मधेपुरा में विजयादशमी के अवसर पर धूमधाम से रावण दहन
मधेपुरा के रेलवे कॉलोनी परिसर में गुरुवार को विजयादशमी के अवसर पर रावण दहन का भव्य आयोजन संपन्न हुआ। इस दौरान, दोपहर के समय रुक-रुक कर हुई बारिश के बावजूद स्थानीय निवासियों का उत्साह कम नहीं हुआ। शाम के समय हजारों की संख्या में लोग रावण दहन देखने के लिए रेलवे कॉलोनी परिसर में एकत्रित हुए।
संगठन समिति का प्रयास और प्रशासनिक सहयोग
आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि बारिश के कारण प्रारंभ में जलजमाव और कीचड़ की समस्या उत्पन्न हुई, लेकिन समिति के सदस्यों की कड़ी मेहनत और प्रशासनिक सहयोग से सभी व्यवस्थाएं समय पर संभाल ली गईं। इस प्रकार, लोगों को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ा।
मधेपुरा में रेलवे कॉलोनी परिसर में धू धूकर जलता रावण का पुतला।
जय श्री राम के नारों से गूंजा परिसर
इस कार्यक्रम में उपस्थित दर्शकों ने मंच पर राम-रावण युद्ध का नजारा देखा। जैसे ही दर्शक की ओर से राम ने तीर चलाया, रावण का पुतला धू-धू कर जल उठा। इस दृश्य ने उपस्थित भीड़ में रोमांच भर दिया और पूरा परिसर ‘जय श्री राम’ के नारों से गूंज उठा। बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग सभी इस क्षण को देखने के लिए बेहद उत्साहित थे।
आतिशबाजी ने बढ़ाया उत्साह
रावण दहन के साथ-साथ आतिशबाजी और पटाखों ने माहौल को रंगीन बना दिया। आतिशबाजी की आवाज़ और रंग-बिरंगी लाइटों ने लोगों के उत्साह को दोगुना कर दिया। इस अवसर पर उपस्थित सभी ने मिलकर बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाया। स्थानीय लोगों का मानना है कि रावण दहन केवल मनोरंजन का साधन नहीं है, बल्कि यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक भी है।
पिछले तीन दशकों से जारी परंपरा
ज्ञात रहे कि मधेपुरा में हर वर्ष दशहरा के अवसर पर रावण दहन का यह आयोजन लगभग तीन दशकों से किया जा रहा है। इस परंपरा ने स्थानीय लोगों को एक साथ लाने और समाज में एकता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आयोजन के प्रति लोगों की रुचि और उत्साह इस बात का प्रमाण है कि यह कार्यक्रम केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक धरोहर का भी हिस्सा बन चुका है।
इस प्रकार, मधेपुरा में विजयादशमी का यह आयोजन हर साल की तरह इस बार भी यादगार बना। लोग इस दिन का बेसब्री से इंतजार करते हैं और इसे अपने जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं। रावण दहन का यह समारोह न केवल धार्मिक आस्था को दर्शाता है, बल्कि समाज में एकता और भाईचारे का संदेश भी फैलाता है।