मेरठ में यातायात व्यवस्था में आई भारी बाधा
रिजवान खान | मेरठ
2 मिनट पहले
शनिवार को मेरठ शहर में यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई। लोहियानगर थाना क्षेत्र के बिजली बंबा बाइपास पर ईंटों से लदी एक ट्रॉली अचानक खराब हो जाने से घंटों तक जाम की स्थिति बनी रही। इस दिन कंप्यूटर ऑपरेटर की परीक्षा के कारण भी शहर के विभिन्न स्थानों पर यातायात प्रभावित हुआ, जिससे लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
गाड़ी चालकों के लिए बना संकट
दोपहर के समय बिजली बंबा बाइपास पर एक ट्रॉली, जो ईंटों से भरी हुई थी, अचानक बीच सड़क पर खराब हो गई। इसके कारण दोनों दिशाओं में वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। कई वाहन चालक और राहगीर लगभग एक घंटे तक फंसे रहे। इस समस्या ने न केवल यात्रियों को परेशान किया, बल्कि आपातकालीन सेवाओं को भी प्रभावित किया।
पुलिस प्रशासन की तत्परता
इस स्थिति की सूचना मिलते ही लोहियानगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस और स्थानीय निवासियों की मदद से लगभग एक घंटे की मेहनत के बाद ट्रॉली को सड़क से हटाया गया और जाम को खुलवाया गया। इस दौरान कई वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से भेजा गया, जिससे कुछ हद तक स्थिति सामान्य हो सकी।
कंप्यूटर ऑपरेटर परीक्षा का प्रभाव
शहर में कंप्यूटर ऑपरेटर की परीक्षा के लिए कुल 26 केंद्र बनाए गए थे। इन केंद्रों के आसपास अभ्यर्थियों और उनके अभिभावकों की भारी भीड़ देखने को मिली। इस भीड़ ने कई मार्गों पर वाहनों की लंबी लाइनें लगवा दीं, जिसके कारण जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई।
भविष्य के लिए सुझाव
हालांकि, पुलिस प्रशासन ने यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया था, लेकिन इसके बावजूद कई मार्गों पर आवागमन धीमा रहा। लोग इस घटना के बाद भविष्य में बड़ी परीक्षाओं या आयोजनों के दौरान बेहतर यातायात नियोजन की मांग कर रहे हैं।
लोगों की प्रतिक्रियाएं
स्थानीय निवासियों और यात्रियों ने इस घटना पर अपनी नाराजगी व्यक्त की। कई लोगों का कहना था कि इस प्रकार की समस्याओं से निपटने के लिए पहले से योजनाएं बनाई जानी चाहिए थीं। वहीं, कुछ ने सुझाव दिया कि ट्रैफिक पुलिस को अधिक सक्रिय रहना चाहिए, ताकि ऐसी स्थितियों से बचा जा सके।
निष्कर्ष
इस प्रकार, मेरठ में शनिवार को हुई इस घटना ने न केवल यातायात व्यवस्था को प्रभावित किया, बल्कि लोगों के समय और धैर्य की भी परीक्षा ली। अगर इस तरह की समस्याओं का पूर्वानुमान लगाया जाए और उचित उपाय किए जाएं, तो भविष्य में ऐसी परेशानियों से बचा जा सकता है।























