महात्मा गांधी राजकीय स्कूल में विज्ञान मेले का आयोजन
राजस्थान के डीग स्थित महात्मा गांधी राजकीय स्कूल में विज्ञान मेले का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने अपने वैज्ञानिक मॉडल का प्रदर्शन किया। यह मेला दो दिन तक चला, और इस दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की जानकारी देते हुए स्कूल के प्रिंसिपल नीरज कुमार शर्मा ने बताया कि यह आयोजन छात्रों की रचनात्मकता और विज्ञान के प्रति रुचि को बढ़ाने के लिए किया गया था।
विज्ञान मेले की थीम ‘स्टेम के लिए विकसित और आत्मनिर्भर भारत’
इस विज्ञान मेले की थीम ‘स्टेम फॉर विकसित और आत्मनिर्भर भारत’ रखी गई थी। मेले के प्रभारी वाइस प्रिंसिपल अशोक कुमार शर्मा और प्रधानाचार्य छैल बिहारी शर्मा के मार्गदर्शन में क्विज प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। इस प्रतियोगिता में छात्रों ने मौखिक अभिव्यक्ति के चार चरणों में भाग लिया – विशिष्ट, दीर्घ, दृश्य श्रव्य और त्वरित चक्र। क्विज प्रतियोगिता के फाइनल राउंड में कीर्तिका शर्मा, रिया और लव दीक्षित ने जगह बनाई।
छात्रों की रचनात्मकता का प्रदर्शन
इस विज्ञान मेले में छात्रों ने अपशिष्ट प्रबंधन और प्लास्टिक के विकल्प जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर अपने मॉडल प्रदर्शित किए। प्रिंसिपल भगवान दास के मार्गदर्शन में आयोजित सीनियर मॉडल प्रदर्शन प्रतियोगिता में छात्रों ने सतत कृषि, हरित ऊर्जा, उभरती प्रौद्योगिकी, जल संरक्षण, मनोरंजक गणितीय मॉडल, अपशिष्ट प्रबंधन और प्लास्टिक के विकल्प जैसे विविध विषयों पर अपने विचारों को प्रस्तुत किया।
प्रतिभागियों के लिए विशेष व्यवस्था
इस मेले में सभी प्रतिभागियों के लिए अल्पाहार और भोजन-पानी की व्यवस्था की गई थी। विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरस्कार प्रदान किए गए। प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को अपने मॉडल और दो फोटोज के साथ स्थानीय स्कूल में सुबह 10 बजे उपस्थित होने के निर्देश दिए गए हैं। यह आयोजन न केवल छात्रों के लिए एक प्रतिस्पर्धात्मक मंच था, बल्कि उन्होंने अपने विचारों और नवाचारों को साझा करने का भी अवसर प्राप्त किया।
सामुदायिक भागीदारी और समर्थन
विज्ञान मेला केवल एक शैक्षिक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि यह स्थानीय समुदाय की भागीदारी और समर्थन का भी प्रतीक था। स्थानीय निवासियों और अभिभावकों ने इस मेला में सक्रिय रूप से भाग लिया और छात्रों के प्रयासों की सराहना की। इस प्रकार के आयोजनों से बच्चों को आत्मविश्वास मिलता है और वे विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रति और अधिक आकर्षित होते हैं।
भविष्य की योजनाएं
महात्मा गांधी राजकीय स्कूल के इस विज्ञान मेले ने न केवल छात्रों की रचनात्मकता को उजागर किया, बल्कि आगे की योजनाओं के लिए भी मार्ग प्रशस्त किया। स्कूल प्रशासन ने भविष्य में और अधिक ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने का संकेत दिया है, जिससे बच्चों को अपने विचारों को प्रकट करने और विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाने का अवसर मिले। इसके अलावा, बच्चों को विभिन्न विषयों में गहराई से समझने के लिए शैक्षिक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।
इस प्रकार, महात्मा गांधी राजकीय स्कूल का विज्ञान मेला एक सफल आयोजन साबित हुआ, जो न केवल छात्रों की प्रतिभा को प्रदर्शित करता है, बल्कि विज्ञान के प्रति उनकी रुचि को भी बढ़ाता है। ऐसे आयोजन बच्चों को प्रेरित करते हैं कि वे विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आगे बढ़ें और एक बेहतर भविष्य के लिए योगदान दें।