएंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।