झांसी में पूर्व मंत्री प्रदीप जैन का जाम के खिलाफ अभियान
झांसी के नेशनल हाईवे 44 पर चल रहे भीषण जाम को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेसी नेता प्रदीप जैन आदित्य ने मोर्चा संभाला है। उन्होंने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के अधिकारियों को लापरवाह बताते हुए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है। यह जाम पिछले दिनों 18 घंटे तक बना रहा, जिसके चलते 30 किलोमीटर लंबी कतार में सैंकड़ों ट्रक और कई एम्बुलेंस फंस गई थीं।
स्थानीय निवासियों और ट्रक चालकों के अनुसार, जाम के कारण उनकी दैनिक गतिविधियाँ प्रभावित हो रही हैं। कई बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं और ट्रक चालक 10-10 घंटे से जाम में फंसे हुए हैं, जिससे उनके पास न तो खाने का समय है और न ही किसी प्रकार की सुविधा उपलब्ध है।
जाम का कारण और ठेकेदार की लापरवाही
जानकारी के अनुसार, झांसी-कोटा-कानपुर बाईपास पर ओवर ब्रिज का निर्माण कर रही कंपनी ने बताया कि बड़ी गाड़ियों की आवाजाही के कारण जाम की स्थिति उत्पन्न हुई है। लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि यह समस्या ठेकेदार की लापरवाही और प्रशासन की अनदेखी का परिणाम है। जब दैनिक भास्कर ने इस मामले की गंभीरता को उजागर किया, तो पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया।
उन्होंने ट्रक चालकों से बातचीत करते हुए उनकी समस्याओं को सुना और उनके दर्द को समझा। इसके बाद, उन्होंने NHAI के अधिकारियों से मिलने का निर्णय लिया। NHAI कार्यालय में उन्होंने डिप्टी मैनेजर अविनाश मंडीवार से मुलाकात की और कहा कि ठेकेदारों द्वारा भ्रष्टाचार किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि लोग जाम में फंसने के कारण इलाज के लिए झांसी के अस्पताल नहीं पहुंच पा रहे हैं, जिससे उनकी जान को खतरा हो सकता है।
NHAI अधिकारियों की प्रतिक्रिया
पूर्व मंत्री ने NHAI के अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि वे व्यवस्था में सुधार नहीं करते हैं, तो वह उनके कार्यालय के सामने धरने पर बैठेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार की स्थिति उत्पन्न करना एक अपराध है और वह ठेकेदारों और अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएंगे।
इस पर, NHAI के डिप्टी मैनेजर ने कहा कि वे पूर्व मंत्री के सुझावों पर अमल करेंगे। उन्होंने बताया कि हाइवे पर जाम से निजात पाने के लिए संकेत देने वाले बोर्ड लगाए जाएंगे और सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा।
एम्बुलेंस की व्यवस्था और राहत का आश्वासन
अविनाश मंडीवार ने बताया कि जाम में फंसे मरीजों को राहत देने के लिए तीन एम्बुलेंस तैनात की जाएंगी। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी टीम GPS के माध्यम से जाम की स्थिति पर नजर रखेगी ताकि किसी भी मरीज को इलाज से वंचित न होना पड़े।
यह सभी कदम उठाने का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि स्थानीय नागरिकों को आने वाले समय में ऐसी समस्याओं का सामना न करना पड़े। प्रदीप जैन आदित्य की पहल ने न केवल स्थानीय लोगों की समस्याओं को उजागर किया है, बल्कि NHAI को भी अपनी व्यवस्थाओं में सुधार करने पर मजबूर किया है।
स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रियाएं
स्थानीय निवासियों का मानना है कि प्रदीप जैन आदित्य की इस पहल से उन्हें उम्मीद है कि उनकी समस्याओं का समाधान होगा। कई लोगों ने कहा कि यह पहली बार है जब किसी नेता ने उनकी समस्याओं को गंभीरता से लिया है। लोग अब यह उम्मीद कर रहे हैं कि आने वाले समय में ऐसी स्थिति फिर से उत्पन्न न हो।
कुल मिलाकर, प्रदीप जैन आदित्य का यह कदम न केवल झांसी के नागरिकों के लिए राहत का कारण बन सकता है, बल्कि यह अन्य नेताओं के लिए भी एक मिसाल पेश करता है कि उन्हें जनता की समस्याओं के प्रति कितनी संवेदनशीलता दिखानी चाहिए।