जयपुर में विवाहिता ज्योति कंवर ने दहेज प्रताड़ना के चलते की आत्महत्या
राजस्थान के जयपुर जिले के दौलतपुरा इलाके में एक विवाहिता ने दहेज के लिए हो रही प्रताड़ना के चलते आत्महत्या कर ली। यह घटना सोमवार रात की है, जब ज्योति कंवर (25) ने अपने घर के एक कमरे में फंदा लगाकर जान दे दी। पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ज्योति की शादी दिसंबर 2020 में महिपाल सिंह उर्फ रवि के साथ हुई थी।
शादी के बाद से ही ज्योति को उसके ससुरालवालों द्वारा दहेज के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था। परिजनों के अनुसार, सोमवार रात पति के साथ हुई कहासुनी के बाद महिपाल ने ज्योति के साथ मारपीट की थी। जब परिजन जागे और कमरे का दरवाजा खटखटाया, तब उन्हें कोई जवाब नहीं मिला। दरवाजा तोड़ने पर ज्योति को फंदे से लटका हुआ पाया गया।
दहेज के लिए की जा रही थी ज्योति की प्रताड़ना
ज्योति के पिता भवानी सिंह ने दौलतपुरा थाने में दहेज हत्या का मामला दर्ज कराया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि शादी के बाद से ही ससुरालवाले दहेज की मांग को लेकर ज्योति को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे। आरोप है कि ससुरालवालों ने ज्योति से एक कार और 10 लाख रुपये की मांग की थी। पिछले छह महीनों से ज्योति अपने मायके में रह रही थी।
हाल ही में, ज्योति के सास-ससुर ने माफी मांगकर उसे फिर से ससुराल ले जाने की कोशिश की थी। लेकिन प्रताड़ना का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा था। पुलिस ने बताया कि ज्योति के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि वह यह कदम उठाने के लिए मजबूर थी।
सुसाइड से पहले हुई थी झगड़ा
मृतका के ताऊ रुड सिंह ने बताया कि मंगलवार सुबह करीब 9:30 बजे ससुराल वालों ने ज्योति की आत्महत्या की सूचना दी। जब वे जयपुर पहुंचे, तो उन्हें ससुराल में ज्योति का शव जमीन पर पड़ा हुआ मिला। उसके चेहरे और शरीर पर चोट के निशान थे, जो स्पष्ट करते हैं कि उसकी मौत से पहले उसके साथ मारपीट की गई थी। आस-पड़ोसियों से पूछताछ करने पर पता चला कि रात को ज्योति और महिपाल के बीच झगड़ा हुआ था, जिसमें ज्योति ने मदद की गुहार लगाई थी।
परिजनों का कहना है कि ज्योति ने अपने मायके में रहने के दौरान बताया था कि उसके पति का किसी दूसरी लड़की से अवैध संबंध है, जिसके कारण वह दहेज की मांग कर उसे परेशान कर रहा था। इसके अलावा, उसने यह भी कहा था कि महिपाल उसे अलग करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा था। ये सभी बातें उसके मानसिक तनाव का कारण बन रही थीं।
प्रशासनिक कार्रवाई की आवश्यकता
यह मामला एक बार फिर दहेज प्रथा की ओर ध्यान आकर्षित करता है, जो आज भी भारतीय समाज में एक गंभीर समस्या बनी हुई है। सरकार और समाज को इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है। दहेज के लिए प्रताड़ना का यह मामला केवल ज्योति की कहानी नहीं है, बल्कि ऐसी कई महिलाओं की कहानी है जो प्रताड़ना का सामना कर रही हैं।
विभिन्न समाजिक संगठनों ने भी इस मामले पर चिंता जताई है और सरकार से अपील की है कि दहेज प्रथा के खिलाफ सख्त कानूनों को लागू किया जाए। इसके साथ ही, महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा और अत्याचार के मामलों में तेजी से कार्रवाई करने की आवश्यकता है।
समाज की जिम्मेदारी है कि वे इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए आगे आएं और महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करें। इस मामले में सही जांच और न्याय सुनिश्चित करना बेहद आवश्यक है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।

























