वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर में श्रद्धालु की दुखद मृत्यु
वृंदावन स्थित प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में दर्शन के दौरान एक श्रद्धालु की अचानक मृत्यु हो गई। घटना उस समय घटी जब श्रद्धालु मंदिर के दर्शन करने के बाद बाहर जा रहा था। अचानक चलते-चलते वह गिर गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। यह घटना प्रशासन के लिए चिंता का विषय बन गई है, क्योंकि मंदिर में भारी भीड़ थी और ऐसा प्रतीत होता है कि यह भीड़ एक महत्वपूर्ण कारण बन सकती है।
मृतक की पहचान कृपाल सिंह (50) के रूप में की गई है, जो मेरठ के मवाना क्षेत्र से अपने परिवार के साथ दर्शन के लिए आए थे। परिजनों का कहना है कि कृपाल पहले से ही सांस की बीमारी से ग्रस्त थे। उनकी अचानक मृत्यु के बाद परिवार ने बताया कि मंदिर में अत्यधिक भीड़ थी, जिससे संभवतः उन्हें दिक्कत हुई। प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और घटना की सभी पहलुओं पर गौर कर रहा है।
घटनास्थल पर प्रशासन की प्रतिक्रिया
कृपाल सिंह के भतीजे टीटू ने बताया कि सभी लोग शाम को ठाकुर श्री बांकेबिहारी मंदिर में दर्शन के लिए पहुँचे थे। मंदिर में भीड़ के कारण कृपाल की तबीयत बिगड़ने लगी और जब वह गेट नंबर चार के पास पहुँचे तो अचानक गिर पड़े। मंदिर में मौजूद डॉक्टरों को तुरंत बुलाया गया, लेकिन उन्होंने उनकी स्थिति को देखते हुए उन्हें मायावती अस्पताल ले जाने की सलाह दी। वहां पहुँचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
प्रारंभिक जांच में चिकित्सकों ने यह आशंका जताई है कि उनकी मौत का कारण हार्ट अटैक हो सकता है। पुलिस भी मौके पर पहुँची और शव का पोस्टमॉर्टम कराने की बात की, लेकिन परिजनों ने इसका विरोध किया और लिखित में कहा कि वे पोस्टमॉर्टम नहीं कराना चाहते हैं। यह घटना मंदिर के प्रबंधन और प्रशासन के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गई है।
वीडियो में घटना का विवरण
मंदिर प्रबंधन ने घटना का एक वीडियो भी जारी किया है, जिसमें कृपाल सिंह को गेट के पास गिरते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में यह स्पष्ट है कि उनके कंधे पर एक बच्चा बैठा हुआ था, और इसके बाद अचानक वह गिर पड़े। वीडियो ने इस बात को साबित किया है कि घटना के समय मंदिर में भीड़ नहीं थी, जो कि प्रशासन के लिए एक राहत की बात है।
कृपाल सिंह के परिवार के सदस्यों का कहना है कि वह पिछले कुछ समय से सांस संबंधी बीमारी से पीड़ित थे। उन्होंने बताया कि कृपाल अक्सर सांस फूलने की शिकायत करते थे और हाल के दिनों में यह समस्या बढ़ गई थी। डीएम चंद्रप्रकाश सिंह ने भी इस बात की पुष्टि की है कि उनकी मृत्यु प्रथमदृष्टया हार्ट अटैक से हुई है।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
पुलिस ने मृतक के शव को उनके परिजनों के हवाले कर दिया है। मृतक के साथी अवधपाल, विनोद कुमार, संजीव कुमार और अन्य ने कृपाल के शव को सुपुर्द किया। प्रशासन ने पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू की है और सभी आवश्यक कदम उठाने की योजना बना रहा है। यह घटना न केवल श्रद्धालुओं के लिए बल्कि पूरे प्रशासन के लिए एक गंभीर चेतावनी है, कि भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा की व्यवस्था को बेहतर बनाने की आवश्यकता है।
कुल मिलाकर, यह घटना एक दुखद और चिंताजनक स्थिति को उजागर करती है, जिसमें स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं और भीड़ की दिक्कतों का मिलाजुला प्रभाव देखने को मिला है। प्रशासन को इस दिशा में कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
इसी बीच, अन्य महत्वपूर्ण खबरें
उन्नाव में एक और दुखद घटना घटी है, जहां पति ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी। इस घटना में पति ने हथौड़े से सिर कूचकर पत्नी को मार डाला और पुलिस को खुद बुलाया। लेकिन पुलिस के आने से पहले वह फरार हो गया। बच्चों ने पुलिस को सूचना दी कि उनके पापा ने मम्मी को मारा है। मायके वालों ने दहेज के लिए हत्या का आरोप लगाया है।
ये घटनाएँ समाज में सुरक्षा और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता की आवश्यकता को दर्शाती हैं। सभी को सावधान रहना चाहिए और ऐसी स्थिति से बचने के लिए प्रशासन को भी सतर्क रहना चाहिए।