सोनभद्र में जिलाधिकारी का इंग्लिश मीडियम प्राइमरी स्कूल का औचक निरीक्षण
मनोज कुमार वर्मा | सोनभद्र – आज, सोनभद्र जिले के इंग्लिश मीडियम प्राइमरी स्कूल पटवध में जिलाधिकारी बी.एन. सिंह ने एक औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विद्यालय में बच्चों की शिक्षा, मिड-डे मील की गुणवत्ता और साफ-सफाई व्यवस्था का गहन मूल्यांकन किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने रंगाई-पोताई के कार्य में लापरवाही पर नाराजगी व्यक्त की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
जिलाधिकारी के इस औचक निरीक्षण का उद्देश्य विद्यालय की स्थिति को समझना और बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता को सुनिश्चित करना था। स्कूल में बच्चों के साथ संवाद स्थापित करते हुए, उन्होंने कक्षा एक के छात्रों से सीधे बातचीत की और उनसे ABCD सुनने को कहा। जब कुछ बच्चे ABCD को सही से नहीं सुन पाए, तो उन्होंने सहायक अध्यापक सत्यप्रकाश को बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के निर्देश दिए। इसके अलावा, कुछ बच्चों के स्कूल ड्रेस में न आने पर उन्होंने अध्यापक से कहा कि सभी बच्चे निर्धारित ड्रेस पहनकर विद्यालय आएं।
मिड-डे मील की गुणवत्ता की जांच
जिलाधिकारी ने स्कूल में बच्चों को मिलने वाले मिड-डे मील की गुणवत्ता की भी जांच की। उन्होंने अध्यापक को निर्देश दिया कि भोजन को निर्धारित मेनू के अनुसार ही तैयार किया जाए। इस दौरान, जब उन्होंने विद्यालय में रंगाई-पोताई के कार्य की स्थिति के बारे में जानकारी ली, तो सहायक अध्यापक ने बताया कि 23 हजार रुपये की पहली किस्त मिली थी, लेकिन कार्य अभी तक पूरा नहीं हुआ है। इस पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी जताते हुए साफ-सफाई और रंगाई-पोताई के कार्य को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने के लिए कहा।
जिलाधिकारी ने चेतावनी दी कि यदि लापरवाही बरती गई, तो जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और खंड शिक्षा अधिकारी के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इस निरीक्षण में एक और महत्वपूर्ण बात यह सामने आई कि विद्यालय परिसर में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र बंद पाया गया। जिलाधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिया कि आंगनबाड़ी केंद्र की बंद स्थिति और कार्यरत कार्यकत्री व सहायिका की अनुपस्थिति के संबंध में रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
आंगनबाड़ी केंद्र और विद्यालयों का निरीक्षण
उन्होंने यह सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए कि जनपद में संचालित सभी आंगनबाड़ी केंद्र नियमित रूप से खुलें और इसमें कोई ढिलाई न बरती जाए। इसके बाद, जिलाधिकारी ने सम्पूर्ण समाधान दिवस ओबरा में उप जिलाधिकारी, तहसीलदार और अन्य जनपद स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों का नियमित निरीक्षण किया जाए और उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इस निरीक्षण के दौरान, जिलाधिकारी ने कई बच्चों को बुलाकर उनसे स्कूल में पढ़ाई के बारे में जानकारी ली। इस प्रकार के निरीक्षण न केवल शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने में सहायक होते हैं, बल्कि अधिकारियों को विद्यालयों में चल रही गतिविधियों की वास्तविकता से भी अवगत कराते हैं। जिलाधिकारी द्वारा उठाए गए कदम यह स्पष्ट करते हैं कि शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए प्रशासन कितना गंभीर है।
- स्कूल में बच्चों के लिए बेहतर शिक्षा सुनिश्चित करना
- मिड-डे मील की गुणवत्ता की नियमित जांच
- सभी आंगनबाड़ी केंद्रों का नियमित संचालन
- विद्यालयों में साफ-सफाई और रंगाई-पोताई का कार्य प्राथमिकता से करना
जिलाधिकारी बी.एन. सिंह की इस पहल से स्पष्ट होता है कि वे शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनकी इस प्रकार की गतिविधियाँ न केवल बच्चों के लिए बेहतर भविष्य की दिशा में एक कदम है, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में जिम्मेदारियों का निर्वहन करने वाले अधिकारियों के लिए भी एक कड़ी चेतावनी है।
इस निरीक्षण के बाद, उम्मीद की जा रही है कि सोनभद्र के विद्यालयों की स्थिति में सुधार होगा और बच्चों को एक बेहतर शैक्षणिक वातावरण मिलेगा।























